गंगा दशहरा व पर्यावरण दिवस : सीएम का सुजान गंगा पर दीपदान, गंगा मंदिर में पूजन, प्रसाद में बांटे तुलसी के पौधे

भरतपुर/जयपुर | गंगा दशहरा व विश्व पर्यावरण दिवस पर गुरुवार देर तक प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में जल, वन, पर्यावरण संरक्षण पर आयोजित समारोहों में शामिल हुए। धर्म-संस्कृति और जल संरक्षण पर जयपुर, बूंदी कोटा में पूजन-अर्चन के साथ सुख समृद्धि के संदेश के साथ सीएम ने प्रदेश की खुशहाली की कामना की। भरतपुर में देर शाम गंगा मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की, श्रद्धालुओं को गंगाजल, तुलसी के पौधे और प्रसाद का वितरण किया। बिहारी जी मंदिर में भी दर्शन किए, सुजान गंगा नहर पर विधि-विधान से दीपदान किया। इससे पहले मुख्यमंत्री की पहल पर प्रदेशभर में ‘वंदे गंगा’ जल संरक्षण-जन अभियान की शुरूआत की गई। सीएम ने केशवरायपाटन के केशव घाट पर ‘वंदे गंगा’ जल संरक्षण-जन अभियान के अंतर्गत मंत्रोच्चार के साथ चंबल मां (चर्मण्यवती नदी) की पूजा की। चुनरी महोत्सव में शामिल हुए। सीएम की ओर से अर्पित चुनरी को नाव के माध्यम से नदी रंगपुर घाट तक ले जाया गया। सुजान गंगा का पाट रोशनी से जगमग : सीएम के भरतपुर स्थित सुजान गंगा के घाट पर आगमन के अवसर पर चौपाटी को दीपों की रोशनी से जगमग किया गया था। इससे पहले शर्मा ने भरतपुर में महाराजा सूरजमल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। इस दौरान आमजन ने पुष्प वर्षा एवं माल्यार्पण कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने एमएसजे राजकीय कॉलेज परिसर में पौधारोपण किया। भरतपुर | गंगा मंदिर में पूजन के बाद सीएम ने गंगाजल व तुलसी पौधा बांटा। जमवारामगढ़ के जलेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक मुख्यमंत्री ने जमवारामगढ़ में पौधारोपण किया और जलेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया। विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति का संरक्षण केवल एक विकल्प नहीं बल्कि महती आवश्यकता है। पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को रोकना हमारी नैतिक जिम्मेदारी और कर्तव्य है। विभिन्न सौगातें दीं : {संभागीय मुख्यालयों एवं औद्योगिक शहरों में 11 ई-वेस्ट संग्रहण वाहन। {जीरो लिक्विड़ डिस्चार्ज पर आधारित सीईटीपी, सांगानेर। {एसएमएस अस्पताल, एसआरजी झालावाड़, उम्मेद, कमला नेहरू व एमडीएम जोधपुर व जनाना अस्पताल, अजमेर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट। {वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए 54 शहरों में जल छिड़काव व सड़क सफाई मशीनों की खरीद। {पांच लव कुश वाटिकाओं, उदयपुर में माछला मगरा नगर वन, उदयपुर में रिसाला ग्रीन लंग्स और जयपुर में बीड़ पापड़ सफारी की शुरुआत। {रिसाइक्लिंग के लिए सर्कुलर इकोनॉमी इन्सेंटिव स्कीम। {ऑटो रिन्युअल सिस्टम और मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम 2.0 की सौगात। केशवरायपाटन| केशव घाट पर चंबल माता पूजन व चुनरी महोत्सव में सीएम। हम वृक्ष, पहाड़ और नदियों की पूजा करते हैं : शर्मा केशवरायपाटन में चुनरी महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित राजस्थान के लिए पानी की महत्ती आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में पर्यावरण संरक्षण का विशेष महत्व है। हमारे यहां वृक्ष, पहाड़ और नदियों की पूजा की जाती है। इस दौरान मंदिर के पुजारियों ने उन्हें ‘वंदे गंगा’ जल संरक्षण-जन अभियान की पहल के लिए अभिनन्दन पत्र दिया। भरतपुर | मुख्यमंत्री ने सुजान गंगा के तट पर पूजा अर्चना व दीपदान किया। मुख्यमंत्री ने संशोधित पीकेसी लिंक परियोजना के अंतर्गत निर्माणाधीन ईसरदा बांध, नवनिर्मित नवनेरा बैराज और चंबल नदी पर एक्वाडक्ट के निर्माण का जायजा लिया। उन्होंने कहा- रामजल सेतु लिंक परियोजना के माध्यम से 17 जिलों की जल आवश्यकता पूरी होगी। 4 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सिंचाई भी हो सकेगी। रामगढ़ (कूल नदी), महलपुर (पार्वती नदी) व नवनेरा (कालीसिंध नदी) बैराज का पानी बीसलपुर और ईसरदा बांधों में लाया जा सकेगा। वहीं, शेखावाटी क्षेत्र को भी यमुना का जल मिलेगा।