ज्योति की तरह कासिम भी पाकिस्तानी-अफसर के संपर्क में था:भरतपुर का पाक जासूस तिहाड़ में सजा काट चुका; ISI से ट्रेनिंग ली, भाई फरार

ज्योति की तरह कासिम भी पाकिस्तानी-अफसर के संपर्क में था:भरतपुर का पाक जासूस तिहाड़ में सजा काट चुका; ISI से ट्रेनिंग ली, भाई फरार
राजस्थान के डीग ( पहले भरतपुर जिला) से पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस के बारे में बड़ा खुलासा हुआ है। एजेंसियों के अनुसार आईएसआई एजेंट मोहम्मद कासिम हिसार(हरियाणा) की यू-ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की तरह भारत में पाकिस्तान हाई कमीशन के अफसर रहे एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में रहा था। सूत्रों के मुताबिक कासिम से पूछताछ में सामने आया है कि उसका बड़ा भाई हसीन भी पाकिस्तान जाकर आया था और ISI से जासूसी की ट्रेनिंग ली थी। हसीन दोबारा पाकिस्तान जाना चाहता था, लेकिन वीजा संबंधी समस्या आ गई थी, इसलिए वह नहीं जा पाया था। ऐसे में उसने अपने छोटे भाई कासिम को पाकिस्तान भेजा था। फिलहाल हसीन फरार है। पूछताछ में कासिम का दानिश से कनेक्शन भी सामने आया है। कासिम दानिश को इंडियन सेना के मूवमेंट की जानकारी देता था। कासिम तिहाड़ जेल में सजा काट चुका एजेंसियों के अनुसार, आईएसआई एजेंट मोहम्मद कासिम तिहाड़ जेल में भी 5 साल सजा काट चुका है। उस पर किडनैपिंग का केस था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने 28 मई को पहाड़ी थाना इलाके के गंगौरा गांव से कासिम को पकड़ा था। शुक्रवार को टीम ने उसके भाइयों को हिरासत में लेने के लिए फिर यहां दबिश दी, लेकिन तीनों पहले ही फरार हो गए। जयपुर में हुई पूछताछ के बाद छोड़ दिया था सबसे पहले 23 मई शुक्रवार को मोहम्मद कासिम को जयपुर की IB और CID टीम ने गंगौरा से हिरासत में लिया था। टीम उसे जयपुर लेकर गई और 4 दिन तक पूछताछ करने के बाद 27 मई को छोड़ दिया था। इसके दूसरे ही दिन 28 मई को कासिम को दिल्ली की स्पेशल सेल ने गंगौरा पहुंचकर दोबारा हिरासत में लिया था। दो दिन हुई पूछताछ में सामने आया कि मोहम्मद कासिम पाकिस्तानी जासूस है। दो बार पाकिस्तान गया था आरोपी, ट्रेनिंग भी ली मोहम्मद कासिम अगस्त 2024 में टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान गया था। इसके बाद इसी साल 2025 में ईद पर भी पाकिस्तान गया था। सामने आया है कि दोनों बार वह ISI के संपर्क में आया और ट्रेनिंग ली। ईद के समय गया कासिम 90 दिन तक पाकिस्तान में रहा था। कासिम ने दिल्ली में कुछ लोगों को सिम भी मुहैया करवाई थी। ताकि उन सिम के जरिए वह PIO इंटेलिजेंस से जुड़ सके और भारत की खुफिया जानकारियां पाकिस्तान को दे सके। दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैद रहा है कासिम मोहम्मद कासिम के गांव वालों ने बताया कि कासिम अपने परिवार के साथ करीब 10 साल पहले दिल्ली रहता था। वहां उस पर किडनैप का केस चला और वह 5 साल तिहाड़ जेल में रहा। इसके बाद वह गांव में शिफ्ट हो गया। वह ताबीज बेचने के साथ मजदूरी करता था। 3 भाइयों के फरार होने से शक गहराया आरोपी कासिम की गिरफ्तारी के बाद से उसके तीन भाई अफजल मौलाना, इश्तियाक और हसीन फरार है। एजेंसियों के अनुसार इश्तियाक हमेशा कासिम के साथ ही रहता था। इसलिए उससे पूछताछ में बड़े खुलासे हो सकते हैं। इश्तियाक और अफजल मौलाना आरोपी के चचेरे भाई हैं। वहीं, हसीन उसका सगा भाई है। कासिम के भतीजे मोहम्मद शोएब ने बताया था कि कासिम गंगौरा गांव में रहकर झाड़-फूंक भी करता था। वह शादीशुदा है उसके तीन बच्चे हैं। वह अक्सर पाकिस्तान फोन पर बात किया करता था। पाकिस्तान में उसकी बुआ रहती है। हालांकि, अब शोएब फोन रिसीव नहीं कर रहा है। जैसलमेर पुलिस ने शकूर खान समेत 7 को पकड़ा जैसलमेर एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि जैसलमेर पुलिस ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अलर्ट होकर संदिग्ध लोगों पर नजर बनाई। 6 से 29 मई तक सरकारी कर्मचारी शकूर खान समेत 7 लोगों को पकड़ा है। सभी लोगों पर पाकिस्तान से फोन पर बातचीत, सैन्य ठिकानों के आस-पास संदिग्ध तरीके से घूमना पाया गया। छह अन्य को तो पूछताछ के बाद पाबंद कर छोड़ा गया, मगर शकूर के सहयोग नहीं करने पर उसे पूछताछ के लिए जयपुर भेजा गया है। इनपुट- पुष्पेंद्र पाठक, पहाड़ी, डीग ------ कासिम से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... भरतपुर का युवक पाकिस्तानी जासूस, ISI से ट्रेनिंग भी ली:सेना से जुड़ी जानकारियां भेज रहा था पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने राजस्थान के युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान कासिम (32) पुत्र महमूदा नक्कस निवासी गंगौरा गांव, पहाड़ी (डीग) के रूप में हुई है। (पढ़ें पूरी खबर)