डोटासरा बोले- ऐसी निर्लज्ज, निकम्मी सरकार नहीं आई:ब्यूरोक्रेसी और बीजेपी नेता दोनों हाथों से लूटने में लगे हैं, सरकार रामभरोसे चल रही

डोटासरा बोले- ऐसी निर्लज्ज, निकम्मी सरकार नहीं आई:ब्यूरोक्रेसी और बीजेपी नेता दोनों हाथों से लूटने में लगे हैं, सरकार रामभरोसे चल रही
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इस सरकार में पूरी तरह ब्यूरोक्रेसी हावी है। भ्रष्टाचार का तांडव नृत्य कर रही है। नीचे से लेकर ऊपर तक ब्यूरोक्रेसी के लोग और बीजेपी नेता दोनों हाथों से लूटने में लगे हुए हैं। जनता की समस्याओं पर इनके कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। इन्हें अपनी कुर्सी बचाने से मतलब है, इसके अलावा कोई मतलब नहीं है। डोटासरा प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। डोटासरा ने कहा- इतनी निष्क्रिय, निर्लज और निकम्मी सरकार आज तक कभी नहीं आई। पहले बीजेपी की भी सरकारें रहीं। कांग्रेस की सरकारें रहीं। लेकिन इतनी अनिर्णय की स्थिति देश के इतिहास में कभी नहीं रही। डेढ़ साल में ये एसआई भर्ती पर फैसला नहीं कर पाए कि भर्ती निरस्त होगी या नहीं होगी। ये कह रहे हैं, एक लाख को नौकरी दे देंगे। इनको नौकरी दी हुई, उनके बारे में निर्णय नहीं कर पा रहे हो। कांग्रेस राज के 800 कामों की समीक्षा अब तक नहीं कर पा रही सरकार जयपुर की ज्वेलरी फैक्ट्री में सीवर लाइन में उतारे गए चार मरीजों की मौत पर डोटासरा ने कहा- हमारी सरकार के वक्त सीवरेज की सफाई के लिए रोबोटिक मशीनें खरीदी गईं थीं। इस सरकार ने उन्हें गायब कर दिया, कह रहे हैं समीक्षा कर रहे हैं। ये 800 कामों की समीक्षा कर रहे हैं। समीक्षा करते-करते डेढ़ साल तो हो गया। अब तक कोई रिजल्ट नहीं आया। पहली बार हाईकोर्ट ने पंचायत पुनर्गठन पर स्टे दिया, बीजेपी कैसे जीते इसी को आधार बनाकर पुनर्गठन किया डोटासरा ने कहा- हाईकोर्ट ने पहली बार किसी सरकार के परिसीमन पर सवाल उठाकर स्टे लगाया है। सैकड़ों की याचिकाओं को स्वीकार करते हुए इनके राजनीतिक आधार पर किए जा रहे पुनर्गठन पर रोक लगाई है। जवाब मांगा है। परिसीमन पर कभी स्टे नहीं आया, लेकिन इन्होंने केवल राजनीतिक दुर्भावना से परिसीमन करके मापदंडों को ताक पर रखा दिया। बीजेपी कैसे जीते और कांग्रेस कैसे हारे, इसी पर परिसीमन किया। पीएम मोदी सेना के शौर्य के पीछे छुपकर राजनीतिक रोटियां सेकना चाहते हैं डोटासरा ने कहा- अब आप किस मुंह से तिरंगा यात्रा निकाल रहे हो। जब युद्ध चल रहा था, तब कांग्रेस ने तिरंगा यात्रा निकाली। ताकि सेना का मनोबल ऊपर रहे। ट्रंप के दबाव में आकर सीजफायर कर दिया। जबकि रक्षा मंत्री से लेकर कई मंत्री संसद में कहते थे कि पीओके लेकर रहेंगे। जब सारी पार्टियां सरकार के साथ खड़ी थीं। तब सरकार ने अकेले में सीजफायर का निर्णय क्यों किया। संसद का एक सत्र बुलाना चाहिए। पीएम मोदी सेना के शौर्य के पीछे छुपकर राजनीतिक रोटियां सेकना चाहते हैं सरकार ही राम भरोसे चल रही है डोटासरा ने कहा- यह सरकार ही राम भरोसे चल रही है, कोई पूछने वाला नहीं है। लोगों की मौतें हो रही है। माफिया हावी हो रहे हैं। माफिया लोगों को पीट रहे हैं। एसआई भर्ती पर ये डेढ़ साल से कोई फैसला नहीं कर पा रहे हैं। पहले तो इन्होंने ऐसा वातावरण बनाया कि 400-500 एसआई फर्जी हैं। कल हाईकोर्ट में जाकर कहते हैं 50-55 ही गलत हैं। बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए जो माहौल बनाया, उससे युवाओं, बेरोजगारों के साथ धोखा किया। डोटासरा ने कहा- आज भी राजस्थान की जनता वास्तविकता जानना चाहती है कि एसआई भर्ती रद्द करोगे या नहीं करोगे? नहीं करोगे तो नियुक्ति कब देंगे, निरस्त करेंगे तो कब वापस एग्जाम करवाएंगे? जो एसआई सही तरीके से लगे हैं। उनके लिए आपकी क्या व्यवस्था होगी? लगता है पर्ची ऊपर से आई नहीं इसलिए फैसला नहीं कर पा रहे। जब तक दिल्ली से पर्ची नहीं आ जाती, तब तक को निर्णय लेते नहीं है। मुख्यमंत्री अभी दिल्ली घूम रहे हैं, कभी देव दर्शन यात्रा पर निकल जाते हैं। विभागों को रिव्यू के नाम से टाइम पास करते हैं। लेकिन रिजल्ट क्या आ रहा है, जनता को क्या मिलता है। गर्मी में पानी बिजली नहीं मिल रही है।