भागवत कथा में श्रीकृष्ण-सुदामा मित्रता का प्रसंग:बसेड़ी के भूतेश्वर महादेव मंदिर में कथावाचक ने सुनाई सच्ची दोस्ती की कहानी

बसेड़ी क्षेत्र के भूतेश्वर महादेव मंदिर में चल रही भागवत कथा के पांचवें दिन श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता का प्रसंग सुनाया गया। कथावाचक संदीप शास्त्री ने श्रोताओं को सच्ची मित्रता का पाठ पढ़ाया। कथावाचक ने बताया कि सुदामा अपनी पत्नी के कहने पर द्वारिका में कृष्ण से मिलने पहुंचे। द्वारपालों ने उन्हें पहले भिखारी समझकर रोक दिया। जब द्वारपाल ने कृष्ण को सुदामा के आने की सूचना दी, तो वे तुरंत दौड़कर आए। कृष्ण ने अपने मित्र को गले लगाया और राजसिंहासन पर बिठाया। उन्होंने सुदामा को कुबेर के समान धन देकर उनकी गरीबी दूर की। अग्रवाल समाज बसेड़ी ने कथावाचक और परीक्षित का साफा बांधकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। कार्यक्रम में परीक्षत महात्यागी संत जगदीश महाराज, मंदिर महंत सियाराम व्यास, आचार्य रवि शास्त्री और आचार्य ब्रजभूषण शास्त्री मौजूद रहे। अग्रवाल समाज अध्यक्ष हरीओम गर्ग, समाजसेवी मुन्नालाल गोयल, सुरेश चंद गोयल, ब्रजकिशोर गर्ग, हजारी मित्तल और ब्रजकिशोर गौड़ सहित बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे। कंटेंट:अंकित गर्ग, बसेड़ी