पिता ने दामाद संग मिलकर बेटी को पीट-पीटकर मार डाला:बाइक पर शव ले जाकर फेंका; पति के चचेरे भाई के साथ करना चाहती थी शादी

पिता ने दामाद संग मिलकर बेटी को पीट-पीटकर मार डाला:बाइक पर शव ले जाकर फेंका; पति के चचेरे भाई के साथ करना चाहती थी शादी
धौलपुर में पिता ने दामाद के साथ मिलकर बेटी को पीट-पीटकर मार डाला। हत्या के बाद ससुर-दामाद रात में शव को बाइक पर लादकर गांव से दूर ले गए। आगरा (यूपी) के खेरागढ़ थाना क्षेत्र के भोपुर गांव में सड़क किनारे शव फेंक दिया। सुबह महिला का शव देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम ने आसपास के थानों में महिला का फोटो भेजा। तब महिला की शिनाख्त हुई। सूचना पर पहुंचा पिता बेटी के लापता होने का नाटक करता रहा। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने वारदात कबूल कर ली। कौलारी (धौलपुर) थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह ने बताया- सुनीता (30) राजस्थान में धौलपुर के गांव बसई नवाब की रहने वाली थी। उसकी शादी आगरा के बरबर में हुई थी। वह पति के साथ नहीं रहना चाहती थी, इसलिए पिता ने सुनीता के पति और देवर के साथ मिलकर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। पति के साथ नहीं रहना चाहती थी DCP वेस्ट आगरा अतुल शर्मा ने बताया- खेरागढ़ के गांव भोपुर में शनिवार को महिला का शव मिला था। महिला की बहन पूजा ने पुलिस को बताया- वे 3 बहनें हैं। तीनों बहनों की शादी 2010 में खेरागढ़ के बरबर गांव में हुई थी। सुनीता का पति पवन उसके साथ मारपीट करता था। ऐसे में वह उसके साथ रहना नहीं चाहती थी। पूजा ने बताया- सुनीता पति के चचेरे भाई विष्णु से प्यार करती थी। दोनों शादी करना चाहते थे। 29 मई को सुनीता को मैं मायके धौलपुर छोड़कर आई थी। 30 मई की रात 11 बजे सुनीता ने प्रेमी विष्णु के पास फोन किया। सुनीता ने विष्णु से कहा- मेरे पिता और पति मुझे जान से मार देंगे। कैसे भी मुझे बचा लो। इसके बाद उसका माेबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया। बहन ने कहा- 31 मई को मैं जब मायके पहुंची तो मां ने बताया कि तेरे पिता और सुनीता के पति पवन, उसके देवर जल सिंह ने मिलकर रात में सुनीता की हत्या कर दी। ACP खेरागढ़ इमरान अहमद ने बताया कि घटनास्थल धौलपुर का था। ऐसे में वहां की पुलिस से बात कर मामला वहीं पर ट्रांसफर कर दिया। वहां पर मुकदमा दर्ज हो गया है। तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है। खिड़की तोड़कर खोला दरवाजा पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि सुनीता के पिता कोमल सिंह ने तीनों बेटियों की शादी एक साथ तीन सगे भाइयों से की थी। बड़ी बेटी पूजा ने 5 साल पहले पति को तलाक देकर दूसरी शादी कर ली थी। अब उसकी दूसरी बेटी भी पति को छोड़कर उसके ही चचेरे भाई से शादी करना चाह रही थी। इससे उसकी बदनामी हो रही थी। सुनीता का पति पवन भी इसको लेकर गुस्से में था। 7 दिन पहले भी पवन की सुनीता से लड़ाई हुई थी। ऐसे में वह सुनीता को जबरन अपने साथ ले जाना चाहता था। शुक्रवार रात तीनों ने मिलकर उसे बहुत मारा-पीटा। सुनीता ने बचने के लिए खुद को कमरे में बंद कर लिया था, लेकिन इन्होंने कमरे की खिड़की तोड़कर दरवाजा खोला। इसके बाद अंदर से कमरा बंद कर लिया। सुनीता की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पिता ने मां से कहा- किसी को बेटी की हत्या के बारे में मत बताना सुनीता की हत्या के बाद उसके पिता और पति ने शव को बाइक के बीच में रखा। इसके बाद वह शव को ठिकाने लगाने के लिए निकल गए। खेरागढ़ के गांव भोपुर में सड़क किनारे खेतों के पास उन्होंने शव को फेंक दिया। सुनीता के पिता ने घर जाकर अपनी पत्नी से कहा कि किसी को बताओगी तो जान से मार देंगे। बेटी को तलाशने का नाटक करता रहा सुनीता का शव मिलने की सूचना पर पिता कोमल सिंह भी मौके पर पहुंचा। वह पुलिस को गुमराह करता रहा। वह शिनाख्त करने के लिए पुलिस चौकी और फिर मॉर्च्युरी भी गया, लेकिन पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने वारदात कबूल कर ली। प्रेमी रात को बचाने पहुंचा था सुनीता के प्रेमी विष्णु ने पुलिस को बताया कि सुनीता ने उसको फोन किया तो वह आगरा शहर में था। उसने तुरंत सुनीता के पिता को 6 बार कॉल किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद वह रात को ही सुनीता के घर गया था। लेकिन, घर वालों ने उसे सुनीता की कोई जानकारी नहीं दी थी।