मीरा गर्ल्स कॉलेज में खड़ी हैं 438 स्कूटियां:दो साल से धूल फांक रही 3.49 करोड़ की स्कूटियां, सुरक्षा पर 3.84 लाख खर्च

मीरा गर्ल्स कॉलेज में खड़ी हैं 438 स्कूटियां:दो साल से धूल फांक रही 3.49 करोड़ की स्कूटियां, सुरक्षा पर 3.84 लाख खर्च
शहर के मीरा गर्ल्स कॉलेज में 3.49 करोड़ की 438 स्कूटियां दो साल से धूल फांक रही हैं। खास बात यह है कि इनकी सुरक्षा में रखे गए गार्ड पर ही कॉलेज प्रशासन करीब 3.84 लाख रु. खर्च कर चुका है। ये स्कूटियां कॉलेज आयुक्तालय की ओर से सत्र 2022-23 में 10वीं-12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत या इससे अधिक अंक लाने वाली मेधावी छात्राओं को दी जानी थी। आयुक्तालय ने इनके वितरण के लिए इस कॉलेज को नोडल एजेंसी बनाया था। मामला स्कूटी डीलर, सरकारों के उलटफेर और इनके वितरण के विभागों के फेरबदल के बीच अटका। इन्हें तत्कालीन कांग्रेस सरकार बांटना चाहती थी। मई 2023 से पहले इन्हें पहुंचा भी दिया गया। लेकिन मई में पहले लोकसभा चुनाव, फिर नवंबर में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता आड़े आ गई। विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई। इस बीच, सरकार इन्हें बांटने का निर्णय नहीं ले पाई। उस समय कुछ डीलर्स ने भी इन्हें जिला स्तर पर पहुंचाने में असमर्थता जताई थी। इन्हें बांटने का जिम्मा पहले जनजाति क्षेत्रीय विकास (टीएडी) के पास था, लेकिन धांधली की शिकायतों के बाद इसे कॉलेज आयुक्तालय को दिया गया। तबसे इन्हें बांटे जाने का इंतजार है। अब जरूर 9 जुलाई तक इन्हें बांटे जाने के आदेश हुए हैं। बता दें कि एक स्कूटी की कीमत कीमत 79881 रुपए है। कॉलेज प्रशासन ने परिसर में इनकी सुरक्षा के लिए 16 हजार रुपए प्रतिमाह का गार्ड रखा हुआ है। अब आदेश आ गए हैं, नया बीमा कराएंगे, जल्द बांट देंगे मीरा गर्ल्स कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि स्कूटियों को बांटने के आदेश आ चुके हैं। अब नए सिरे से इनका बीमा कराया जाएगा। इसके बाद जल्द ही इनका वितरण किया जाएगा। लाभांवित छात्राओं को ई-वाउचर दिए जाएंगे। इसी वाउचर के आधार पर संबंधित मोबाइल नंबर पर ओटीपी जाएगी। इसके बाद ही स्कूटी मिलेगी। हालांकि, कॉलेज प्रशासन के सामने एक चुनौती भी है। शैक्षिक सत्र 2022-23 की 10वीं-12वीं की छात्राएं अब दो साल बाद कहां हैं, किस स्कूल या कॉलेज में पढ़ रही हैं, इसकी जानकारी जुटाना चुनौती रहेगी। उनके मोबाइल नंबर बदलने पर भी स्कूटी वितरण में दिक्कत आएगी। हालांकि, कॉलेज प्रशासन आवेदन में दिए गए नंबरों के आधार पर छात्राओं से संपर्क के प्रयास कर रहा है। कंपनी देगी एक लाख का बीमा, प्रतिनिधि जांच को पहुंचे प्रदेश में कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना 2015-16 में शुरू की गई थी। इस योजना के तहत 10वीं-12वीं में 85 प्रतिशत या इससे अधिक अंक लाने वाली छात्राओं को स्कूटियां दी जाती थी। बाद में इस योजना में देवनारायण योजना को भी जोड़ दिया गया। इसके अलावा कुछ अनुसूचित जनजाति (एसटी) और दिव्यांग छात्राओं के लिए भी विशेष प्रावधान किए गए। जिन छात्राओं को स्कूटियां दी जानी है, उन्हें स्कूटी निर्माता कंपनी की ओर से एक लाख रुपए का बीमा और हेलमेट दिया जाएगा। स्कूटियों के वितरण की तारीख घोषित होने के बाद कंपनी की ओर से इनकी मौजूदा स्थिति जांचने के लिए कंपनी प्रतिनिधि कई जिलों में पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि प्रदेशभर में सत्र 2022-23 की प्रतिभावान छात्राओं की स्कूटियां खड़ी हैं।