जलदाय मंत्री का पायलट पर पलटवार:सरकार को महज धुआं छोड़ने वाली बताना हताशाभरा, उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा

जलदाय मंत्री का पायलट पर पलटवार:सरकार को महज धुआं छोड़ने वाली बताना हताशाभरा, उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा
जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि सचिन पायलट विपक्ष के हैं। उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। इसके चलते वे अब ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि दुनिया ने देखा है कि हमने एक ही रात में आतंकियों को घर में घुसकर मारा है। उनके नौ ठिकाने तबाह किए हैं। यह बात मंत्री चौधरी ने सोमवार को वंदे गंगा-जल संरक्षण जन अभियान के छठे दिन सोमवार को पीपलू उपखंड की ग्राम पंचायत सोहेला में हुए जिला स्तरीय कार्यक्रम में मीडिया से बातचीत में कही। गत दिनों टोंक में आए सचिन पायलट द्वारा डबल इंजन की बीजेपी सरकार को महज धुआं छोड़ने वाली सरकार बताने के मामले पर मंत्री चौधरी ने कहा कि पायलट समेत विपक्ष के नेताओं के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। ऐसे में वे अब हताशा भरी बयानबाजी कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि 2012 में तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा था कि हमारे पास दो माह के लड़ाई के लिए हथियार हैं। अब नया भारत है। मोदी के नेतृत्व में हम हथियार खरीदने वाले नहीं बेचने वाले भी बन गए हैं। जब-जब आतंकियों ने भारत पर हमला किया है तो आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा है। चाहे पुलवामा हो या पहलगाम। करारा जवाब दिया है। जबकि पहले ऐसा नहीं था। पहले आतंकी आते थे और लोगों को मारकर चले जाते थे। अब देख लो घर में घुसकर दुश्मनों को मारा जा रहा है। वंदे-गंगा जल संरक्षण जन अभियान में सभी भागीदारी निभाएं जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सभी इस अभियान में अपनी भागीदारी निभाएं। ’जल है तो कल है, यही मेरा संकल्प है कि भावना के साथ हमें जल संरक्षण के सामूहिक प्रयास करने हैं। उन्होंने किसानों को कम से कम पेस्टीसाइड को उपयोग लेने पर जोर देते हुए कहा कि आने वाला समय जैविक खेती का है। जैविक खेती कर भावी पीढ़ी को विरासत में रोग मुक्त जीवन सौंपे। जलदाय मंत्री ने कहा कि रामजल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी लिंक परियोजना) के माध्यम से भविष्य में न केवल टोंक जिले में बल्कि पूर्वी राजस्थान में पानी की कोई समस्या नहीं होगी। परियोजना के तहत जिले के बीसलपुर, ईसरदा, गलवा, मांशी एवं टोरडी सागर बांध समेत अन्य छोटे-बड़े बांधों को पेयजल के लिए आपूर्ति हो सकेगी। इसके लिए 12 हजार करोड़ रुपए के टेंडर हो चुके हैं। पीपलू क्षेत्र में पेयजल समस्या को दूर करने के लिए 275 करोड़ रुपये के टेंडर कर वर्क ऑर्डर जारी किए गए हैं। निवाई शहरी पेयजल योजनाओं के संवर्धन, सुदृढी़करण के लिए 50 करोड़ एवं वनस्थली ग्रामीण पेयजल योजना में भी 8 करोड़ रुपये की लागत से कार्य कराए जाएंगे। कार्यक्रम में देवली-उनियारा विधायक राजेंद्र गुर्जर, निवाई-पीपलू विधायक रामसहाय वर्मा, जिला प्रमुख सरोज बंसल, जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामरतन सौकरिया, पूर्व सभापति लक्ष्मी जैन, पूर्व कृषि मंडी चेयरमैन रामनिवास गुर्जर, अंजलि गुप्ता, नीलिमा आमेरा समेत अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं ग्रामीण मौजूद रहे।