हरियाणा में हर रोज मांगी जाएगी बिजली कट की रिपोर्ट:विज बोले-कोताही बरतने वालों पर कार्रवाई होगी; दिल्ली में राजनाथ सिंह से मिले

हरियाणा में बढ़ती गर्मी के दौरान बिजली कट को लेकर ऊर्जा मंत्री अनिल विज सख्त हो गए हैं। उन्होंने प्रदेश भर से बिजली जाने और कट लगने की रिपोर्ट तलब कर ली है। उन्होंने सभी अधीक्षक अभियंता (SE) को निर्देश दिए हैं कि वह डेली ऊर्जा मंत्री ऑफिस में इस संबंध में एक रिपोर्ट भेजेंगे। विज ने कहा, उनके इन निर्देशों के संबंध में यदि किसी भी अधिकारी द्वारा कोई कोताही बरती गई तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में जाएगी क्योंकि अनिल विज कोताही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारी को बख्शता नहीं है। विज ने एसीएस को दिए निर्देश विज ने नई दिल्ली में मीडिया कर्मियों द्वारा गर्मियों में बिजली की आपूर्ति को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को आज उनके द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि प्रतिदिन उन्हें प्रत्येक एसई से उनके अधिकार क्षेत्र में कितने घंटे बिजली की आपूर्ति नहीं हुई और आपूर्ति न होने के क्या कारण रहें, के संबंध में पूरी रिपोर्ट रोजाना ऊर्जा मंत्री को भेजनी होगी। 16 हजार मेगावाट बिजली की व्यवस्था विज ने कहा कि हरियाणा में बिजली आपूर्ति को लेकर किसी भी प्रकार से कोई दिक्कत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बिजली की आपूर्ति को लेकर हमारी स्वयं की जेनरेशन है और बिजली लेने के लिए लंबे समयावधि के समझौते भी हरियाणा के ऊर्जा विभाग ने किए हुए है। विज ने बताया कि हरियाणा में हमें अधिकतम 16 हजार मेगावाट बिजली की आवश्यकता पड़ती है और 16 हजार मेगावाट बिजली आपूर्ति करने की हमने पूरी व्यवस्था की हुई है। सभी बिजली के ट्रांसफॉर्मर का ऑगमेंटेशन के निर्देश बिजली की आपूर्ति को लेकर ऊर्जा विभाग पूरी तरह से तैयार है और गर्मियों के सीजन को देखते हुए हम पहले से ही तैयारी कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं जब मंत्री बना था उसी दिन मैंने बिजली निगमों के अधिकारियों को निर्देश दे दिए थे कि सभी ट्रांसफॉर्मर का सुदृढ़ीकरण (ऑगमेंटेशन) किया जाए अर्थात जहां पर मांग क्षमता से कम का ट्रांसफॉर्मर लगा हुआ है तो उसे ठीक किया जाए। जनता को बिना मतलब परेशान करने वालों पर होगी कार्रवाई विज ने कहा, जैसा कि सभी को मालूम हैं कि जनता को बिना मतलब परेशान करने वाले अधिकारी, कर्मचारी को वे (अनिल विज) बख्शते नहीं है। हाल ही का उदाहरण देते हुए विज ने कहा कि अंबाला में एक जेई ने 15 दिन से ट्रांसफॉर्मर नहीं बदला था, मैंने उस जेई को निलंबित किया है। सभी सर्कल में ट्रांसफॉर्मर बैंक बनाए गए विज ने कहा कि गर्मियां शुरू होने से पहले ही सभी सर्कल में ट्रांसफॉर्मर बैंक बनाए गए हैं ताकि ट्रांसफॉर्मर के संबंध में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि ट्रांसफॉर्मर बदलने के लिए गाड़ी व स्टाफ होना भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यदि कोई अधिकारी व कर्मचारी इस संबंध में कोई चूक करता है तो अनिल विज माफ नहीं करता है क्योंकि यह बात हरियाणा की जनता जानती है। विज ने कहा कि हाल ही में चंडीगढ़ में हुई ऊर्जा विभाग के अधिकारियों की बैठक में उन्होंने निर्देश दिए हैं कि बिजली की आपूर्ति सभी को मिलनी चाहिए। राजनाथ सिंह से मिलकर रखीं अंबाला की तीन मांगे हरियाणा के ऊर्जा एवं श्रम मंत्री अनिल विज एक दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं। उन्होंने दिल्ली पहुंचकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अपने गृह जिले अंबाला के लिए तीन मांगें रखीं। उन्होंने कहा कि इन दिनों अंबाला कैंट में हरियाणा का दूसरा घरेलू एयरपोर्ट बन रहा है, जो लगभग बनकर तैयार हो चुका है। अंबाला कैंट में बनने वाले घरेलू एयरपोर्ट के सामने बीसी बाजार से जीटी रोड तक की सड़क को फोर लेन बनाया जाए। इससे चंडीगढ़, पंजाब, पंचकूला से आने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। दो और मांगे विज ने रखीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से हरियाणा के ऊर्जा मंत्री ने दूसरी मांग अंबाला छावनी में बने सरकारी अस्पताल के विस्तार की रखी। उन्होंने सरकारी अस्पताल के साथ लगती सेना की जमीन हरियाणा सरकार को देने के लिए निवेदन किया। अंबाला छावनी नगर परिषद और छावनी बोर्ड में कई स्थान पर जैसे बोह, बब्याल आदि की कम चौड़ी सड़कों को आगे पीछे की सड़कों के सामान चौड़ा करवाने के लिए भी कहा। हवाई अड्डे निर्माण के लिए सेना से ली गई जमीन हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने अंबाला कैंट में बन रहे घरेलू हवाई अड्डे के निर्माण के लिए रक्षा मंत्रालय से 133 करोड़ रुपए में जमीन ली थी। इसके ढांचे के लिए 40 करोड़ रुपए हरियाणा सरकार की ओर से जारी किए गए थे। इसकी इमारत 16 करोड़ रुपए की लागत से बनी है। हालांकि विज ने दावा किया था कि हवाई अड्डा फरवरी तक चालू हो जाएगा। यह हवाई अड्डा हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश को हवाई सेवा से जोड़ेगा। बड़े विमान भी यहां किसी भी मौसम में उतर और उड़ान भर सकेंगे।