पंजाब के तीसरे क्रिकेटर जो इंडियन टीम के कप्तान बने:अमरनाथ-बेदी के बाद शुभमन का नाम, स्कूल प्रिंसिपल बोलीं- गिल पूरा स्पोर्ट्स पीरियड खेलता था

पंजाब के तीसरे क्रिकेटर जो इंडियन टीम के कप्तान बने:अमरनाथ-बेदी के बाद शुभमन का नाम, स्कूल प्रिंसिपल बोलीं- गिल पूरा स्पोर्ट्स पीरियड खेलता था
पंजाब के फाजिल्का के शुभमन गिल भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान बनाए गए हैं। करीब 47 साल के बाद पंजाब के क्रिकेटर को ये कमान सौंपी गई है। 25 साल के शुभमन गिल जून में होने वाले इंग्लैंड दौरे में कप्तानी करेंगे। वे पंजाब से बनाए गए तीसरे कप्तान बने। उनसे पहले लाला अमरनाथ और बिशन सिंह बेदी टेस्ट में कप्तानी कर चुके हैं। गिल के कप्तान बनने के बाद उनके पैतृक गांव जैमल सिंह वाला और मोहाली के जिस स्कूल में पढ़े, वहां जश्न का माहौल है। गिल ने मोहाली के फेज-10 में स्थित PCA क्रिकेट स्टेडियम से मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित मानव मंगल स्मार्ट स्कूल में दूसरी से लेकर दसवीं कक्षा तक पढ़ाई की। प्रिंसिपल और शिक्षकों ने कहा कि चौथी कक्षा से गिल ने क्रिकेट खेलना शुरू किया। 40 मिनट का स्पोर्ट्स पीरियड होता था और इस दौरान वह आउट नहीं होता था। गिल के कोच ने कहा कि उसे क्रिकेट से बहुत लगाव है। वह कभी प्रैक्टिस से छुट्‌टी नहीं लेता था। प्रिंसिपल बोलीं- चौथी कक्षा से शुरू किया था क्रिकेट प्रिंसिपल कविता मलिक ने बताया कि शुभमन गिल चौथी कक्षा से ही क्रिकेट खेलने लगा था। 40 मिनट का स्पोर्ट्स पीरियड होता था और इस दौरान वह आउट नहीं होता था। उसका यही शौक आज उसे इंडिया टीम में कैप्टन के पद पर ले आया। जिस समय शुभमन गिल इंडिया टीम में सिलेक्ट हुआ था, तब भी वह खुद और स्कूल स्टाफ उसके घर जाकर शुभकामनाएं देकर आए थे। अब इंडिया टीम का कप्तान बनने के बाद स्कूल के साथ इंडिया का नाम भी शुभमन गिल रोशन करेगा। क्लास टीचर बोलीं- पढ़ाई में बहुत ही अच्छा रहा गिल शुभमन गिल की 10वीं कक्षा की टीचर शैलेंद्र कौर ने बताया कि वह पढ़ाई में बहुत ही अच्छा रहा और किसी भी तरह की कोई शरारत नहीं करता था। वह क्लास का होनहार स्टूडेंट था। शुभमन क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई में पूरी मेहनत करता था। गिल ने आज पंजाब ही नहीं देश का नाम भी रोशन किया है। कोच बोले- गिल ने एक भी दिन छुट्‌टी नहीं की वहीं गिल के कोच दिनेश ने कहा कि वह उनके पास पीसीए स्टेडियम में अंडर-14 में खेलने के लिए आया था। वह बैटिंग सबसे ज्यादा करता था। उसमें क्रिकेट को लेकर काफी ज्यादा लगाव है। प्रैक्टिस के दौरान एक दिन भी छुट्‌टी नहीं की। रोजाना ग्राउंड पर आता था और पूरी प्रैक्टिस करता था। कोच बोले- मैंने गिल को कहा था तुम इंडिया के लिए जरूर खेलोगे उन्होंने कहा कि शुभमन गिल अपनी टीम में सबसे अच्छा खेलता था। उस दौरान शुभमन गिल से उन्होंने कहा था कि वह इंडिया टीम में जरूर खेलेगा और वह उसने कर दिखाया। अब शुभमन इंडिया टीम का कप्तान बन गया है। वह देश का नाम रोशन करेगा। चाचा बोले- इतनी जल्दी कामयाबी मिलेगी, सोचा नहीं था उधर, गिल के पैतृक गांव जैमल सिंह वाला में जश्न का माहौल है। चाचा गुरतेज सिंह ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि उनका लड़का पूरी दुनिया में नाम रोशन कर रहा है l उन्हें उम्मीद थी कि एक दिन उनका बच्चा कप्तानी की कुर्सी पर पहुंचेगा, लेकिन उन्होंने यह नहीं सोचा था कि इतनी जल्दी कामयाबी मिलेगी l गांव के युवा नशा छोड़ खेलों में रुचि दिखा रहे उन्होंने बताया कि वह खुद विभिन्न स्टेडियमों में पहुंचकर शुभमन का मैच देख चुके हैं, जिसमें उसकी परफॉर्मेंस बहुत शानदार रही है l ग्रामीण सुखमंदर सिंह, गुरनाम सिंह, जसविंदर सिंह ने बताया कि गिल ने गांव का नाम सिर्फ पंजाब में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में रोशन कर दिया है l गांव के बाकी युवा शुभमन को देखकर उससे प्रेरणा ले रहे हैं और नशों से दूर रहते हुए खेलों की ओर प्रेरित हो रहे हैंl आज के समय में गांव के काफी युवा क्रिकेट से लगाव रख रहे हैंl मोहाली रहते हैं गिल के माता-पिता कई साल पहले शुभमन गिल के माता-पिता मोहाली शिफ्ट हो गए थे। पैतृक गांव में उनके दादा दीदार सिंह गिल, दादी दादी गुरमेल कौर और चाचा रहते हैं। शुभमन गिल के पिता लखविंदर सिंह खेती करते थे। -------------- ये खबर भी पढ़ें... शुभमन गिल ने डोनेट किए 35 लाख के मेडिकल उपकरण, मोहाली सिविल अस्पताल में लगाए जाएंगे भारतीय क्रिकेटर शुभमन गिल ने मोहाली के जिला अस्पताल को करीब 35 लाख रुपए के जरूरी उपकरण डोनेट किए हैं। इन उपकरणों में वेंटिलेटर, सीरिंज पंप, ओटी टेबल, सीलिंग लाइट्स, आईसीयू बेड और एक्स-रे सिस्टम शामिल है। यह सामान उन्होंने अपने करीबी रिश्तेदार डॉ. कुशलदीप के माध्यम से अस्पताल को भिजवाया है। पूरी खबर पढ़ें...