राजस्थान में स्टूडेंट्स पढ़ेंगे महाराणा प्रताप और खेजड़ी का बलिदान:दिलावर बोले- एक जुलाई से स्कूली सिलेबस में होगा बड़ा बदलाव

राजस्थान में स्टूडेंट्स पढ़ेंगे महाराणा प्रताप और खेजड़ी का बलिदान:दिलावर बोले- एक जुलाई से स्कूली सिलेबस में होगा बड़ा बदलाव
राजस्थान की भजनलाल सरकार अब स्कूलों के सिलेबस में बदलाव को तैयारी कर रही है। राजस्थान के स्कूलों में प्रारंभिक शिक्षा में अब महाराणा प्रताप से लेकर छत्रपति शिवाजी जैसे भारत के वीर योद्धा और सुभाष चंद्र बोस से लेकर वल्लभभाई पटेल जैसे क्रांतिकारी और महापुरुषों को पढ़ाया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत तैयार हो रहे सिलेबस में छात्रों को भारत के गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराने के लिए यह बदलाव किए जा रहे है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के स्कूलों में कक्षा 1 से 5वीं तक के छात्रों के लिए नया सिलेबस तैयार किया गया है। RSCIT उदयपुर की ओर से तैयार कोर्स को इसी सत्र में लागू किया जाएगा। वीर दुर्गादास, महाराणा प्रताप जैसे योद्धाओं की जीवनी होगी शामिल राज्य सरकार के निर्देश पर गुणवत्तापूर्ण और सटीक जानकारी स्कूलों के माध्यम से छात्रों तक पहुंचाने के लिए नए सिलेबस पर काम किया गया। इनमें कक्षा तीन से ही हिंदी, इंग्लिश और ईवीएस की किताबों में छात्र देश और प्रदेश के योद्धा और क्रांतिकारियों के बारे में पढ़ना शुरू कर देंगे। इसके साथ ही छात्रों को लोकतंत्र की पहली सीढ़ी पढ़ाना भी शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद कक्षा पांचवीं तक आते-आते छात्रों को वीर दुर्गादास, महाराणा प्रताप, दयानंद सरस्वती, छत्रपति शिवाजी जैसे महापुरुषों का जीवन चरित्र भी पढ़ने को मिलेगा। भारतीय संस्कृति और इतिहास का मिलेगा वर्णन शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया- नई शिक्षा नीति के तहत अब छात्र केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहेंगे। उन्हें भारतीय संस्कृति, इतिहास, वीर योद्धाओं के पराक्रम और अपने देश-प्रदेश की भौगोलिक विशेषताओं की भी व्यावहारिक और रोचक जानकारियां मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जिस तरह के प्रावधान हैं, उसके मुताबिक सिलेबस का निर्माण किया गया है। इसी आधार पर पुस्तक लिखी गई है। दिलावर ने कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा लोकल भाषा या मातृभाषा में होगी। ऐसे में विभिन्न बोलियां के शब्दकोश तैयार किए हैं। अधिकांश जिलों के शब्दकोश तैयार हो चुके हैं। इसी आधार पर पुस्तक का लेखन हुआ है। उन्होंने बताया कि आगे जो बड़ी कक्षाएं हैं, उनका कोर्स स्टडी किया जा रहा है। ज्यादातर सिलेबस एनसीईआरटी लिखती है और उसे प्रदेश का शिक्षा महकमा स्वीकार करते हुए सिलेबस में शामिल करता है। बता दें कि छठी से 9वीं और 11वीं का पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, एनसीईआरटी और एनसीएफ 2023 की गाइड के अनुसार तैयार किया जाएगा। जो अगले सत्र 2026-27 में लागू होगा। वहीं, कक्षा 10वीं और 12वीं का नया सिलेबस भी तैयार होना है। जो सत्र 2027-28 में लागू होगा। इसके लिए एक्शन प्लान तैयार कर पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।