सड़क का अलाइनमेंट बदलने से आमजन परेशान:प्रस्तावित सड़क के लिए जमीन खाली होने के बावजूद कॉलोनी के ऊपर से सड़क निकालने की तैयारी

सेक्टर सड़काें के निर्माण की प्लानिंग बार-बार बदलने से आमजन को परेशानी हो रही है। 24 साल पुरानी सड़क का अलाइनमेंट बदलने से खिरनी फाटक पर बसी बसाई कॉलोनी उजड़ने के मुहाने पर है। कालवाड़ रोड काे खिरनी फाटक से कनेक्ट करने वाली 1.5 किमी लम्बी और 100 फीट चौड़ी सड़क का जेडीए ने 2017 में जोन डवलपमेंट प्लान में अलाइनमेंट बदल दिया और काॅलोनी के बीचोंबीच से सड़क निकालने के लिए सर्वे करवाया जा रहा है। जबकि इस सड़क के लिए 50 मीटर की दूरी पर ही पहले से ही जमीन खाली छोड़ी हुई है। जेडीए यहां से सड़क नहीं निकालकर काॅलोनी के बीच से सड़क बनाने की की तैयारी कर रहा है। सर्वे के साथ ही कॉलोनिवासियों ने विरोध शुरू कर दिया है। 2002 में 100 फीट चौड़ी सड़क का प्लान बना, 2017 में 100 काे 80 फीट कर दिया कालवाड़ रोड से खिरनी फाटक के लिए जेडीए ने साल 2002 में करीब 1.5 किमी लम्बी और 100 फीट चौड़ी सड़क का प्लान तैयार किया था। कालवाड़ रोड से खिरनी फाटक की तरफ 1 किमी लम्बाई में जेडीए ने 100 फीट चौड़ाई में सड़क का निर्माण कर दिया। इसके बाद यह सड़क टर्न लेने के साथ ही खिरनी फाटक तक 100 फीट चौड़ाई में प्रस्तावित थी। इस प्रस्ताव के कारण हरी नगर, शांति नगर, तारानगर के भूखंडों का पट्टा भी 100 फीट सड़क छोड़कर ही दिए गए। 2017 में जेडीए ने जोनल डवलपमेंट में पूर्व प्रस्तावित सड़क 100 फीट चौड़ी सड़क की चौड़ाई घटाकर 80 फीट कर दी और सड़क काे पहले से बसी काॅलोनी के बीच से निकालने का प्लान बना दिया। जेडीए पूर्व में प्रस्तावित सड़क का अलाइनमेंट बदलकर जोनल डवलपमेंट प्लान के अनुसार काॅलोनी के बीच से सड़क निर्माण करता है ताे 70 से 80 मकान टूटेंगे। काॅलोनी के बीच से सड़क निकालने के मामले काे लेकर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी काे ज्ञापन सौंपा है। "काॅलोनी के बीच सड़क निकालने से 80 मकान टूटेंगे, जबकि पहले से छोड़ी गई जमीन से सड़क निकालने पर केवल 10 मकान प्रभावित है। पूर्व में खाली पड़ी जमीन पर अतिक्रमण किए जा रहे है। जेडीए वहां से सड़क निकालने की बजाय काॅलोनी के बीच से सड़क निकाल रहा है। इसका स्थानीय लाेगाें ने विरोध शुरू कर दिया है।" -राजकुमार पंवार, सचिव, श्रीराम तारा नगर विकास समिति