गंगा जुबली पिंजरा प्रोल गोशाला में 3000 गोवंश का किया तिलक, अनुष्ठान शुरू

श्रीगंगा जुबली पिंजरा प्रोल गोशाला में बुधवार को बालसंत छैल विहारी आैर गोसेवी देवकिशन चांडक के संयोजन में 1 हजार से अधिक गोमाता, नंदी, बछड़ों की सेवा की जा रही है। बुधवार को 108 सुसज्जित थालियों द्वारा 108 महागोआरती के साथ 14 क्विंटल गुड मिश्रित शरबत लापसी का प्रसाद चढ़ाया। जयमलसर गोशाला में 15 क्विंटल तरबूज के फलों द्वारा की महागोप्रसादी। मनु महाराज ने बताया कि प्रत्येक महीने में दो-दो दिन तक अनुष्ठान किए गए। गंगा जुबली पिंजरा पिंजराप्रोल गोशाला पूगल फांटा, सरेह बोरला जयमलसर गोशाला और लक्ष्मीनाथ मन्दिर स्थित श्रीगंगा जुबली पिंजरा प्रोल गोशाला में तीन हजार गोवंश की सेवा-पूजन का कार्य ज्येष्ठ पूर्णिमा से शुभारंभ हुआ। महाराज ने बताया कि गो सेवा सम्मान श्रृंखला के तहत बुधवार को बीठनोक निवासी नंदकिशोर चांडक, गोविंदराम चांडक परिवार ने श्रीगंगा जुबली पिंजरा गोसम्मान महोत्सव में 14 क्विंटल गुड़ मिश्रित शरबत लापसी की प्रसादी और जयमलसर शरह बोरला गोशाला में 15 क्विंटल तरबूज फलों की महाप्रसादी सेवा रखी गई। दूसरी ओर शान्ति देवी सुरेन्द्र कुमार पुरोहित, कमलादेवी सोहनलाल पारीक परिवार और जेठमल सेवग परिवार द्वारा भी गुड मिश्रित शरबत लापसी की महाप्रसादी सेवा गोशाला में गो आरती के साथ रखी गई। महाराज ने बताया कि सेवा में विनिता डागा, मंजु पारीक, इंदु वर्मा, रक्षा, साक्षी पारीक, अल्का विश्नोई, संतोष सचदेवा, द्वारका प्रसाद लड्ढा, नंदकिशोर चांडक, संदीप जगदीश जोशी, दीपक गोस्वामी, अशोक पाइवाल, विनोद शर्मा, बाबूलाल व्यास, किरण गौड़, राजकुमारी आदि की उपस्थिति रही।