राजस्थान में 5वीं बोर्ड का रिजल्ट 97.47 प्रतिशत:शिक्षा मंत्री बोले-स्कूल टाइम में पूजा-नमाज पर रोक से बेहतर हुआ सरकारी स्कूलों का परिणाम

राजस्थान में 5वीं बोर्ड का रिजल्ट 97.47 प्रतिशत:शिक्षा मंत्री बोले-स्कूल टाइम में पूजा-नमाज पर रोक से बेहतर हुआ सरकारी स्कूलों का परिणाम
राजस्थान में शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को पांचवीं बोर्ड का रिजल्ट जारी कर दिया। रिजल्ट 97.47 प्रतिशत रहा। इसमें छात्राओं ने बाजी मारी है। छात्रों का परिणाम 97.29% जबकि छात्राओं का 97.66% रहा। दोपहर 12:30 बजे जयपुर के शिक्षा संकुल में रिजल्ट घोषित किया गया। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। परीक्षा में कुल 13 लाख 30 हजार 190 स्टूडेंट्स बैठे थे। इनमें से 12 लाख 96 हजार 495 स्टूडेंट्स पास हुए। रिजल्ट पिछले साल से 0.41% अधिक रहा। पिछले साल परिणाम 97. 06 प्रतिशत रहा था। पांचवीं बोर्ड में किसी स्टूडेंट को फेल नहीं किया गया है। 33 प्रतिशत से कम अंक लाने वाले स्टूडेंट्स को फिर से एग्जाम देना होगा। दौसा, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, सीकर और अजमेर जिले का रिजल्ट सबसे अच्छा रहा। धौलपुर, जोधपुर, जालोर, बीकानेर और जैसलमेर जिले का रिजल्ट सबसे खराब रहा। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भीलवाड़ा में कहा- स्कूल टाइम में टीचर्स के पूजा करने और नमाज पढ़ने पर रोक लगाई थी। इसके बाद सरकारी स्कूलों में हालात सुधरे हैं। सरकारी स्कूलों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों से अच्छा रहा। इस बार भी ग्रेड सिस्टम पांचवीं बोर्ड के स्टूडेंट्स के लिए इस बार भी ग्रेड सिस्टम लागू रहा। जो पांच कैटेगरी में है। इनमें ए, बी, सी, डी और ई ग्रेड दी गई। E ग्रेड वाले स्टूडेंट को फिर परीक्षा देनी होगी जिन स्टूडेंट्स को ई ग्रेड मिला है, उनको फिर से परीक्षा देनी होगी। इस परीक्षा में पास नहीं होने पर भी अगली क्लास में प्रमोट कर दिया जाएगा। फेल वाले विषयों को फिर से पढ़ना होगा। 7 से 17 अप्रैल तक हुई थी परीक्षा पांचवीं बोर्ड की परीक्षा 7 से 17 अप्रैल तक आयोजित की गई थी। बीकानेर का पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षा कार्यालय हर साल 5वीं कक्षा की परीक्षा बोर्ड के पैटर्न पर कराता है। अब कोई टीचर स्कूल टाइम में पूजा-नमाज के लिए बाहर नहीं जाता शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा- टीचर्स को भैरूजी या बालाजी की पूजा करनी है या नमाज पढ़नी है तो स्कूल समय के बाद यह काम करें। हमने रोक लगा दी। स्कूल में सिर्फ सरस्वती माता को प्रणाम करो और बच्चों को पढ़ाओ। इस वजह से अब कोई टीचर नमाज या पूजा के कारण स्कूल से नहीं जाता। हमने कह दिया यहां सिर्फ पढ़ाने के लिए आओ। ऐसे चेक करें रिजल्ट