बाबूलाल कटारा की बेडशीट पेपर लीक का अहम सबूत:भांजे की हैंडराइटिंग भी मैच, 5 सबूत बने केस चलाने का आधार

पेपरलीक के आरोपी आरपीएससी के निलंबित सदस्य बाबूलाल कटारा के खिलाफ अब कोर्ट में केस चलाने की मंजूरी मिल गई है। सरकार ने उदयपुर के बेकरिया पुलिस थाने में दर्ज सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा-2022 पेपर लीक मामले में 10 जून को अभियोजन स्वीकृति दी। इससे संबंधित आदेश गुरुवार को कोर्ट में पेश किए गए। सरकार के इन आदेशों में कटारा के खिलाफ कौनसे 5 बड़े सबूतों को आधार बनाया गया है। भास्कर ने इसकी पड़ताल की। पढ़िए ये Exclusive रिपोर्ट... 1. पहला सबूत : डबल बेड की बेडशीट ने खोला राज एसओजी ने पेपर लीक माफिया अनिल कुमार मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा से 2 मोबाइल जब्त किए थे। इन्हें जांच के लिए एफएसएल भेजा गया। वीवो कंपनी के एक मोबाइल से डाटा रिकवर किया गया। उस मोबाइल फोन में हाथ से लिखे प्रश्न पत्रों के फोटो मिले थे। इन प्रश्न पत्रों की फोटो एक बेड पर रखकर खींची गई थी। उस बेडशीट के किनारे उस फोटो में साफ नजर आ रहे थे। एसओजी ने आरोपी बाबूलाल कटारा के सरकारी आवास से जब्त बेडशीट के प्रिंट से मिलान किया। वो हू-ब-हू मिला, जिससे साबित हुआ कि इनकी फोटो बाबूलाल कटारा के घर से ही ली गई थी। एसओजी की जांच में सामने आया कि अनिल कुमार मीणा ने बाबूलाल कटारा के सरकारी आवास में अलमारी में रखे रजिस्टर को निकालकर डबल बेड पर रखा। इस रजिस्टर में बाबूलाल कटारा के भांजे विजय डामोर ने प्रश्न पत्रों के 3 सेट से प्रश्न लिखे थे। अनिल ने अपने मोबाइल से इन प्रश्नों की फोटो ली। मोबाइल की फोटो में दिख रही बेडशीट बाबूलाल के डबल बेड की बेडशीट ही निकली। इस सफेद रंग की बेडशीट पर हल्के लाल रंग की धारियां और पत्तियां बनी हुई हैं। एसओजी के इंस्पेक्टर मोहनलाल पोसवाल ने डबल बेड पर बिछी हुई बेडशीट की फोटाेग्राफी कराई। एसओजी ने इसे बड़े सबूत के तौर पर जब्त किया। 2. दूसरा सबूत : एफएसएल जांच में हैंडराइटिंग हुई मैच बाबूलाल कटारा के अजमेर स्थित सरकारी आवास पर उसका भांजा विजय डामोर भी रहता था। बाबूलाल सामान्य ज्ञान व शैक्षिक मनोविज्ञान विषय के 3 सेट के पेपर आरपीएससी से घर लाया। भांजे विजय से एक रजिस्टर में सभी प्रश्नों को लिखवाया। इसके बाद दोनों रजिस्टर को अलमारी में रखकर व चाबी के बारे में अनिल को बताकर डूंगरपुर चला गया। शेर सिंह मीणा उर्फ अनिल ने इसी रजिस्टर में लिखे प्रश्नों की अपने मोबाइल से फोटो ली। एफएसएल जांच में विजय डामोर की हैंडराइटिंग का रजिस्टर में लिखे प्रश्नों से मिलान हुआ। वहीं अनिल कुमार मीणा के मोबाइल से मिले हाथ से लिखे प्रश्नों के फोटो की लिखावट से भी इसकी पुष्टि हुई। 5 जुलाई 2023 को मिली एफएसएल रिपोर्ट में मोबाइल फोन से रिकवर डेटा व रजिस्टर में लिखे प्रश्न पत्र विजय कुमार डामोर का ही लिखा होना पाया गया। 3. तीसरा सबूत : मोबाइल लोकेशन बनी पुख्ता सबूत बाबूलाल कटारा के मोबाइल फोन की सीडीआर रिपोर्ट (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) आरोपी के खिलाफ एसओजी का तीसरा पुख्ता सबूत है। एसओजी की जांच में आरोपी अनिल कुमार मीणा और बाबूलाल कटारा के मोबाइल फोन की लोकेशन कई बार एक साथ ट्रेस हुई। दोनों एक वर्ष से अधिक समय से परिचित थे। जांच में सामने आया कि पेपर लीक करने से पहले व बाद में दोनों के बीच कई बार फोन पर बातचीत भी हुई। एसओजी के अनुसार 19 अप्रैल व 20 मई 2022 को दोनाें के बीच 5 बार बातचीत हुई। वहीं 5 जून से 12 जुलाई 2022 तक 31 बार बातचीत हुई। अनिल और बाबूलाल के मोबाइल की लोकेशन भी एक ही जगह मिली। जिस दिन अनिल मीणा पेपर खरीदने के बदले रुपए देने डूंगरपुर गया। उस दिन 29 और 30 अक्टूबर 2022 को सुबह 10 बजकर 20 मिनट तक दोनों की लोकेशन डूंगरपुर थी। इस दौरान विजय डामोर भी डूंगरपुर था। इसकी पुष्टि सीडीआर रिपोर्ट में हुई। इसके बाद बाबूलाल उसी दिन शाम को सवा सात बजे अजमेर स्थित सिविल लाईन आ गया था। 