लू की चपेट में शहर:SMS सहित कई अस्पतालों में 4 दिन में हीटवेव के 1900 मरीज आए

लू की चपेट में शहर:SMS सहित कई अस्पतालों में 4 दिन में हीटवेव के 1900 मरीज आए
पिछले 4 दिन से पड़ रही तेज गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। हालात यह हैं कि अस्पतालों में वायरल और डायरिया के रिकॉर्ड मरीज पहुंचे हैं। एसएमएस, जेके लोन, जयपुरिया, आरयूएचएस और अन्य अस्पतालों में पिछले 4 दिनों में वायरल और डायरिया के 677 मरीज आए और इनमें से 25 जनों को भर्ती किया गया है, इनमें 16 बच्चे और 6 बुजुर्ग हैं। सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में भी डायरिया के काफी अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। फोर्टिस, नारायणा, साकेत, ईएचसीसी, एसडीएमएच सहित प्रमुख 10 अस्पतालों में पिछले 4 दिन में 1000 से अधिक मरीज आए हैं और 50 से अधिक को भर्ती किया गया है। गर्मी, गंदगी और मक्खियों की वजह से उल्टी, दस्त, बुखार और एक्यूट गेस्ट्रोएंटराइटिस जैसी बीमारियां भी बढ़ी हैं। शहरी क्षेत्रों से आने वाले केस में गंभीर डिहाइड्रेशन नहीं है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में गंभीर डिहाइड्रेशन के 15 से 20 प्रतिशत केस अस्पताल आ रहे हैं। 10 प्रतिशत मामलों में बच्चों को भर्ती भी किया जा रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि हालांकि अभी गंभीर जैसी स्थिति नहीं है लेकिन लंबे समय तक डिहाईड्रेशन बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। बच्चों को प्री और प्रोबायोटिक, जिंक, और ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) का घोल दिया जाना जरूरी है। बच्चों को ताजा खाना ही दें और खाने से पहले अच्छे से हाथ धुलाएं। बच्चों को दिन में 4 से 5 बार हाथ धोने की आदत डालें। चलते-चलते गिरे, अस्पताल में भर्ती बांसखो के रोहित कुमार दुपहिया वाहन से जयपुर से घर जा रहे थे। शाम करीब 4 बजे फाटक के पास वे अचानक गिर गए। आसपास के लोगों ने उन्हें उठाया और अस्पताल पहुंचाया। सीनियर फिजिशियन डॉ. पंकज आनंद बताते हैं कि हीट वेव के दौरान शरीर का तापमान सामान्य से अधिक हो जाता है और शरीर की ठंडा करने की प्राकृतिक प्रक्रिया (जैसे पसीना आना) असफल होने लगती है। इससे शरीर का तापमान 104 डिग्री फॉरेनहाइट या उससे ज्यादा भी पहुंच सकता है, जो हीट स्ट्रोक का संकेत है। हीट वेव से ग्रसित मरीज को अत्यधिक पसीना आना या फिर अचानक पसीना बंद हो जाना, चक्कर आना, सिरदर्द या कमजोरी, मांसपेशियों में ऐंठन, उल्टी या अत्यधिक प्यास लगना, तेज बुखार जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। बच्चों के लिए बेहद जरूरी वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि छोटे बच्चों लू जल्दी लग सकती है। बच्चों को हल्के, ढीले और सूती कपड़े पहनाएं ताकि शरीर की गर्मी बाहर निकल सके। उनके कमरे को ठंडा और हवादार रखें। बच्चे को बार-बार पानी पिलाएं। बार-बार रोना, चिड़चिड़ापन, शरीर गर्म होना, उल्टी या सुस्ती दिखाई दे तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।