मुख्य रोड से कब्जे हटाए, लेकिन जसवंत नगर में 30 साल से अतिक्रमण नहीं हटा पाया जेडीए

जयपुर| जेडीए मास्टर प्लान-2047 की तैयारी कर रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि पुराने मास्टर प्लान, जोनल आैर सेक्टर प्लान ही लागू नहीं हो पाए हैं। 30 साल पुरानी चौड़ी सड़कें बसावट होने के बावजूद कागजों में ही दफन हैं। हाल में जेडीए ने खातीपुरा से सिरसी रोड तक मुख्य रोड से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी, लेकिन कॉलोनियों को कनेक्ट करने वाली सड़कें प्रस्तावित चौड़ाई के अनुसार डवलप नहीं हो पाई हैं। ऐसा ही एक मामला खातीपुरा में जसवंत नगर का है। यहां 2002 में खातीपुरा रोड को 80 फीट सड़क से कनेक्ट करने के लिए जसवंत नगर से 80 फीट चौड़ाई का सेक्टर प्लान तैयार किया था। इस सड़क को 80 फीट करने के लिए जेडीए ने 2006 में काम शुरू कर अतिक्रमियों को चिह्नित कर नोटिस थमाए। जेडीए नोटिस के खिलाफ अतिक्रमी कोर्ट में चले गए। इतने वर्षों बाद भी जेडीए कोर्ट में सही पैरवी नहीं कर इस सड़क को नहीं बना पाया है। हाईकोर्ट में चौड़ाई कम करने की अपील खारिज जेडीए नोटिस के बाद अतिक्रमियों ने सड़क की चौड़ाई 80 से 40 फीट करने को लेकर रिव्यू पिटीशन दायर की थी, लेकिन ने हाईकोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था। जेडीए ने भी 2006 में बीपीसी मीटिंग में रोड की चौड़ाई घटाकर 40 फीट कर दी थी। साथ ही 73 अतिक्रमणों को नियमित करने के लिए यह निर्णय लिया था। कोर्ट ने बीपीसी आदेश पर रोक लगाकर अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। याचिकाकर्ता ओपी ओझा ने बताया कि जेडीए ने सेक्टर रोड के सभी अतिक्रमियों को धारा-72 के नोटिस दिए थे। जेडीए 1 किलोमीटर लम्बी सड़क से 3 दशक में अतिक्रमण नहीं हटा पाया है। वर्तमान में मौजूद 30 फीट चौड़ी सड़क पर कॉमर्शियल एक्टिविटी के चलते जाम की समस्या रहती है और कॉलोनीवासी परेशान हैं।