हंगामेदार सभा:2 घंटे में 35 मिनट बैठक स्थगित, आठ मिनट में 6 प्रस्ताव पारित

हेरिटेज निगम की सोमवार को हुई साधारण सभा हंगामेदार रही। 2 घंटे की बैठक में सार्थक बहस तो दूर, 6 प्रस्तावों को मात्र 8 मिनट में बिना किसी चर्चा के पारित कर दिया गया। न पार्षदों को बोलने का अवसर मिला, ना एजेंडों पर चर्चा हुई। दो घंटे में तीन बार हंगामा हुआ और 35 मिनट बैठक स्थगित हुई। बैठक जब भी शुरू हुई कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों के बीच नोकझोंक होती रही। जनहित के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। हंगामे और छींटाकशी से सदन की गरिमा तार-तार होती रही। कब, क्यों हुआ हंगामा निगम आयुक्त को रूप बदलकर फील्ड में जाना चाहिए लेकिन मानसून में जलभराव और कई मुद्दों पर बात ही नहीं कांग्रेसी पार्षदों ने बिना ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित करने का आरोप लगाया कांग्रेसी पार्षदों ने आरोप लगाए कि सदन में बिना ध्वनिमत से प्रस्तावों को पारित किया गया। पार्षदों ने जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा की मांग उठाई, लेकिन बोलने का मौका ही नहीं दिया। मानसून में जलभराव और नालों की सफाई पर चर्चा तक नहीं हुई। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, परकोटे क्षेत्र में अतिक्रमण, मोक्षधाम और कब्रिस्तानों की दुर्दशा, सीवर सफाई में मैन्युअल सिस्टम बंद करने, अवैध पशु डेरियों पर कार्रवाई, विकास कार्यों के लिए वार्ड स्तर पर बजट देने, पिछली बोर्ड मीटिंग के प्रस्तावों की स्थिति, हर वार्ड की समस्याएं और निगम की आय बढ़ाने पर सुझाव को लेकर भी चर्चा नहीं की गई। बिना एजेंडा ये प्रस्ताव पास; चौगान स्टेडियम का नाम अब पं. भंवरलाल शर्मा होगा ये एजेंडे पास हुए; हंगामे के बीच आठ मिनट में यानी दोपहर 3:40 से 3:48 बजे के बीच राजस्थान सरकार की ओर से राजस्थान के सभी नगरीय निकायों में एक राज्य-एक चुनाव, मुख्यमंत्री बजट घोषणा 2023 के अन्तर्गत स्वीकृत कार्य के लिए ब्याज मुक्त ऋण स्वीकृति, निगम में कार्यरत 14 मैनेजर सॉलिड वेस्ट से सीनियर मैनेजर सॉलिड वेस्ट के पद पर सक्षम स्तर से ही पदोन्नति, निगम में कार्यरत कर्मचारियों के नियमित वेतन शृंखला और स्थायीकरण की स्वीकृति का अनुमोद, निगम में कार्यों के त्वरित निष्पादन के लिए महापौर की ओर से जारी प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृतियों का अनुमोदन और विज्ञापन उप विधि-2004 में संशोधित एजेंडा पास किए गए।