प्री-मानसून में जिले में औसत 71 एमएम बारिश हुई, इसलिए मानसून से पहले ही खरीफ की 60 प्रतिशत बुवाई हो चुकी

भास्कर संवाददाता | चूरू इस महीने में प्री-मानसून सीजन के तहत जिले में औसत 71 एमएम बारिश हुई है। इसका नतीजा ये रहा कि मानसून सीजन से पहले ही जिले में खरीफ फसल की 60 प्रतिशत बुवाई पूरी हो चुकी है। इस साल जिले में 10.94 लाख हैक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। इसके एवज में अब तक 6.5 लाख हैक्टेयर में बुवाई पूरी हो चुकी है, यानी मानसून आने से पहले ही आधे से ज्यादा क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है। कृषि विभाग के अधिकारियों की माने तो इस साल मानसून में जिले में अच्छी बारिश होने की संभावना है और मानसून से पहले ही 60 फीसदी बुवाई होना काफी अच्छे संकेत हैं। आमतौर पर किसान मानसून सीजन में अधिक बुवाई करते हैं, लेकिन इस साल प्री-मानसून सीजन में ही जिले में अच्छी बारिश होने से बुवाई ज्यादा हुई है। कृषि अधिकारियों के अनुसार कुछ दिनों के समय अंतराल के बाद बारिश होना बुवाई के लिए काफी उपयुक्त समय है तथा इस महीने कुछ दिनों के अंतराल के बाद ही बार-बार बारिश हुई है। मानसून सीजन में बारिश का दौर इसी तरह चलता है तो खरीफ फसलों की बुवाई का रकबा बढ़ेगा। बता दें कि प्री-मानसून से पहले कृषि विभाग की तरफ से किसानों को मूंग, मोठ व बाजरा के उन्नत किस्म के बीजों के 1 लाख से अधिक मिनीकिट वितरित किए गए थे। इनमें मोठ के आरएमओ 225, बाजरा के आरएचबी 223 व 299 सहित अन्य उन्नत किस्म के बीज शामिल थे। इन बीजों के उपयोग से भी इन फसलों के उत्पादन बढ़ने की संभावना है। ^प्री-मानसून सीजन में अच्छी बारिश हुई है। इस कारण खरीफ फसलों की बुवाई भी अच्छी हुई है। यदि मानसून सीजन में उपयुक्त समय अंतराल के बाद बारिश होती है तो जिले में खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र बढ़ेगा। -कुलदीप शर्मा, सहायक निदेशक, कृषि विस्तार चूरू फसल बुवाई लक्ष्य बाजरा 2 लाख 2 लाख मूंग 2.05 लाख 3.55 लाख मोठ 40 हजार 2.20 लाख ग्वार 45 हजार 1.90 लाख मूंगफली 70 हजार 90 हजार कपास 9 हजार 18 हजार चंवला 15 हजार 7 हजार अन्य 66 हजार 10 हजार (आंकड़े हैक्टेयर में। सबसे ज्यादा बुवाई का लक्ष्य मूंग का है।)