मनवाखेड़ा में स्थित इस जमीन की कीमत करोड़ों में:यूडीए की 46 हजार वर्गफीट जमीन पर कब्जा, तीन नोटिस देकर अफसर मौन

उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) खुद की जमीनों का ही ध्यान नहीं रख पा रहा। मनवाखेड़ा में करोड़ों की 46 हजार वर्गफीट जमीन पर 14 साल से कब्जा है। लेकिन अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं। कब्जेधारियों ने यहां मकान तक बना लिए हैं। अब भी निर्माण जारी है।जमीन मनवाखेड़ा में वैशाली कॉम्पलेक्स के सामने है और राजस्व रिकॉर्ड में यूडीए के नाम दर्ज है। भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि साल 2014 में यूआईटी (अभी यूडीए) के तत्कालीन जोन पटवारी नरेश कुदाल ने मनवाखेड़ा में 120 फीट रोड के आसपास जमीनों का निरीक्षण किया था। वैशाली कॉम्प्लेक्स के सामने 6 जमीनों पर कब्जे मिले। उस समय चतरी बाई, देवीलाल और हरिशंकर का कब्जा होना सामने आया। पटवारी ने पंचनामा बनाया और वाद दायर किया। इसके बाद 25 अप्रैल 2014 को कब्जाधारियों को नोटिस भेजा और जमीन के दस्तावेज पेश करने को कहा। इन्होंने दस्तावेज पेश नहीं किए तो 2014 में ही यूआईटी ने अतिक्रमण को ध्वस्त करने के आदेश दिए। तीन बार नोटिस दिए गए, लेकिन अतिक्रमी नहीं हटे। यूडीए ही बचा रहा, 2 साल पहले कहा- कब्जे नहीं इस मामले में 2022 में यूआईटी ही अतिक्रमियों के बचाव में आती दिखी। तत्कालीन सचिव ने कलेक्टर को पत्र लिखा। इसमें बताया कि आराजी संख्या 1540, 1541 आदि में यूडीए की अधिकांश जमीन खाली है। कोई अतिक्रमण नहीं है। आराजी संख्या 1541 पर बनी बाउंड्रीवाल को पहले ही हटाया जा चुका है। बता दें कि हाल ही सस्पेंड हुए पूर्व सचिव नितेंद्र पाल सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने अपने कार्यकाल में पद का दुरुपयोग करते हुए यूडीए की 500 करोड़ की बेशकीमती जमीनों को भूमाफियाओं के हवाले कर दिया था। दो माह पहले सामने आई जांच रिपोर्ट में घोटाले का खुलासा हुआ। इसके बाद सरकार ने इन्हें सस्पेंड कर दिया। जमीन यूडीए की बता चुकी पंचायत
ग्राम पंचायत कलड़वास ने साल 2006 में एक प्रमाण पत्र जारी किया था। इसमें बताया था कि चतरी बाई का पति पेमा इस पंचायत का रहने वाला है। उनकी मनवाखेड़ा में जमीन थी। इसी के पास बिलानाम जमीन भी है, जो यूआईटी (अभी यूडीए) के खाते में चली गई है। खसरा नंबर 1537-38-40 बताए। इनसे से कुछ हिस्से से यूआईटी ने कब्जा हटा दिया। कुछ हिस्से पर दो कमरे और बरामदा बना हुआ है। पेमा की मौत के बाद इनके वारिस काबिज हो गए। आयुक्त ने कहा- जांच होगी, कब्जा मिला तो तोड़ेंगे
उदयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल जैन से मामले को लेकर बात की गई। वे बोले कि इस संबंध में जांच कराएंगे। कब्जा पाए जाने पर उसे तोड़ा जाएगा और कब्जाधारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।