नाटक अमर अमृता में प्रस्तुत की गई बलिदान की अमर गाथा

नाटक अमर अमृता में प्रस्तुत की गई बलिदान की अमर गाथा
बीकानेर| ऊर्जा थियेटर सोसाइटी की तरफ से टाउन हाल में शनिवार को अमृता जात्रा के अंतर्गत नाटक अमर अमृता का प्रभावी मंचन किया गया। नाटक में पर्यावरण के लिए अमृता देवी के दिए गए ऐतिहासिक बलिदान को प्रस्तुत किया गया। नाटक में दिखाया गया कि किस प्रकार खेजड़ली के पेड़ों को कटने से बचाने के लिए अमृता देवी उसकी तीन पुत्रियों सहित तीन सौ तिरेसठ लोगों में अपने प्राणों की आहुति दी। विख्यात कवि मोहन आलोक के राजस्थानी काव्य वन देवी पर आधारित इस नाटक का नाट्य रूपांतरण वरिष्ठ रंगकर्मी अशोक जोशी ने तथा निर्देशन युवा रंगकर्मी सुरेश पूनिया ने किया। नाटक में सिफरा, प्रिया आर्य, अकांक्षा पुरोहित, अक्षिता जोशी, प्रियांशु सोनी, नील माधव, गणेश छंगाणी, सिद्धार्थ कुल्हरिया, सात्विक तंवर, राहुल माधव, उदय सिंह भाटी, रवि शर्मा, अदनान खान, सिमी सत्यानी, जय खत्री, कृष्णा, नावेद भाटी, अनिल बांधडा, गर्वित मोयल, रोहित वाल्मीकि, मिलन आदि ने मंच पर विभिन्न भूमिकाओं को साकार कर दर्शकों को अभिभूत किया। गायन अशोक जोशी, संगीत अविनाश बिस्सा, मंच सज्जा नीरज कुमार, प्रकाश प्रभाव रमन कुमार, रूप सज्जा प्रेरणा जैन, मंच प्रबंध कान नाथ गोदारा, विशेषज्ञ शंकर लाल तथा निर्मल बरड़िया सहयोगी राजाराम धारणिया, बिहारी लाल तथा बनवारी लाल डेलू थे।