डुबो न दे लापरवाही:दहलीज पर मानसून; फिर भी सड़कें खुदी हैं, गड्ढे भरे नहीं गए और नाले कीचड़-कचरे से अटे पड़े हैं

डुबो न दे लापरवाही:दहलीज पर मानसून; फिर भी सड़कें खुदी हैं, गड्ढे भरे नहीं गए और नाले कीचड़-कचरे से अटे पड़े हैं
एक ओर मानसून दहलीज पर है। दूसरी ओर शहर में कहीं सीवर लाइन डालने के लिए सड़कें खुदी पड़ी हैं, तो कहीं सड़कों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। गड्ढों को भरा नहीं गया है। ऐसे में मानसून में लोगों के दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका बलवती हो चली है। दूसरी ओर नाला सफाई का काम पूरा नहीं हुआ है। सीएफसीडी और आरएनएफडी भी नहीं बन पाई हैं। ऐसे में इस बार भी शहरवासी जल भराव से पीड़ित रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार 18 जून तक मानसून आने की संभावना है। प्रदेश में प्री-मानूसन बरसात का दौर शुरू हो चुका है। ऐसे में भास्कर ने कुछ इलाकों जा कर स्थिति का जायजा लिया। रीको रोड पर राधिका ट्रेडर्स के पास वाली गली में सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो रखे थे। जिस पर वाहन उछते-कूदते हुए गुजर रहे थे। मुख्य रीको रोड कई जगहों पर टूटी हुई थी। डीईओ माध्यमिक ऑफिस से जघीना गेट तक जाने वाली सड़क पर भी गड्ढे हो रखे थे। जबकि सरकार ने सीएफसीडी के सहारे सड़क बनाने की घोषणा कर रखी थी। नालों में भरा है कीचड़ और कचरा शहर में 8 भूमिगत और 4 खुले बड़े नाले हैं। जिनसे सभी कॉलोनियों और मोहल्लों के छोटे नाले और नालियां जुड़ी हैं। इनमें कई सीएफसीडी में खुलती हैं। इन सभी छोटे-बड़े नालों की सफाई का काम अधूरा है। कई स्थानों पर नाले कीचड़ और कचरे से अटे हुए हैं। बड़े नालों की सफाई का ठेका जारी कर दिया गया है। लेकिन छोटे नालों की सफाई नहीं होने के कारण ये फिर से कीचड़ से भर रहे हैं। कछुआ चाल से हो रहा चौड़ीकरण शहर में कई स्थानों पर सड़कों के चौड़ीकरण का काम चल रहा है। जिनमें से रेडक्रॉस सर्किल से गोवर्धन गेट और सेक्टर तीन में सर्कुलर रोड से अखड्‌ड रोड को जाने वाली सड़कें मुख्य हैं। सड़कें बनाने का काम कई दिनों से कछुआ चाल से हो रहा है। सीवर बिछाने से खुदी पड़ी हैं सड़कें सीवर लाइन बिछाने के दो प्रोजेक्टों पर आरयूआईडीपी की निगरानी में काम चल रहा है। जिसके लिए सड़कें खोदी हैं। रणजीत नगर का सी-ब्लॉक तो पूरा ही उधड़ा है। सीवर लाइन वाली जगह कई स्थानों पर मिट्टी बैठी हुई है। शेष सड़क पर मिट्टी और मलबा फैला है। जो बरसात होने पर कीचड़ की शक्ल इख्तियार कर लेता है। डी-ब्लॉक, रुधिया नगर और रीको रोड पर भी खोदी सड़कें नहीं बन सकी हैं। मंगलवार को बनाई चार टीमें नालों की सफाई और बरसात में जलभराव से होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए मंगलवार को शहर में चार जोन बनाए गए हैं। इनके लिए अलग-अलग प्रभारी अधिकारी सहित टीमों का गठन किया गया है। जिन्हें 15 जून तक बड़े नालों की सफाई कराने का लक्ष्य दिया गया है। सीवरेज, सड़क, नाली निर्माण कार्य 15 जून से बंद करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही गड्ढे भरवाने होंगे।