सूदखोरों से परेशान भाजपा-नेता ने की आत्महत्या:मंदिर में जाकर जहर खाया, सुसाइड नोट लिखा; बोले- 50 लाख के बदले 3 करोड़ दे चुका

सूदखोरों से परेशान भाजपा-नेता ने की आत्महत्या:मंदिर में जाकर जहर खाया, सुसाइड नोट लिखा; बोले- 50 लाख के बदले 3 करोड़ दे चुका
संगठन में विभिन्न पदों पर रहे भाजपा नेता ने सूदखोरों से परेशान होकर मंदिर में जहर खा कर अपनी जान दे दी। उन्होंने सुसाइड करने से पहले पीएम मोदी के नाम ज्ञापन भी लिख कर SDM को सौंपा था। इसमें गुहार लगाई थी कि सूदखोरों ने मुझसे अवैध वसूली की और मेरे स्टाम्प और खाली चेक हड़प लिए। मैं 50 लाख के बदले अब तक 3 करोड़ रुपए दे चुका हूं। इसके बावजूद मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। वहीं भाजपा नेता ने मरने से पहले लेनदेन के सेठ लोग के नाम शीर्षक से सुसाइड नोट भी लिखा था। परिजनों ने सुसाइड नोट और पीएम को लिखे ज्ञापन के आधार पर मामला दर्ज करवाया है। मामला भीलवाड़ा के आसींद थाना इलाके के मारवों का खेड़ा गांव की है। पहले समझिए घटना की टाइमलाइन अब पढ़िए 8 जून को मिला सुसाइड नोट बेटा बोला- मंदिर में जाकर जहर खाया था लादूलाल के बेटे कन्हैयालाल ने बताया- पिताजी ने 24 मई को लेटर लिखा। इसके बाद गांव (मारवों का खेड़ा ) के बालाजी मंदिर में जाकर कीटनाशक खा लिया। मुझे जब यह जानकारी मिली तो उन्हें तुरंत आसींद हॉस्पिटल ले गया। वहां से उन्हें भीलवाड़ा रेफर कर दिया गया। भीलवाड़ा में वे 3 दिन एडमिट रहे। 27 मई की रात उनका निधन हो गया। बारह दिन तक घर में संस्कार किए गए। इसके बाद जब पिताजी के कमरे में रखे दस्तावेज खंगाले तो 8 जून को उनके हाथ से लिखा एक पत्र मिला। यह उनका सुसाइड नोट था। जिसमें उन्होंने आरोपियों के नाम लिखे थे। पिता 6 गुना रकम दे चुके उनके सुसाइड नोट और प्रधानमंत्री के नाम लिखे लेटर के आधार पर 14 जून को आसींद थाने में मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई है। आज तीसरे दिन भी पुलिस के हाथ खाली हैं। कन्हैयालाल ने बताया- पिता ने प्रधानमंत्री के नाम जो ज्ञापन दिया था। उसमें उन्होंने ब्याज खोरों के दबाव में सुसाइड करने की बात लिखी। पिताजी ने रुपए उधार लिए थे, जिसकी एवज में 6 गुना रकम चुकाने के बाद भी आरोपी ब्याज की अवैध वसूली कर रहे थे। उन्होंने रकम चुकाने के बाद भी न तो स्टाम्प पेपर लौटाए और न साइन किए चेक वापस दे रहे थे। 'मेरे साथ हर किसी ने धोखा किया, आत्महत्या कर रहा हूं' प्रधानमंत्री को लिखे ज्ञापन में लादूलाल ने एक एक आरोपी से लेन-देन का हिसाब लिखा। बताया कि हर किसी ने मुझे ठगा, धोखाधड़ी की और कंगाल कर दिया। उन्होंने लिखा- मैंने चांदमल और उसके बेटों से 50 लाख रुपए उधार लिए थे। इसके बदले उसने मेरी पत्नी और बेटे के बैंक खाते के खाली साइन किए चेक और स्टांप लिए थे। दो रुपए सैकड़ा ब्याज तय हुआ था। मैं लगातार ब्याज चुकाता रहा लेकिन वे ब्याज पर ब्याज चढ़ाते रहे। 