चांदी का चढ़ाव 11वें दिन थमा:31 मई से सोमवार तक 6 हजार 420 रुपए किलो तक महंगी हुई, अब महज 400 रुपए सस्ती, एक लाख 4500 रुपए किलो हुए दाम

चांदी का चढ़ाव 11वें दिन थमा:31 मई से सोमवार तक 6 हजार 420 रुपए किलो तक महंगी हुई, अब महज 400 रुपए सस्ती, एक लाख 4500 रुपए किलो हुए दाम
31 मई से लगातार बढ़ रहे चांदी के दामों में 11वें दिन मंगलवार को गिरावट आई। दाम 400 रुपए घटे और एक लाख 4500 रुपए प्रति किलो रह गए। इससे पहले सोमवार को यह एक लाख 4900 रुपए पर थे। चांदी के इतिहास में यह अब तक के सर्वाधिक दाम भी रहे। पिछले 11 दिनों में चांदी 6 हजार 420 रुपए तक चढ़ चुकी है। आखिरी बार इसके दाम 30 मई को 680 रुपए गिरे थे। इस दिन चांदी 98 हजार 480 रु. किलो रही थी। इसके अगले दिन से शुरू हुई बढ़ोतरी अब जाकर थमी। इस साल 1 जनवरी को चांदी के भाव 88 हजार 550 रुपए किलो थे। पिछले करीब साढ़े 5 महीनों में ये 15 हजार 950 रुपए तक बढ़ चुके हैं। सोना और महंगा...200 रुपए तक बढ़े दाम, 24 कैरेट 98 हजार 800 और जेवराती 90 हजार 895 रुपए पर पहुंचा सोने के दाम 200 रु. प्रति 10 ग्राम तक बढ़े। मंगलवार को 24 कैरेट 200 रु. महंगा हुआ और 98 हजार 800 रु. प्रति 10 ग्राम रहा। इसी तरह 22 कैरेट (जेवराती) में 185 रु. की बढ़ोतरी हुई। इसके दाम 90 हजार 895 रु. रहे। बीते 11 दिनों में चांदी के मुकाबले सोने के दामों में खास अंतर नहीं आया है। 30 मई को 24 कैरेट सोने के दाम 97 हजार 500 रुपए प्रति दस ग्राम थे। ये 5 जून को सर्वाधिक 99 हजार 500 रु. के स्तर पर पहुंचे। इसके बाद सोने के दामों में गिरावट ही रही। 30 मई को 22 कैरेट सोने के भाव 89700 रु. पर थे, जो 5 जून को सर्वाधिक 91 हजार 080 रु. पर पहुंचे। चांदी के दाम बढ़ने के ये कारण चांदी के दामों में हुई लगातार बढ़ोरती के पीछे वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और तनाव को माना जा रहा है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक व्हीकल और सोलर इंडस्ट्री में बढ़ती औद्योगिक मांग जैसे कारणों ने भी चांदी के दाम बढ़ाए हैं।