धारदार हथियार से वार कर बिजनेसमैन की हत्या:खेत में बने मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे वापस, 6 बदमाशों ने किया हमला

धारदार हथियार से वार कर बिजनेसमैन की हत्या:खेत में बने मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे वापस, 6 बदमाशों ने किया हमला
झालावाड़ में बदमाशों ने सीमेंट-बजरी कारोबारी की हत्या कर दी। हमलावरों ने धारदार हथियार से कारोबारी पर ताबड़तोड़ वार किए। वारदात मंडावर गांव में सोमवार सुबह की है। खेत से घर जाते समय हमला मंडावर थाने के एसएचओ महावीर प्रसाद ने बताया- बिजनेसमैन सुरेंद्र मेवाड़ा (48) सुबह करीब 7 बजे अपने खेत से घर की ओर आ रहे थे। रास्ते में अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियारों से उन पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले की जानकारी मिलने पर मेवाड़ा के परिजन मौके पर पहुंचे और घायल हालत में सुरेंद्र को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल के बाहर जुटी भीड़ घटना की सूचना पर जिला अस्पताल में बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया है। डिप्टी हर्षराज सिंह खरेड़ा समेत आसपास के थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हैं। हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। 6 बदमाशों ने किया हमला सुरेंद्र मेवाड़ा के बेटे अभिषेक ने बताया- मेरे पिता के खिलाफ साजिश हुई है। मेरे पिता खेत के पास सुबह-सुबह रोज बालाजी के मंदिर जाते थे। मंदिर में दर्शन करने के बाद गाड़ी में बैठते समय 6 बदमाशों ने हमला किया। पिता को गोली भी लगी है। धारदार हथियार से हाथ-पैर में वार किया गया है। जिन लोगों पर शक है, उनके खिलाफ रिपोर्ट कराई गई है। सत्तू चौधरी हत्याकांड में आरोपी सुरेंद्र मेवाड़ा लंबे समय से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े थे। इलाके में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती थी। मेवाड़ा का नाम झालावाड़ के चर्चित सत्तू चौधरी हत्याकांड से भी जुड़ा था। जिसमें सुरेंद्र मेवाड़ा सहित हत्याकांड के 6 आरोपियों को ट्रायल कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट ने सजा को निलंबित कर सभी को जमानत दे दी थी। तब से मेवाड़ा जमानत पर थे। व्यापार में वर्चस्व बढ़ा तो साथियों ने ही रचि हत्या की साजिश झालावाड़ निवासी स्टोन-क्रेशर व्यापारी सत्यनारायण चौधरी की 29 नवंबर 2012 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या की साजिश उसके व्यवसायी साथियों ने रची थी और शूटर से सत्तू की हत्या करवाई थी। घटना वाले दिन मृतक सत्यनारायण चौधरी अपने मित्र रामगोपाल चौधरी के साथ ही रात में भवानीमंडी से किसी विवाह समारोह से लौटकर मास्टर कॉलोनी स्थित रामगोपाल चौधरी के घर पर आए। रामगोपाल को उसके घर छोड़कर जब सत्यनारायण चौधरी अपनी गाड़ी में बैठने लगा, तभी भाड़े से बुलाए गए शूटर ने गोली चला कर उसकी हत्या कर दी और फरार हो गए थे। सुरेंद्र मेवाड़ा भी इस हत्याकांड की साजिश रचने में शामिल थे।