वर्ल्ड अपडेट्स:ब्राजील में हॉट-एयर बैलून में आग लगने से 8 लोगों की मौत, 13 घायल

वर्ल्ड अपडेट्स:ब्राजील में हॉट-एयर बैलून में आग लगने से 8 लोगों की मौत, 13 घायल
ब्राजील के सांता कैटरीना में शनिवार को एक हॉट-एयर बैलून में आग लग गई और वह आसमान से नीचे गिर गया। हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई, 13 लोग घायल हैं। स्थानीय समाचार आउटलेट जी1 ने हादसे का वीडियो शेयर किया है, जिसमें आग की लपटों में घिरे गुब्बारे से धुआं निकलता हुआ दिखाई दे रहा है। आग लगने के बाद गुब्बारा जल गया और उसपर सवार लोग नीचे गिर गए। हॉट-एयर बैलून पर पायलट सहित 21 लोग सवार थे। जी1 की रिपोर्ट के अनुसार पिछले रविवार को साओ पाउलो राज्य में एक गुब्बारा गिर गया था, जिसमें 27 साल की महिला की मौत हो गई थी और 11 अन्य घायल हो गए थे। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... अजरबैजान में 7 जर्नलिस्ट को जेल, विदेशी करेंसी की तस्करी का आरोप, मीडिया संगठनों ने अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बताया अजरबैजान की एक अदालत ने रेडियो फ्री यूरोप/रेडियो लिबर्टी (RFE/RL) के पत्रकार फरीद मेहरालिजादा और छह दूसरे पत्रकारों को अलग-अलग आरोपों में दोषी ठहराते हुए 7 से 9 साल तक जेल की सजा सुनाई। मेहरालिजादा और अब्जास मीडिया के डायरेक्टर उल्वी हसनली, मुख्य संपादक सेविंज अब्बासोवा और पत्रकार हाफिज बबाली को 9 साल की सजा मिली। वहीं, पत्रकार नरगिज अब्सलामोवा और एलनारा गासिमोवा को 8 साल, जबकि मोहम्मद केकेलोव को 7 साल की सजा सुनाई गई। दरअसल, नवंबर 2023 में अब्जास मीडिया के छह पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने उन पर विदेशी करेंसी की तस्करी का आरोप लगाया। मेहरालिजादा को मई 2024 में इसी मामले में गिरफ्तार किया गया। बाद में उन पर टैक्स चोरी और दस्तावेज जालसाजी जैसे आरोप लगाए गए। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने उनकी रिहाई की मांग की है। 'रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स' ने इस सजा को अन्यायपूर्ण और झूठे आरोपों पर आधारित मुकदमा करार दिया। संगठन की संपादकीय निदेशक ऐनी बोकांदे ने कहा- अजरबैजान की सरकार पत्रकारों को जेल में डाल सकती है, लेकिन सच्चाई को नहीं रोक सकती। अजरबैजान में इस साल की शुरुआत में वॉयस ऑफ अमेरिका और ब्लूमबर्ग के प्रेस पास रद्द किए गए और बीबीसी का ऑफिस बंद कर दिया गया। एमनेस्टी इंटरनेशनल की जनवरी 2025 की रिपोर्ट में कहा गया कि अजरबैजान की सरकार राजनीति से प्रेरित गिरफ्तारियों के जरिए स्वतंत्र मीडिया को चुप कर रही है और ये कदम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला हैं। कोलंबिया का प्रदर्शनकारी महमूद खलील 3 महीने बाद रिहा हुआ, फिलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनों में भाग लेने का आरोप था फिलिस्तीनी कार्यकर्ता और कोलंबिया यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र महमूद खलिल को तीन महीने बाद अमेरिकी इमिग्रेंट कस्टडी से रिहा कर दिया गया। खलील को 8 मार्च को मैनहट्टन में उनके घर से हिरासत में लिया गया था। उन पर फिलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनों में भाग लेने का आरोप था। इसके साथ सरकार का दावा था कि खलिल ने अपने ग्रीन कार्ड आवेदन में झूठ बोला, लेकिन खलील ने इन आरोपों से इनकार किया। उनके वकीलों का कहना है कि यह गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि खलील की मौजूदगी देश के लिए सही नही है। ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि ऐसे प्रदर्शन करने वाले गैर-नागरिकों को डिपार्ट किया जाएगा। वॉइस ऑफ अमेरिका के 639 कर्मचारियों की छंटनी, बंद होने की कगार पर पहुंचा अमेरिका की सरकारी समाचार सेवा वॉइस ऑफ अमेरिका (VOA) और उसे चलाने वाली संस्था US एजेंसी फॉर ग्लोबल मीडिया ने 639 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का नोटिस दिया है। इससे यह ऐतिहासिक संस्था अब लगभग बंद होने की स्थिति में पहुंच गई है। VOA की शुरुआत द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी, तब यह जर्मनी के लोगों तक अमेरिका की बातें पहुंचाती थी। बाद में यह सेवा दुनिया के कई देशों में कई भाषाओं में समाचार देने लगी, खासकर उन देशों में जहां प्रेस की स्वतंत्रता नहीं थी। चीन-पाकिस्तान और बांग्लादेश ने कुनमिंग में विदेश मंत्रालय स्तर की बैठक की चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश ने इस सप्ताह चीन के कुनमिंग शहर में विदेश मंत्रालय स्तर की बैठक की है। ये तीनों देशों के बीच पहली बैठक है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बैठक को लेकर जानकारी साझा की है। हालांकि, अभी बैठक किस दिन हुई, ये सामने नहीं आया है। बैठक में चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग, बांग्लादेश के कार्यवाहक विदेश सचिव रुहुल आलम सिद्दीकी और पाकिस्तान के अतिरिक्त विदेश सचिव इमरान अहमद सिद्दीकी शामिल हुए। पाकिस्तान की विदेश सचिव आमना बलूच वीडियो लिंक के माध्यम से इसमें शामिल हुईं। बलूच ने चीन की पहल की सराहना की और कहा कि यह बैठक तीनों देशों के बीच लोगों-केंद्रित विकास के लिए सहयोग बढ़ाने की दिशा में अहम कदम है। यह बैठक ऐसे समय पर हुई है जब भारत-पाकिस्तान के बीच मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद क्षेत्र में कूटनीतिक तनाव बढ़ा है। ऐसे में इसे भारत के खिलाफ तीनों देशों के एकजुट होने से जोड़कर देखा जा रहा है। --------------- 20 जून के अपडेट्स यहां पढ़ें...