चोरी रोकने में पुलिस नाकाम:दावा- रात में हर थाने के 15 पुलिसकर्मी गश्त पर; हकीकत - फिर भी एक साल में 1300 से ज्यादा चोरी

चोरी रोकने में पुलिस नाकाम:दावा- रात में हर थाने के 15 पुलिसकर्मी गश्त पर; हकीकत - फिर भी एक साल में 1300 से ज्यादा चोरी
भरतपुर जिले में चोरियों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिससे पुलिस की रात्रिकालीन गश्त और सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है। आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक साल में जिले में 1300 से अधिक स्थानों पर चोरी की वारदातें हो चुकी हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि हर थाने में एक पुलिस अधिकारी सहित औसतन 15 पुलिसकर्मी रातभर गश्त पर तैनात रहते हैं, फिर भी चोर बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इन आंकड़ों ने पुलिस की रात्रिकालीन गश्ती व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में एक गांव में एक ही रात दो घरों में चोरी हुई। चोर ताले तोड़कर नकदी और जेवरात ले गए, जबकि उस समय थाने की गश्त का दावा किया जा रहा था। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि हर थाना क्षेत्र में 6–7 होम गार्ड को अलग-अलग कॉलोनियों में गश्त पर लगाया गया है। ये रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक ड्यूटी पर रहते हैं। इसके अतिरिक्त थाने की मोबाइल गश्त टीम में 6 से 11 पुलिसकर्मी शामिल हैं, जो रातभर इलाके में पेट्रोलिंग करते हैं। कई मामलों का जल्दी खुलासा नहीं हो पाता है। बजरंग नगर कॉलोनी निवासी मुकेश कुमार का कहना है कि पुलिस की गश्त अधिकतर कागजों तक सीमित है। जिला प्रकरण भरतपुर 1388 धौलपुर 888 करौली 680 डीग 780 गंगापुर सिटी 439 सवाई माधोपुर 444 कुल 4619 सेवर थाना क्षेत्र में दो दिन के भीतर दो बड़ी चोरी की वारदातें सामने आई हैं। पहली चोरी 7वीं आरएसी में तैनात कांस्टेबल वासुदेव सिंह के निराला विहार स्थित घर में हुई, जहां 29 अप्रैल को परिवार समेत शादी में गए वासुदेव 1 मई को लौटे तो घर का ताला टूटा और सामान बिखरा मिला। चोर वहां से करीब ढाई लाख रुपये के जेवर, नकदी और अन्य सामान ले गए। दूसरी वारदात बजरंग नगर कॉलोनी में 1 मई की रात हुई, जब मुकेश कुमार परिवार सहित गांव गए थे। इस दौरान चोर दीवार फांदकर घर में घुसे और करीब 1.5 लाख रुपये का सामान चुरा ले गए। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है, जिसमें तीन चोर वारदात करते दिखे हैं। "जिले में चोरी रोकने के लिए पुलिस की गश्त और सख्ती बढ़ाई गई है। हर थाने में रात को जाप्ता तैनात किया गया है और मोबाइल टीमें एक्टिव हैं। इसका असर भी दिखा है। 2023 में 1500 से ज्यादा चोरी के केस थे, जबकि 2024 में यह घटकर 1388 रह गए हैं। पुलिस हर वारदात पर तेजी से कार्रवाई कर रही है।" -मृदुल कच्छावा, एसपी भरतपुर