अहमदाबाद प्लेन क्रैश, बोइंग-787 की यात्री का दावा:खड़खड़ाहट की आवाज आ रही थी; हादसे के डेढ़ घंटे पहले उसी फ्लाइट में लंदन से आई थी

अहमदाबाद में गुरुवार को क्रैश हुए एअर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर प्लेन को लेकर एक महिला यात्री ने दावा किया है उसमें पहले से खराबी थी। क्रैश होने से डेढ़ घंटे पहले महिला उसी प्लेन से लंदन से अहमदाबाद आई थी। महिला का नाम हिनाबेन कालरिया है। वह सूरत की रहने वाली है। हिनाबेन ने बताया कि लंदन से टेकऑफ के दौरान प्लेन के AC और सभी डिस्प्ले बंद थे। एयर होस्टेस ने इसे तकनीकी गड़बड़ी बताया था। हिनाबेन के मुताबिक, लैंडिंग के वक्त प्लेन से खड़खड़ाहट की आवाज भी आ रही थी, जिससे यात्री डर गए थे। हिनाबेन 11 जून की रात 10 बजे लंदन से बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर AI-172 से रवाना हुई थीं। यह प्लेन 12 जून की सुबह करीब 12 बजे अहमदाबाद पहुंचा था। फिर दोपहर 1:38 बजे यही प्लेन AI-171 के तौर पर अहमदाबाद से लंदन जाते सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग से टकराकर समय क्रैश हो गया, जिसमें 265 लोगों की मौत हो गई। यात्री बोली- पुरानी बस की तरह फ्लाइट से आवाज आ रही थी
हिनाबेन ने बताया कि प्लेन के अंदर रखे सभी डिस्प्ले बंद थे। जब हमने यह बात एयर होस्टेस को बताई तो उसने हमसे मोबाइल अपडेट करने को कहा और बताया कि तकनीकी खराबी के कारण डिस्प्ले बंद हो गया है। फिर जब प्लेन अहमदाबाद में लैंड करने वाला था, तो एक खड़खड़ाहट की आवाज आई। आमतौर पर ऐसी आवाज एक पुरानी बस की तरह आवाज आती है। हिनाबेन प्लेन क्रैश की खबर सुनने के बाद से सदमे में हैं। उन्होंने रोते हुए कहा, 'मैं इससे पहले अपने बेटे और पति के साथ अहमदाबाद-इजिप्ट की फ्लाइट से लंदन गई थी। उस फ्लाइट में हमें किसी तरह की परेशानी या डर का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन अहमदाबाद की फ्लाइट से उतरते समय मैं काफी डरी हुई थी।' उन्होंने बताया कि लंदन से अहमदाबाद आते समय मुझ पर तीन बुजुर्गों की जिम्मेदारी थी। उनके परिवारों ने मुझे प्लेन में बुजुर्गों का ध्यान रखने को कहा था। उनके पास फोन भी नहीं थे। एक मुस्लिम महिला भी थी, जिसका हाथ पकड़कर मैंने उन्हें प्लेन के अंदर बैठाया था। अहमदाबाद पहुंचकर मैंने तीनों के परिवारों को बताया कि वे ठीक से पहुंच गए हैं। 'हादसे से थोड़ी देर पहले सिविल अस्पताल से होकर गुजरी थी'
हिनाबेन ने आगे कहा, 'अहमदाबाद एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद मेरे पति मुझे सूरत से लेने आए। मैं उनके साथ सूरत के लिए निकली थी। मैं अहमदाबाद सिविल अस्पताल से थोड़ा आगे पहुंची ही थी कि मुझे इस हादसे के बारे में पता चला।' 'इसके बाद मेरे पास लोगों के फोन आने लगे। अहमदाबाद-लंदन प्लेन क्रैश की तस्वीरें देखकर मैं पूरी रात सो नहीं पाई। मैं द्वारकाधीश का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने मुझे बचा लिया। यह हादसा हमारे साथ भी हो सकता था।' ............................................. प्लेन क्रैश से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... अहमदाबाद विमान हादसा- हॉस्टल की छत पर मिला ब्लैकबॉक्स: पूर्व सीएम रूपाणी के शव की पहचान नहीं अहमदाबाद प्लेन क्रैश में अब तक 265 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इनमें से 241 मृतक विमान में सवार पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स थे। एविएशन मिनिस्ट्री ने बताया कि प्लेन का ब्लैक बॉक्स इमारत की छत पर मिला है। हादसे की जांच में NIA समेत 4 एजेंसियां शामिल हैं। पूर्व सीएम रूपाणी के शव की पहचान नहीं हो पाई है। शव की पहचान होते ही राजकोट में अंतिम संस्कार होगा। पूरी खबर पढ़ें... प्लेन क्रैश की 19 कहानियां, बेटा पिता का अंतिम संस्कार करने आया था; जुड़वा बच्चों, 7 महीने की प्रेग्नेंट की भी मौत अहमदाबाद प्लेन क्रैश में मारे गए 241 लोगों में 169 भारतीय, 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक था। प्लेन में सवार डॉक्टर दंपती ने हादसे से पहले आखिरी सेल्फी ली थी। वहीं, पति से मिलने जा रही खुशबू को घर से भावुक विदाई मिली थी। एक परिवार में जुड़वा बच्चों सहित माता-पिता की मौत हो गई। वहीं 7 महीने की प्रेग्नेंट जीनल की भी जान चली गई। पूरी खबर पढ़ें...