12वीं बोर्ड के रिजल्ट में जालोर का टॉपर सरकारी स्कूल:41 में से 40 स्टूडेंट्स फर्स्ट डिवीजन पास; टीचर्स ने अपनाए अलग तरीके

12वीं बोर्ड के रिजल्ट में जालोर का टॉपर सरकारी स्कूल:41 में से 40 स्टूडेंट्स फर्स्ट डिवीजन पास; टीचर्स ने अपनाए अलग तरीके
जालोर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रेवत का 12वीं का रिजल्ट सेंट परसेंट रहा है। यहां 12वीं बोर्ड में कुल 41 स्टूडेंट्स हैं, जिनमें से 40 छात्र-छात्राओं ने फर्स्ट डिवीजन पास किया है। इसी स्कूल से निकला जिला टॉपर प्राचार्य ने बताया कि स्कूल के स्टूडेंट महेंद्र सिंह ने 98.20% के साथ जिले में प्रथम स्थान हासिल किया है। वहीं रिजल्ट आने के बाद 9 छात्राओं का गार्गी पुरस्कार के लिए भी सिलेक्शन हुआ है। उन्होंने कहा कि स्कूल में साइंस और कॉमर्स कॉर्स नहीं हैं, सिर्फ आर्ट्स सब्जेक्ट्स हैं। गौरतलब है कि 22 मई को शाम 5 बजे 12वीं बोर्ड के तीनों संकायों का एकसाथ रिजल्ट जारी हुआ था। जिले में कई स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने अच्छे अंक प्राप्त किए हैं, लेकिन जालोर के रेवत गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र महेंद्र सिंह ने 98.20 प्रतिशत अंक हासिल कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। महेंद्र समेत स्कूल के 40 स्टूडेंट्स ने फर्स्ट डिवीजन श्रेणी में पास किया है। सिर्फ एक स्टूडेंट ने सेकेंड डिवीजन पास किया है। टीचर संदीप जोशी ने बताया कि स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के मानसिक विकास के लिए कई बार नवाचार किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि बोर्ड का परीक्षा परिणाम एक ऐसा अवसर होता है। जिसका परीक्षार्थी के साथ-साथ उसके अभिभावक और टीचर भी इंतजार करते हैं, इस बार रेवत स्कूल के महेंद्र सिंह ने 98.20 प्रतिशत के साथ जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। जोशी ने कहा- अंकों की जो दौड़ है, यह स्टूडेंट्स और समाज के लिए नुकसानदायक है। नंबर गेम में नहीं पड़ना चाहिए, लेकिन समाज की मानसिकता यही है, नंबर गेम के आधार पर स्कूल और टीचर्स की गुणवत्ता का मापन करती है। इसलिए एक बड़ा अच्छा अवसर भी है। रेवत स्कूल में शिक्षा के साथ अलग-अलग गतिविधियां व नवाचार किए जाते हैं। 41 में से 40 स्टूडेंट्स फर्स्ट डिवीजन पास हुए हैं। टीचर्स ने अपनाए अलग तरीके टीचर संदीप जोशी ने बताया- रेवत स्कूल का पिछले 9 साल से बोर्ड परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा और लगातार बढ़ता जा रहा है। अच्छे परिणाम को लेकर हर साल सभी टीचर मिलकर योजनाओं पर काम करते हैं और स्कूल में लागू करते हैं। स्कूल में साल में 3-4 बार प्री-बोर्ड एग्जाम होते हैं, जबकि सभी स्कूलों में एक बार ही प्री-बोर्ड परीक्षा होती है। स्कूल में खेल, डांस और अन्य कई कॉम्पिटिशन कराए जाते हैं, जिससे स्टूडेंट्स का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। जालोर जिले में आर्ट्स में 13 हजार 804 स्टूडेंट्स ने 12वीं बोर्ड की परीक्षी दी। जिले का रिजल्ट 98.25 प्रतिशत रहा। छात्राओं का 98.64 प्रतिशत और छात्रों का रिजल्ट 97.85 प्रतिशत रहा। इनको मिलेगा गार्गी पुरस्कार प्राचार्य ने बताया कि स्कूल की 9 छात्राओं का गार्गी पुरस्कार के लिए सिलेक्शन हुआ है। छात्रा तारा सुथार, खुशबू कंवर, हिना कंवर, दरिया कंवर, कविता कंवर, पूजा कंवर, भावना कुमारी, वर्षा कुमारी, ज्योत्सना कुमारी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।