50 लाख की एवज में 3 करोड़ रुपए जमा करा चुका हूं। कहते हैं- ब्याज बकाया है तेली ने ज्ञापन में लिखा- उनसे स्टाम्प और चेक मांगता हूं तो कहते हैं ब्याज बकाया है। जब मैंने चांदमल के 49 लाख रुपए चुकाए थे और सिर्फ 1 लाख रुपए बचे थे तब भी वह पूरे 50 लाख का ब्याज लगा रहा था। इन लोगों ने मुझे कंगाल कर दिया है। मैंने देवीलाल मेवाड़ा से 6 लाख रुपए उधार लिए थे। उसके पास भी स्टांप चेक रखे थे। उसे 6 लाख के बदले 30 लाख चुका दिए हैं, फिर भी स्टांप और चेक नहीं लौटाए सामान ले गया रुपए नहीं दिए तेली ने ज्ञापन में लिखा- ताराचंद मेवाड़ा से 8 लाख रुपए लिए थे- उसे 20 लाख रुपए चुकाए। फिर भी स्टांप चेक नहीं लौटाए। ताराचंद ने मेरी फर्म से सीमेंट ब्लॉक, कोटा स्टोन और ईंटों समेत 20 लाख का सामान लेकर गया था जिसके अभी तक रुपए भी नहीं दिए। खाली चेक पर अमाउंट भर दिया तेली ने ज्ञापन में लिखा- धापू देवी और उसके बेटों से 2 लाख रुपए लिए थे। इसके एवज में 15 लाख रुपए भर चुका हूं लेकिन ब्याज ही खत्म नहीं होता। उसने भी स्टांप चेक नहीं लौटाए। धापू देवी ने मेरे खाली चेक पर 10 लाख राशि भरकर बैंक में जमा करा दी। चेक बाउंस हुआ तो कोर्ट से केस लग गया। ब्याज के 3 करोड़ भर चुका तेली ने ज्ञापन में लिखा- हरिशंकर शर्मा मेरी हनुमान स्टोन कटिंग एंड पॉलिशिंग फैक्ट्री का वर्किंग पार्टनर रहा है- उसने कहा कि आपके दो मकान और 4 बीघा जमीन मेरी पत्नी के नाम रजिस्ट्री करा दो- फिर हम कर्ज लेकर फैक्ट्री चालएंगे- काम शुरू होने के बाद उसने मेरे कागजात नहीं लौटाए, उल्टे 22 लाख की डिमांड करने लगा- हरिशंकर ने मेरी प्रॉपर्टी हड़प ली। 10 अन्य सरकारी टीचर्स से मैंने 50 लाख रुपए उधार लिए थे। उनके भी 3 करोड़ रुपए भर चुका हूं लेकिन ब्याज के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। जान से मारने की धमकी देते हैं तेली ने ज्ञापन में लिखा- सत्यनारायण जोशी और राधेश्याम ने मेरी जमीन पर कब्जा कर लिया। ब्राह्मणों की सरेरी लक्ष्मीपुरा में सरकारी स्कूल के पास हमारी जमीन है- दोनों आरोपियों ने जमीन पर कब्जा कर लिया है- कलेक्टर के आदेश पर कब्जा हटाया लेकिन आरोपी हमें हमारी ही जमीन पर नहीं जाने देते- मरने-मारने की धमकी देते हैं। ट्रैक्टर-JCB गिरवी रखी तेली ने ज्ञापन में लिखा- लादूनाथ योगी और लादूनाथ चक्कीवाला ने भी दो साल पहले 5 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। विष्णु सिंह से मैंने 10 लाख रुपए उधार लिए थे- इसके लिए एक जेसीबी और 4 ट्रैक्टर के कागज गिरवी रखे थे- इसके बदले 48 लाख रुपए भर चुका हूं लेकिन उसने मेरे कागजात नहीं लौटाए- वह जान से मारने की धमकी देता है पत्र में लिखा- सभी ने मेरे साथ धोखा किया, चौथ वसूली की। कंगाल कर दिया। परेशान होकर आत्महत्या करने को मजबूर हूं। कौन है लादू लाल तेली पुत्रवधू भी रही प्रधान 2015 से 2020 तक पुत्रवधू लक्ष्मी देवी आसींद भाजपा से पंचायत समिति में प्रधान पद पर रही