पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित:वृक्षारोपण, व्याख्यान एवं चित्रकला प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, विजेताओं को किया पुरस्कृत

‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ के अंतर्गत उप क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, जोधपुर में एक दिवसीय पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत वृक्षारोपण के साथ हुई, जिसमें विज्ञान केंद्र परिसर में 100 पौधे लगाए गए। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति सकारात्मक संदेश देना और हरित परिवेश को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने जल संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जल जीवन का आधार है, किंतु आज जल संकट गंभीर रूप लेता जा रहा है। इससे निपटने के लिए समाज में व्यापक जन-जागरूकता की आवश्यकता है। कार्यक्रम में पर्यावरणविद् डॉ. पीएस. जाखड़ ने “जल, जंगल और जमीन” के महत्व पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि यह तीनों मानव सभ्यता की मूलभूत आवश्यकताएं हैं और इनके संरक्षण के बिना जीवन असंभव है। प्रकृति की रक्षा करना नैतिक दायित्व वरिष्ठ वक्ता आईदान राम चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि मनुष्य और प्रकृति का संबंध अनादिकाल से रहा है, और प्रकृति की रक्षा करना हमारा नैतिक दायित्व है। इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें लगभग 50 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। तीन विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता में आईदान राम चौधरी एवं डॉ. पूनम सिंह जाखड़ ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। इस अवसर पर केंद्र प्रभारी डॉ. सुशील कुमार दाधीच सहित प्रीतम सिंह गौड़, केसा राम, जिनेन्द्र कुमार, गरिमा भट्ट, सुनील सुथार, कैलाश नाथ, विमल किशोर भाटी, महेन्द्र माथुर, आभा राघव, प्रियंका, मधुमिता सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।