पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले-मेरे बोर्ड परीक्षा में 42% नंबर आए:मेहनत की, फिर सिविल सर्विस एग्जाम में टॉपर बना; बिजनेस स्कूल में अपनी किताब पर की चर्चा

पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले-मेरे बोर्ड परीक्षा में 42% नंबर आए:मेहनत की, फिर सिविल सर्विस एग्जाम में टॉपर बना; बिजनेस स्कूल में अपनी किताब पर की चर्चा
पूर्व केंद्रीय पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस का कहना है कि हमें अपने सपनों को साकार करने के लिए लगातार और सार्थक प्रयास करना चाहिए। उन्होंने अपनी किताब ‘द विनिंग फॉर्मूला’ (जीत का मंत्र) पर बात करते हुए अपने जीवन के संघर्षों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वे सफलता के लिए एक अप्रत्याशित उम्मीदवार थे। वह ऐसे गांव में पले बढ़े, जहां बिजली नहीं थी, एक स्कूल शिक्षक के बेटे होने के बावजूद उन्होंने स्कूल बोर्ड की परीक्षाओं में केवल 42 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। इन सभी परिस्थितियों के बाद भी वह सिविल सेवा परीक्षा में टॉपर रहे और आईएएस बने। उसके बाद टाइम मैगजीन की 100 युवा वैश्विक नेताओं की सूची में शामिल हुए। फिर विधायक, सांसद और केंद्रीय मंत्री बने। उन्होंने कई बार सर्वश्रेष्ठ जिला कलेक्टर का पुरस्कार जीता, और सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार भी जीता। वह नई शैक्षिक नीति (एनईपी) की मसौदा समिति के सदस्य भी रहे। दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयपुर में एंटरलॉजी बिजनेस स्कूल में अपनी किताब पर चर्चा करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने स्टूडेंट्स से भी चर्चा की। उन्होंने एंटरलॉजी बिजनेस स्कूल की बात करते हुए कहा कि यह एक अनोखा और अद्भुत प्रयास है, क्योंकि आज के समय में रोजगारनुमखी शिक्षा का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। इस स्कूल के माध्यम से विद्यार्थी अपना स्वयं का स्टार्टअप चालू कर सकते हैं, क्योंकि यहां पर शिक्षा एक नए पैमाने की प्रदान की जाती है, जिसके माध्यम से विद्यार्थी देश विदेश की शिक्षा नीतियों से अवगत होता है। अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में नए आयाम स्थपित कर सकता है। एंटरलॉजी बिजनेस स्कूल के फाउंडर आकाश जैन ने बताया कि उनके यहां नौकरी करने के बजाय नौकरी देने की व्यवस्था पर जोर दिया जाता है, जिससे हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत की परिकल्पना का साकार करने में अपना योगदान दे सके। कार्यक्रम के संयोजक स्कूल के चीफ स्ट्रेटिजिकल ऑफिसर भूपेश गुप्ता ने बताया कि आज जिन भी युवाओं ने व्यक्तिगत रूप से केजे अल्फोंस से वार्ता की हैं, उन सभी में एक नया आत्मविश्वास जागृत हुआ है। इससे वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित होंगे।