पाकिस्तान में बाढ़ से 17 की मौत:लाशों को कचरा गाड़ी में भरकर ले गए, मंत्री बोलीं- बचा नहीं पाए, इज्जत से घर पहुंचा देते

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में शुक्रवार को स्वात नदी में अचानक आई बाढ़ में 17 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग लापता है। मरने वालों में 9 लोग एक ही परिवार के थे। वहीं, बाढ़ से जान गंवाने वाले लोगों के लाशों को कचरा गाड़ी में ले जाने का मामला सामने आया है। इस पर पंजाब की सूचना मंत्री आजमा बुखारी ने शनिवार को पंजाब विधानसभा में नाराजगी जताई। उन्होंने कहा- बचावकर्मी ने लाशों को ले जाने के लिए कचरा ढोने वाली गाड़ियों का इस्तेमाल किया, अगर आप उन्हें बचा नहीं सकते, तो कम से कम उन्हें सम्मान के साथ घर ही पहुंचा देते। पिकनिक मनाने आया परिवार डूबा जिला प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार को 17 लोगों का एक परिवार स्वात नदी के किनारे पिकनिक मनाने के लिए आया था। लोग नदी में तस्वीरें ले रहे थे, तभी अचानक बाढ़ आ गई। उनके रिश्तेदार बचाने के लिए दौड़े, लेकिन वे भी बाढ़ में फंस गए। ये लोग लगभग 45 मिनट नदी के बीच में ही फंसे रहे थे, लेकिन बहाव तेज होने के कारण नदी में डूब गए। रेस्क्यू टीम ने 9 लोगों के शव बरामद कर लिए हैं। चार को बचा लिया गया है। स्वात नदी में आई बाढ़ की तस्वीरें... स्वात नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी पाकिस्तान जिला प्रशासन के मुताबिक बचावकर्मी नदी किनारे पांच जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं और 80 से ज्यादा बचावकर्मी इसमें लगे हुए हैं। शुक्रवार को ही प्रांतीय आपातकालीन सेवा के प्रवक्ता शाह फहद ने बताया कि करीब 100 बचावकर्मियों ने 58 लोगों को बचा लिया है और लापता पर्यटकों की तलाश जारी हैं। 24 घंटों में बारिश से 10 लोगों की मौत पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पर्यटकों की मौत पर दुख जताया है, और अधिकारियों को नदियों और नालों के पास सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके अलावा, बचाव अधिकारियों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में पूर्वी पंजाब और दक्षिणी सिंध प्रांतों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। -------------- ये खबर भी पढ़ें... देश छोड़ना चाहती है तुवालु की एक तिहाई आबादी:ऑस्ट्रेलिया में बसने के लिए आवेदन किया; 25 साल में आधा तुवालु समुद्र में डूब जाएगा तुवालु के एक-तिहाई से ज्यादा लोगों ने दुनिया के पहले ‘क्लाइमेट वीजा’ के लिए आवेदन किया है। इससे उन्हें ऑस्ट्रेलिया में स्थायी रूप से रहने की अनुमति मिलेगी। यह वीजा आवेदन 16 जून को शुरू हुआ था। हालांकि हर साल सिर्फ 280 लोगों को ही लॉटरी के जरिए ये वीजा मिलेगा। पूरी खबर पढ़ें...