कोटा में मॉनिटर लिजर्ड के प्राइवेट पार्ट की तस्करी:बारहसिंगा का सींग, लेपर्ड के नाखून, जिंदा कछुए भी बरामद; 2 शिकारी पकड़े

कोटा में मॉनिटर लिजर्ड के प्राइवेट पार्ट की तस्करी:बारहसिंगा का सींग, लेपर्ड के नाखून, जिंदा कछुए भी बरामद; 2 शिकारी पकड़े
कोटा में वन्य जीवों के प्राइवेट पार्ट की तस्करी का खुलासा हुआ है। वन विभाग की टीम ने 2 शिकारियों को पकड़ा है, जिनके पास से बारहसिंगा के सींग, मॉनिटर लिजर्ड (गोह) का प्राइवेट पार्ट, जिंदा कछुए और लेपर्ड का नाखून मिला है। शिकार में काम आने वाले फंदे भी बरामद किए गए। डीएफओ अनुराग भटनागर ने बताया- शहर के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र इलाके में वन विभाग की टीम को वन्य जीवों के अंगों की तस्करी की सूचना मिली थी। इसके बाद बालिता गांव इलाके में 100 से अधिक झुग्गी-झोपड़ियाें में टीम खरीदार बनकर पहुंची और सौदेबाजी की। खरीदार के रूप में एक व्यक्ति को उन लोगों के पास भेजा तो मॉनिटर लिजर्ड मेल का प्राइवेट पार्ट 400 रुपए में बेचने की जानकारी आई। इसके बाद उनसे 50 और खरीदने की बात की गई तो उसने 45 हजार रुपए की मांग की। इस दौरान टीम ने शिकारी को पकड़ लिया और वहां छापा मारा। इस दौरान 28 जोड़ी मॉनिटर लिजर्ड के प्राइवेट पार्ट मिले। थोड़ी दूरी पर बनी एक झोपड़ी पर छापा मारा तो वहां पर 6 फंदे और दो जिंदा कछुए मिले थे। 2 शिकारी गिरफ्तार आरोपी दीपक और जयराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में सामने आया कि झोपड़ियों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे थे, जबकि पुरुष मौके पर नहीं थे। जांच के दौरान दोनों आरोपियों के मोबाइल से अन्य लोगों को कॉल करवाया, तो उन्होंने 50 हजार रुपए की मांग की। केशोरायपाटन चौराहे पर उन लोगों ने बुलाया, लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी आरोपियों के साथी वहां नहीं आए। डीएफओ बोले- भ्रांतियों का समाधान जरूरी अनुराग भटनागर ने बताया कि कई लोगों के मन में यह भ्रांतियां हैं कि मॉनिटर लिजर्ड का प्राइवेट पार्ट को घर में रखने से पैसा आता है, जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। मॉनिटर लीजर्ड मेल और फीमेल में अंतर पता नहीं चला, जिसके कारण आरोपियों ने कई मॉनिटर लिजर्ड के शिकार किए हैं।