इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेस का IPO आज से ओपन:30 जून तक निवेश का मौका, मिनिमम ₹14,985 इन्वेस्ट करने होंगे; प्लांट न्यूट्रिएंट्स प्रोडक्ट्स बनाती है कंपनी

इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेस का IPO आज से ओपन:30 जून तक निवेश का मौका, मिनिमम ₹14,985 इन्वेस्ट करने होंगे; प्लांट न्यूट्रिएंट्स प्रोडक्ट्स बनाती है कंपनी
क्रॉप प्रोटेक्शन, प्लांट न्यूट्रिएंट्स और बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेस का IPO आज यानी गुरुवार, 26 जून से ओपन हो गया है। निवेशक इस इश्यू के लिए 30 जून तक बोली लगा सकेंगे। 3 जुलाई को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। IPO से पहले हमने इंडगल्फ क्रॉपसाइंसेज लिमिटेड के प्रमोटर और मैनेजिंग डायरेक्टर संजय अग्रवाल और CFO मनोज गुप्ता से बातचीत की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू... सवाल 1: इंडगल्फ क्रॉपसाइंसेज के IPO में किस वैल्यूएशन पर कितना फंड जुटा रहे हैं? जवाब : इस IPO के जरिए हम 700 करोड़ के वैल्यूएशन पर 200 करोड़ रुपए जुटाना चाहते हैं। इसके लिए 1.44 करोड़ फ्रेश शेयर जारी किए गए हैं, जिसकी वैल्यू ₹160 करोड़ है। वहीं, 36 लाख शेयर्स कंपनी के मौजूदा निवेशक OFS के जरिए बेच रहे हैं। इसकी वैल्यू ₹40 करोड़ है। सवाल 2: IPO से मिले फंड का इस्तेमाल कहां-कहां करेंगे? जवाब : 160 करोड़ रुपए के फंड का इस्तेमाल मुख्य लोन पेमेंट और कैपेसिटी बिल्डिंग के लिए किया जाएगा। कंपनी ₹65 करोड़ का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल के लिए करने वाली है। वहीं, ₹34 करोड़ टर्म लोन रिपेमेंट, ₹14 करोड़ प्लांट कैपेसिटी बिल्डिंग, 12 करोड़ इश्यू एक्सपेंस, और बाकी के ₹40 करोड जनरल कॉर्पोरेट पर्पस के लिए। सवाल 3: इस ऑफर में कौन-कौन शेयरहोल्डर्स कितना शेयर बेच रहे हैं? लिस्टिंग के बाद शेयर होल्डिंग पैटर्न क्या होगा? जवाब : इस इश्यू में मुख्य रूप से कंपनी के प्रमोटर संजय अग्रवाल और OP अग्रवाल अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। वहीं, लिस्टिंग के बाद प्रमोटर्स के पास 71% और पब्लिक में 29% शेयर होल्डिंग होगी। अगर आप भी इस IPO में पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं... मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेस ने IPO का प्राइस बैंड ₹105 - ₹111 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 135 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹111 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,985 इन्वेस्ट करने होंगे। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 1,755 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹1,94,805 इन्वेस्ट करने होंगे। इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व कंपनी ने IPO का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। सवाल 4: आप अपनी कंपनी के प्रोडक्ट्स के बारे में बताइए? जवाब : किसी भी कंपनी की ग्रोथ मुख्य रूप से तीन चीजों पर डिपेंड करती है। प्रोडक्ट बास्केट- हमारे पास कई स्पेशलाइज्ड प्रोडक्ट्स हैं, जो लिक्विड, पाउडर और दानेदार फॉर्म में आते हैं। हम प्रोडक्ट के साथ-साथ फॉर्मुलेशन टाइप बढ़ने पर भी काम कर रहे हैं। जियोग्राफी- यानी वे क्षेत्र जहां कंपनी अपने प्रोडक्ट्स बनाती और बेचती है। ऐसे में हमारा एक्सपेंशन 34 देशों में है। हम इंडोग्लफ बिजनेस पर फोकस कर रहे हैं। टीम मैनेजमेंट- हमारे पास एक्सपर्ट, साइंटिस्ट, RD टीम है, जो लगातार रिसर्च और नए प्रोडक्ट डेवलप करने में लगी रहती है। सवाल 5: आपके फ्यूचर गोल क्या हैं? जवाब: कोविड के बाद लोग हर चीज में न्यूट्रिशन ढूंढ रहे हैं। पौधों में ये न्यूट्रिशन नॉर्मल मीट्टी से नहीं आ सकता है। पौधों में ये देकर हम न्यूट्रिशन की जरूरत को पूरा करना चाहते हैं। इसके लिए हम 30,000 स्कायर फीट में RD सेंटर बना रहे हैं, जो लगातार रिसर्च करगी। सवाल 6: मार्केट में आपके कॉम्पिटिटर्स और पीयर्स कौन हैं, आप उनसे कितना अलग हैं? जवाब : हम क्रॉप प्रोटेक्शन के लिए प्रोडक्ट्स और फॉर्मूलेशन दोनों बनाते हैं। साथ ही, तीन सेगमेंट में काम करते हैं और हमारा प्रोडक्ट बास्केट काफी जबरदस्त है। ये दो चीजें हमें हमारे पीयर्स से अलग करती है। सवाल 7: आपके बड़े क्लाइंट्स कौन हैं? मार्केट में आपके रिटेल, होलसेल और इंस्टिट्यूशनल कस्टमर्स का ब्रेकडाउन दे सकते हैं? जवाब: हमारे 6000 से ज्यादा रिटेल पार्टनर्स हैं, जो B2C काम कर रहे हैं। करीब 190 B2B इंस्टिट्यूशनल बायर्स हैंऔर 130-40 के बीच हमारे ओवरसीज बायर्स हैं। जो विदेशों में हमारे साथ काम करते हैं। हम 34 देशों में हैं, लेकिन हमारा फोकस केवल भारत में ग्रो करने का है। इसमें भी हमारा फोकस बायोलॉजिकल और न्यूट्रिशनल प्रोडक्ट्स पर है। एग्रोकेमिकल्स और बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स बनाती है कंपनी इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेस 1993 से एग्रोकेमिकल्स, क्रॉप प्रोटेक्शन, प्लांट न्यूट्रिएंट्स और बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स बनाती है। कंपनी के पास 400 से ज्यादा प्रोडक्ट्स का पोर्टफोलियो है, और ये भारत के अलावा 34 देशों में एक्सपोर्ट भी करती है। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।