हरियाणा में ढाई साल बाद कोरोना के 3 मरीज मिले:महिला मुंबई से आई थी, बुजुर्ग की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं; युवक को बुखार-खांसी हुई थी

हरियाणा में ढाई साल बाद कोरोना के 3 मरीज मिले:महिला मुंबई से आई थी, बुजुर्ग की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं; युवक को बुखार-खांसी हुई थी
हरियाणा में ढाई साल बाद कोरोना के 3 मरीज मिले हैं। उनके कोरोना पॉजिटिव होने का पता चलते ही सेहत विभाग में हड़कंप मच गया। तुरंत टीमें उनके घर पहुंची। तीनों मरीजों को घर में ही आइसोलेशन में रख दिया गया है। परिवार को संक्रमण न हुआ हो, इसके लिए घर के दूसरे सदस्यों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। नए केस मिलने के बाद सेहत विभाग भी अलर्ट मोड पर आ गया है। सेहत अधिकारियों के मुताबिक गुरुग्राम में महिला और बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें महिला मुंबई घूमकर आई थी, जबकि बुजुर्ग की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। वहीं फरीदाबाद में 28 साल का युवक सिक्योरिटी गार्ड है। बुखार और खांसी की शिकायत के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था। जहां कोरोना का पता चला। डॉक्टरों का कहना है कि इन्हें किस वैरिएंट का कोरोना हुआ है, इसको लेकर सैंपल भेजकर जांच कराई जा रही है। कोरोना के मामलों को लेकर प्रदेश के डीजी हेल्थ मनीष बंसल ने कहा कि प्रदेश में 2 जिलों में ऐसे मामले आए हैं। ये पुराना ही वैरिएंट हैं, इसको लेकर लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। भारत सरकार की तरफ से यदि इसको लेकर कोई गाइड लाइन जारी की जाती है तो हरियाणा में भी उसे लागू किया जाएगा। यहां जानिए गुरुग्राम में कैसे सामने आए कोविड के मामले... अब जानिए फरीदाबाद में कैसे सामने आया मामला... जीनोम सीक्वेंसिंग से तय होगा वेरिएंट फरीदाबाद हेल्थ विभाग ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से संक्रमित युवक का सैंपल मांगा है। विभाग सैंपल मिलने के बाद उसके जीनोम सीक्वेंसिंग कराएगा। इससे पता लगाया जाएगा कि यह संक्रमण कोरोना के किस वेरिएंट से हुआ है। फिलहाल देश और विदेश में जेएन-1 वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि रिपोर्ट आने के बाद ही वेरिएंट की पुष्टि हो सकेगी। लोगों से अपील- घबराएं नहीं उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने लोगों से अपील की है कि कोरोना को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। सतर्कता ही बचाव है। उन्होंने कहा कि लोग बार-बार हाथ धोएं, मास्क पहनें और सार्वजनिक स्थानों पर दूरी बनाए रखें। बुखार, सर्दी या खांसी जैसे लक्षण होने पर तुरंत जांच कराएं और रिपोर्ट आने तक स्वयं को आइसोलेट रखें। साथ ही विटामिन-C युक्त भोजन लेने की भी सलाह दी गई है।