4. चौथा सबूत : अनिल कुमार मीणा व भूपेंद्र सारण के बयान पेपर लीक गिरोह में शामिल अनिल कुमार उर्फ शेर सिंह मीणा को 6 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया गया था। उसने बाबूलाल कटारा से 60 लाख रुपए में पेपर खरीदा। इस पेपर की प्रिंट आउट कॉपी को 19 दिसंबर 2022 को उसने जयपुर में 80 लाख रुपए में भूपेंद्र सारण व सुरेश कुमार ढाका को बेचा। एसओजी को दिए अपने बयान में अनिल व भूपेंद्र सारण, दोनों ने इसकी पुष्टि की है। 5. पांचवां सबूत : प्रश्नों का मिलान सही मिला अनिल के मोबाइल से रिकवर डाटा में मिले प्रश्न पत्र का क्रमांक और बाबूलाल कटारा द्वारा एक्स्पर्ट से तैयार कराकर आरपीएससी में दिए गए प्रश्न पत्र के प्रश्न व उनके क्रमांक (प्रश्न क्रमांक 26 व 27 को छोड़कर प्रश्न एक से लगातार 80 तक) हूबहू पाए गए। 22 दिसंबर 2022 को हुए सामान्य ज्ञान के पेपर में भी 79 प्रश्न हूबहू मिले। जिससे बाबूलाल कटारा की भूमिका साबित होती है। एसओजी के सबूतों से सरकार सहमत एसओजी की जांच में सामने आया कि फर्स्ट ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा 2022 का पेपर परीक्षा से पहले ही आरपीएससी से लीक हुआ। बाबूलाल कटारा ने अन्य पेपर गिरोह माफिया से मिलकर इस पूरी साजिश को अंजाम दिया। एसओजी की जांच में बाबूलाल के खिलाफ आरोप प्रमाणित पाए गए। विशेष लोक अभियोजक भंवर सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी बाबूलाल कटारा के खिलाफ गुरुवार को कोर्ट में अभियोजन स्वीकृति पेश की है। इसकी अगली सुनवाई 30 जून को होगी। SI भर्ती सहित 3 केस में अभियोजन स्वीकृति का इंतजार एसओजी को बेकरिया पुलिस थाने में दर्ज फर्स्ट ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा-2022 के पेपर लीक मामले में ही बाबूलाल कटारा के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति मिली है। जबकि एसआई पेपर लीक केस, उदयपुर के सुखेर में दर्ज सेकेंड ग्रेड भर्ती परीक्षा व एक अन्य वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा मामले में भी बाबूलाल कटारा आरोपी है । एसआई भर्ती परीक्षा में उन पर आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राईका को पेपर देने का आरोप है। इन मामलों में एसओजी को अभी तक बाबूलाल कटारा के खिलाफ केस चलाने की अनुमति नहीं मिली है। क्या है बेकरिया पेपर लीक केस उदयपुर के बेकरिया पुलिस थाने में 2022 में फर्स्ट ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक को लेकर केस दर्ज किया था। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना पर एक बस से अभ्यर्थियों व डमी परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया। इन सभी के पास आरपीएससी का लीक पेपर सॉल्वड पेपर के रूप में मिला। यह पेपर आरोपियों ने भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका से लिए थे। जब पुलिस ने दबिश दी उस दौरान चलती बस में परीक्षार्थियों को पेपर सॉल्व कराया जा रहा था। 9 हजार 760 पदों पर होनी थी भर्ती राजस्थान लोकसेवा आयोग अजमेर ने 5 अप्रेल 2022 को विज्ञप्ति जारी की। जिसमें माध्यमिक शिक्षा विभाग के लिए वरिष्ठ अध्यापक के 9,760 पदों पर ऑनलाइन आवेदन मांगे गए। अंग्रेजी, हिंदी, गणित, संस्कृत, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, पंजाबी और उर्दू विषयों के अध्यापकों की भर्ती की जानी थी। इसकी परीक्षा 21 से 24 दिसंबर व 26 व 27 दिसंबर 2022 को होनी थी। इस भर्ती परीक्षा के लिए कुल 500 अंकों के लिए दो पेपर वैकल्पिक पैटर्न पर आयोजित किए जाने थे। पहला पेपर सामान्य ज्ञान व दूसरा संबंधित विषय का था। प्रत्येक पेपर में कम से कम 40 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य था। .... राजस्थान में पेपरलीक से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... पेपरलीक से शिक्षा अधिकारी के बेटे की 19वीं रैंक आई:10 लाख में खरीदा था पेपर, पिता के साथ ट्रेनी एसआई बेटा गिरफ्तार SI भर्ती मामले में सरकार ने नहीं लिया अंतिम फैसला:हाईकोर्ट से कहा- CM व्यस्त थे, और समय चाहिए; 1 जुलाई को होगी अगली सुनवाई