नीट यूजी 2025:आज जारी हो सकता है रिजल्ट; पांच साल में पहली बार SMS की कट ऑफ 600 अंक से कम रहेगी

नीट यूजी 2025 के परिणाम जल्द आने वाले हैं। इस बार नीट का पेपर काफी मुश्किल था, पहली बार इसमें जेईई मेन के स्तर के सवाल पूछे गए थे। यही कारण है कि हाई स्कोर करने वालों की संख्या कम रहेगी। ऐसे में कट ऑफ के भी बहुत कम रहने की संभावना है। रिजल्ट से पहले भास्कर ने राजस्थान के प्रमुख मेडिकल कॉलेज की पिछले साल की कटऑफ की एनालिसिस में आया कि इस साल एसएमएस मेडिकल कॉलेज का कटऑफ 580 रहने की संभावना है। यह 2024 के मुकाबले 115 अंक कम है। एसएमएस में पिछले साल सामान्य वर्ग में 695 अंकों पर दाखिला मिला था। प्रदेश में सबसे अधिक कटऑफ एसएमएस की ही रहती है। 2019 से एनटीए ने नीट का पेपर लेना शुरू किया था तब से लेकर अब तक ऐसा पहली बार होगा जब एसएमएस की संभावित कट ऑफ 600 अंक से कम रहेगी। इस साल एम्स दिल्ली की कट ऑफ 675 नंबर रहने की संभावना एम्स की बात करें तो नीट में सबसे अधिक कॉम्पिटिशन एम्स दिल्ली सहित अधिकांश एम्स में दाखिले के लिए होता है। पिछले साल एम्स दिल्ली की कट ऑफ 715 अंक थी। इस बार यह 675 अंक ही रहने की उम्मीद है। यानी पहले जिन अंकों पर राजस्थान के नए मेडिकल कॉलेजों में छात्र दाखिला लेते हैं वहीं इस साल उन्हीं अंकों पर एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में दाखिला मिलेगा। वहीं इस बार सामान्य वर्ग में एम्स जोधपुर की 640, एम्स भोपाल की 630, एम्स भुवनेश्वर की 625 और एम्स ऋषिकेश की 620 कट ऑफ रह सकती है। इस बार 100 नंबर का अंतर रहेगा "पिछले साल झालावाड़ मेडिकल कॉलेज की सीट सामान्य वर्ग में 675 अंकों पर आवंटित की गई थी। इसी तरह ओबीसी की 674, ईडब्ल्यूएस कैटेगरी की 675, एमबीसी कैटेगरी की 656, एससी की 601 और एसटी की 592 अंक रही थी। इस साल की कट ऑफ में लगभग 100 अंकों का अंतर रहने की उम्मीद है।"
-डॉ. हिमांशु बोहरा, नीट काउंसलिंग एक्सपर्ट