उच्च शिक्षा विभाग:एआईसीटीई से नहीं मिली मंजूरी; डूंगर कॉलेज में नए सत्र में भी शुरू नहीं होगा एमबीए-एमसीए

उच्च शिक्षा विभाग:एआईसीटीई से नहीं मिली मंजूरी; डूंगर कॉलेज में नए सत्र में भी शुरू नहीं होगा एमबीए-एमसीए
डूंगर कॉलेज में अगले महीने से स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। एमबीए - एमसीए कोर्स में प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थियों को अभी इंतजार करना होगा। संसाधनों के अभाव में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने राजकीय डूंगर कॉलेज सहित प्रदेश के सात सरकारी कॉलेजों को अभी तक एमबीए और एमसीए कोर्स शुरू करने की अनुमति नहीं दी है। नए सत्र में भी यह दोनों कोर्स शुरू होना संभव नजर नहीं आ रहा। दरअसल, राज्य सरकार ने पिछले साल बीबीए- बीसीए के साथ ही पीजी लेवल के इन दोनों कोर्स को शुरू करने की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की थी। लेकिन कॉलेज स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर और स्थाई फैकल्टी नहीं होने के कारण पिछले साल एआईसीटीई से इन कॉलेजों को मान्यता नहीं मिल पाई। उधर, कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने डूंगर कॉलेज सहित अन्य कॉलेजों के प्राचार्य से एमबीए - एमसीए कोर्स शुरू करने के तहत एआईसीटीई के नॉर्म्स के तहत नवीन संकाय भवन निर्माण के लिए राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड से अनुमानित लागत के मुताबिक तकमीना प्राप्त कर प्रस्ताव आयुक्तालय भिजवाने के निर्देश दिए हैं। डूंगर सहित सातों कॉलेजों से एआईसीटीई ने मांगी रिपोर्ट दरअसल, एमबीए और एमसीए तकनीकी कोर्स है। इन कोर्स के संचालन के लिए मंजूरी देने से पहले एआईसीटी ने डूंगर सहित अन्य सातों कॉलेज से संसाधनों को लेकर रिपोर्ट मांगी है। कॉलेज स्तर पर संसाधन उपलब्ध होने के बाद ही इन कोर्सों की मंजूरी मिलने की संभावना है। पिछले साल सितंबर में मिली स्वीकृति, दोनों कोर्स में 16 पद मंजूर राज्य सरकार की बजट घोषणा के तहत आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा ने पिछले साल सितंबर माह में इन दोनों कोर्स की स्वीकृति जारी की थी। संभाग स्तर के सातों कॉलेज में दोनों कोर्स के लिए 8-8 पद भी मंजूर किए गए। जिसमें एमसीए में टीचिंग व नॉन टीचिंग के आठ पदों में सहायक आचार्य के 4 पद, सूचना सहायक के 2 पद, कनिष्ठ सहायक के 1 पद, और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का 1 पद शामिल हैं। वही एमबीए के लिए सह आचार्य के 2 पद, सहायक आचार्य के 2 पद, ट्रेनिंग व प्लेसमेंट ऑफिसर का सहायक आचार्य से निष्पादित, सूचना सहायक का 1 पद, कनिष्ठ सहायक का 1 पद, चतुर्थ श्रेणी मल्टी टास्क कर्मचारी के 2 पद (होमगार्ड के माध्यम से) शामिल हैं। दोनों तकनीकी कोर्स के लिए यह संसाधन जरुरी बीबीए- बीसीए पाठ्यक्रम पिछले साल शुरू कर दिया गया है। एमबीए- एमसीए के लिए तैयारी चल रही है। फैकल्टी भवन निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर जल्द ही आयुक्तालय भिजवाए जाएंगे। -डॉ. राजेंद्र पुरोहित, प्राचार्य, डूंगर कॉलेज