मणिपुर में 328 हथियार और गोला-बारूद बरामद:SLR-इंसास जैसी राइफलें शामिल; सुरक्षा बलों ने 5 जिलों में छापेमारी की थी

मणिपुर में सुरक्षा बलों के जॉइंट सर्च आपरेशन में 328 हथियार और गोला-बारूद बरामद किए। इनमें सेल्फ लोडिंग राइफल्स (SLR) और इंसास जैसी राइफलें शामिल हैं। मणिपुर पुलिस के ADGP ल्हारी दोरजी ल्हाटू ने बताया कि पुलिस, सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (CAPF), सेना और असम राइफल्स की जॉइंट टीम ने 13-14 जून की आधी रात पांच जिलों में छापेमारी की थी। इसमें 151 SLR राइफलें, 65 इंसास राइफलें, छह AK सीरीज राइफलें, दो अमोघ राइफलें, एक AR-15 राइफल, पांच कार्बाइन बंदूकें, दो MP5 बंदूकें, 12 लाइट मशीन गन (LMG), छह पिस्टल समेत अन्य युद्ध सामग्री बरामद हुई। इसके अलावा 591 मैगजीन और हजारों राउंड (गोलियां) बरामद हुए। इनमें 3534 SLR राउंड, 2186 इंसास राउंड, 234 AK राउंड, 407 अमोघ राउंड, .303 के 2252 राउंड और 9 mm के 20 राउंड शामिल हैं। ऑपरेशन में 10 ग्रेनेड, तीन लेथोड, सात डेटोनेटर और तीन पैरा शेल भी बरामद हुए शामिल थे। हथियारों की 5 तस्वीरें... 10 दिन पहले 8 जिलों में सर्च ऑपरेशन चलाया था
सेना और असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस, CRPF, BSF और ITBP के साथ 26 मई से 5 जून के बीच सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान कांगपोकपी, थौबल, काकचिंग, तेंगनौपाल, बिष्णुपुर, जिरीबाम, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम में जिलों में खुफिया इनपुट के आधार पर छापेमारी हुई। इसमें 23 कैडरों को पकड़ा और 40 हथियार, नौ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED), ग्रेनेड, गोला-बारूद बरामद हुआ। इंफाल पूर्व जिले के चाडोंग में सेना ने कुल 35 किलोग्राम विस्फोटक के साथ 05 IED बरामद किए। एक हाइडआउट में 12-बोर की दो राइफलें, विस्फोटक, गोला-बारूद और युद्ध संबंधी सामान बरामद किया। चुराचांदपुर जिले के खुआंगमुन में 1 जून को दो IED, एक .303 राइफल, चार सिंगल बैरल राइफल, तीन इम्प्रोवाइज्ड मोर्टार (पोम्पी), गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की थी। मैतेई नेता की गिरफ्तारी के बाद 7 जून को भड़की थी हिंसा मैतेई नेता अशेम कनन सिंह की 7 जून को को गिरफ्तारी के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई थी। इंफाल के कई इलाकों में गाड़ियां जला दी गईं, सड़कों पर टायर और पुराने फर्नीचर भी जलाए थे। पुलिस से झड़प के अलावा प्रदर्शनकारियों ने पेट्रोल डालकर खुद को जलाने की भी कोशिश की थी। अशेम को CBI ने गिरफ्तार किया था। वह मणिपुर पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल था। आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की वजह से मार्च में उसे सस्पेंड कर दिया गया था। वह अरम्बई टेंगोल (AT) का सदस्य था और पुलिस में रहते बॉर्डर पार हथियारों की तस्करी करता था। 13 फरवरी से राष्ट्रपति शासन, नई सरकार 15 जून तक बनने की संभावना
मणिपुर में 13 फरवरी से राष्ट्रपति शासन है, लेकिन मौजूदा विधानसभा भंग नहीं हुई है। सिर्फ निलंबित है। हालांकि, 30 अप्रैल को 21 विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भेजकर राज्य में तत्काल लोकप्रिय सरकार बनाने की मांग की थी। पत्र पर भाजपा के 14 विधायकों ने साइन किए हैं। इसके बाद इंफाल राजभवन में 28 मई को NDA के 10 विधायकों ने राज्यपाल अजय भल्ला से मुलाकात की थी। इनमें से एक विधायक ने भास्कर को बताया था, 'नई सरकार के ढांचे पर चर्चा हुई है। उम्मीद है कि 15 जून तक एक सरकार बन जाएगी।' ------------------------------------------------- मणिपुर हिंसा से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... मणिपुर में हिंसा भड़काने में पाकिस्तान का कनेक्शन आया सामने, ISI के निशाने पर कुकी-मैतेई समुदाय मणिपुर में हिंसा भड़काने के पीछे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का कनेक्शन सामने आया है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI इसकी साजिश रच रही है। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। इसके लिए बाकायदा 15-20 फेसबुक अकाउंट बनाए गए हैं। इसके माध्यम से कुकी और मैतेई समुदाय को भड़काने वाले कंटेंट-वीडियो डाले जा रहे हैं। ऐसे तमाम अकाउंट्स की डिटेल दैनिक भास्कर के पास है। पूरी खबर पढ़ें...