अजमेर की ऐतिहासिक आनासागर झील में श्रमदान किया:स्पीकर वासुदेव देवनानी ने की शुरुआत, झील से मिट्टी निकालने पर बढ़ेगी भराव क्षमता

शहर जिला भाजपा के आह्वान पर आनासागर को पुराने स्वरूप में लौटाने के लिए शनिवार को झील में देवनारायण मंदिर के निकट श्रमदान किया गया। श्रमदान सुबह 6:30 हुआ। जिसकी शुरुआत विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की ओर से की गई। इस दौरान केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी, महापौर बृजलता हाड़ा, कलेक्टर लोकबंधु, शहर अध्यक्ष रमेश सोनी सहित पार्षद व प्रशासनिक अधिकारी भी श्रमदान में शामिल हुए। श्रमदान के लिए संसाधन प्रशासन की ओर से मुहैया करवाए गए। इस कार्यक्रम के जरिए शहर के सरकारी कार्यालय, सामाजिक संस्थाओं, कोचिंग सेंटर, कॉलेज, स्कूल, व्यापारिक संगठन सहित शहर के हर एक व्यक्ति को आनासागर झील में आकर श्रमदान करने की अपील की गई। केंद्र में भाजपा सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाए जा रहे वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत अजमेर की आनासागर झील में लगभग 40 वर्षों के बाद सफाई और जल संरक्षण का कार्यक्रम शुरू हुआ है। इसके लिए सभी सामाजिक संस्थाओं, कार्यकर्ताओं और अजमेर से जुड़े लोगों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। सभी से यह अपेक्षा है कि जल है तो जीवन है जल हमारा भविष्य है। इस जल के उपयोग के लिए भी हम सावधानी भरते। यह आनासागर 1135-1150ई. में यहां के राजा ने बनवाया था। यह अजमेर का हृदय और जीवन है। आमजन से यही अपील है कि जन संरक्षण के लिए झील में कोई भी कचरा ना फेंके और झील को देवता मानकर इसकी पूजा करें। देवनानी ने कहा कि जल स्रोत पर अतिक्रमण ना करें और ना ही होने दे। अगर हमने यह संकल्प लिया तो हमारे झीले सुरक्षित रहेगी और लंबे समय तक अजमेर पर्यटन की दृष्टि से प्रभावित होगी। आओ-आओ साथ चले आना सागर को साफ करें इस अभियान में भाग लेकर इस अभियान को सफल बनाएं।