लेफ्टिनेंट सिक्किम में शहीद, अयोध्या घर पहुंचा पार्थिव शरीर:मिलिट्री हॉस्पिटल में रखा गया, हार्टपेशेंट मां को खबर नहीं दी, पिता अमेरिका से लौट रहे

अयोध्या के रहने वाले लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी सिक्किम में शहीद हो गए। ऑपरेशनल गश्त के दौरान उनका एक साथी जवान नदी में गिर गया। तेज बहाव में जवान बहने लगा। यह देखकर शशांक नदी में कूद गए। साथी को तो मौत के मुंह से खींचकर बाहर निकाल लाए, लेकिन खुद जान गंवा बैठे। शहीद लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी का पार्थिव शरीर रात 8 बजे अयोध्या पहुंचा। अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट से सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ मिलिट्री हॉस्पिटल लाया गया है। आज रात मिलिट्री हॉस्पिटल में ही उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा। शव पहुंचने के बाद से परिवार और जानने वालों की भीड़ जुट गई। परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बताया गया कि कल सुबह उनका पार्थिव शरीर घर गद्दोपुर मझवा में ले जाया जाएगा। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ जमथरा घाट पर अंतिम संस्कार होगा। शशांक घर के इकलौते बेटे थे। 2019 में उनका सिलेक्शन एनडीए में हुआ था। पिछले साल उन्हें कमीशन मिला और पहली पोस्टिंग सिक्किम में हुई। पिता मर्चेंट नेवी में, अमेरिका से इंडिया के लिए रवाना
शशांक की अभी शादी नहीं हुई थी। वह अयोध्या के थाना कैंट क्षेत्र के मझवां गद्दोपुर के रहने वाले थे। शशांक के पिता जंग बहादुर तिवारी मर्चेंट नेवी में हैं और वर्तमान में अमेरिका में तैनात हैं। बेटे की मौत का पता चलते ही वह इंडिया के लिए रवाना हो गए। आज शाम या कल सुबह तक उनके अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है। लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी का पार्थिव शरीर आज दोपहर बाद सिलीगुड़ी के बागडोगरा एयरपोर्ट से विशेष विमान द्वारा सीधे अयोध्या लाया जाएगा। वहां से सेना के अधिकारी पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थान तक ले जाएगी। मां को मौत की खबर नहीं दी गई
लेफ्टिनेंट की मां नीता तिवारी की तबीयत अक्सर खराब रहती है। वह हार्ट पेशेंट हैं। उन्हें अब तक बेटे की मौत की खबर नहीं दी गई है। शशांक की बड़ी बहन दुबई में रहती हैं, लेकिन अभी अयोध्या में हैं। एक-दो करीबी रिश्तेदार भी घर पहुंच गए हैं। किसी ने भी मां को बेटे की मौत की खबर नहीं दी। रिश्तेदारों का कहना है कि पिता के आने के बाद ही मां को बेटे की शहादत के बारे में बताया जाएगा। क्योंकि, मां को पता लगा तो उनको संभाल पाना मुश्किल होगा। मामा बोले- शशांक में बचपन से देश सेवा का जज्बा था
शशांक के मामा राजेश दुबे ने बताया- शशांक पढ़ाई में हमेशा तेज रहा। उसकी प्रारंभिक शिक्षा शहर केजिंगल बेल स्कूल से हुई। 2019 में उसने जेबीए एकेडमी से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। इसके बाद उसका सिलेक्शन एनडीए में हो गया। देशसेवा का जज्बा उसमें बचपन से ही था। अयोध्या में शंशाक के घर के बाहर की तस्वीरें... रिश्तेदारों को पड़ोसियों के यहां बैठाया गया
शशांक का पार्थिव शरीर आज शाम तक अयोध्या पहुंच जाएगा। अयोध्या में घर के बाहर उनके अंतिम दर्शन के लिए तैयारियां की जा रही है। आसपास खाली जमीन को साफ किया जा रहा है। शहीद के घर के बाहर उनके परिजन, रिश्तेदार और आस-पड़ोस के लोग पहुंच रहे हैं। उनको पड़ोसी के घर में बैठाया जा रहा है, ताकि मां को पता न चल सके। जवान की याद में स्मारक बनेगा, परिवार को 50 लाख की मदद
CM योगी शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे। यहां हनुमानगढ़ी के दर्शन किए। वहां नवनिर्मित 5000 लोगों की क्षमता वाले हनुमत कथा मंडपम का लोकार्पण किया। इस दौरान सीएम ने शशांक तिवारी की शहादत को नमन किया। कहा कि जवान की स्मृति में अयोध्या में स्मारक बनाया जाएगा। प्रदेश सरकार परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता देगी। ------------------------------------- ये खबर भी पढ़ें- यूपी में आंधी-बारिश से 60 की मौत, 4 फ्लाइटें कैंसिल:योगी बोले- अफसर फील्ड पर उतरें यूपी में 48 घंटे में 64 जिलों में तूफानी बारिश हुई। सरकार के अनुसार, बारिश से जुड़े हादसों में 60 लोगों की मौत हुई है। सबसे ज्यादा 6 लोगों की मौत फतेहपुर में हुई। मौसम के चलते लखनऊ से दिल्ली के बीच चार फ्लाइटें निरस्त हो गईं। गोरखपुर में सबसे ज्यादा 74 मिमी बारिश हुई। पढ़ें पूरी खबर