रेल चौकी से महज 20 मीटर दूर हुई वारदात:पुलिस मुखबिर ने युवक को शराब पिला बेरहमी से पीटा, मरा समझ चौकी के बाहर छोड़कर भागा

रेल चौकी से महज 20 मीटर दूर हुई वारदात:पुलिस मुखबिर ने युवक को शराब पिला बेरहमी से पीटा, मरा समझ चौकी के बाहर छोड़कर भागा
भरतपुर शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित रेलवे चौकी से मात्र 20 मीटर की दूरी पर सोमवार रात करीब 9:15 बजे शराब माफिया और कथित पुलिस मुखबिर ने अपने साथी के साथ मिलकर एक नाबालिग को शराब पिलाकर बेरहमी से पीटा, मोबाइल तोड़ा और पैसे छीन लिए। आरोपी युवक को मरणासन्न अवस्था में छोड़कर चले गए। आरोप है कि जब परिजन घायल को साथ रेलवे चौकी पहुंचा, तो वहां पुलिसकर्मियों ने रिपोर्ट नहीं ली। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन पर चौकी में तोड़फोड़ करने का भी आरोप लगाया जा रहा है, जो गलत है। पीड़ित फिलहाल जिला आरबीएम अस्पताल में भर्ती है। घटना ने न सिर्फ एक युवक के साथ हुई मारपीट को उजागर किया है, बल्कि सवाल पुलिस की भूमिका और चौकी पर कथित ‘मुखबिरों’ के नियंत्रण पर भी खड़े कर दिए हैं। तूफानी मोहल्ला निवासी 17 वर्षीय राहुल पुत्र भोले ने मोहल्ले में चल रही अवैध शराब बिक्री का विरोध किया था। इसी बात से नाराज होकर मोहल्ले के ही तेजवीर नामक युवक और उसके एक साथी पंडित ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए सोमवार रात करीब 9 बजे राहुल को रेलवे चौकी के पास बुलाया। राहुल के पिता के अनुसार, तेजवीर ने राहुल को जबरन शराब पिलाई और फिर उसकी लात-घूंसों से जमकर पिटाई की। उसका मोबाइल तोड़ दिया और जेब में रखे रुपये भी छीन लिए। आरोपियों ने राहुल को मरणासन्न हालत में चौकी के पास ही पटक कर फरार हो गए। मुखबिर के नाम पर दहशत फैला रहा युवक... राहुल के पिता भूले का कहना है कि तेजवीर खुद को रेलवे चौकी पुलिस का आदमी बताकर पूरे मोहल्ले में दबंगई करता है। वह अवैध रूप से शराब बेचता है और विरोध करने पर लोगों को धमकाता है। पीड़ित के पिता भोले ने कहा कि वो कहता है कि मैं पुलिस का आदमी हूं, कुछ नहीं बिगाड़ सकते। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वह कई गैर कानूनी कार्य भी करता है। "अभी कोई लिखित रिपोर्ट प्राप्त नहीं मिली है। यदि पीड़ित पक्ष शिकायत देता है तो मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी। कोई व्यक्ति खुद को पुलिसकर्मी बताकर अवैध कार्य कर रहा है, तो उस पर कार्रवाई होगी।" -विनोद कुमार, एसएचओ, कोतवाली थाना बड़ा सवाल- क्या पुलिस चौकियों पर ऐसे मुखबिर ही चला रहे हैं राज... इस घटना ने पुलिस और उनके कथित मुखबिरों की जमीनी भूमिका पर गहरा सवाल खड़ा किया है। यदि कोई व्यक्ति खुद को पुलिस वाला बताकर इलाके में दहशत फैला रहा है और पुलिस न सिर्फ उसे रोकने में नाकाम है, बल्कि पीड़ित की सुनवाई भी नहीं कर रही तो फिर आमजन कहां जाए? पीड़ित के पिता ने आरोप लगाया कि आरोपी तेजवीर पुलिस के साथ कई मामलों में दबिश देने भी जाता है। चौकी पर पहुंचे परिजनों से भी दुर्व्यवहार आरोप है कि घायल को लेकर पिता और मोहल्ले वाले जब रेलवे पुलिस चौकी पहुंचे तो वहां पुलिसकर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। आरोप: युवक द्वारा अवैध शराब बेचने का विरोध करने से नाराज था पुलिस मुखबिर