महापंचायत में पूर्व-जिला प्रमुख ने कलेक्टर को दिया अल्टीमेटम:कहा-1 घंटे में आकर वार्ता करें, वरना आंदोलन: दौसा के खेड़ला बुजुर्ग गांव को पंचायत समिति बनाने की मांग

दौसा में पंचायत समिति बनाने को लेकर दो गांवों में विवाद चल रहा है। एक गांव है खेड़ला बुजुर्ग और दूसरा गांव है खोहरा मुल्ला। खेड़ला बुजुर्ग गांव के लोगों को आरोप है कि खोहरा मुल्ला गांव मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का पैतृक गांव है इसलिए उसे पंचायत समिति बना दिया गया, जबकि खेड़ला बुजुर्ग गांव सभी पात्रताएं पूरी करता है। इस मामले में विरोध जताते हुए आज शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से खेड़ला बुजुर्ग गांव में महापंचायत की जा रही है। गांव के सरपंच ने आरोप लगाया है कि विरोध करने के कारण पंचायत के अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया है। खेड़ला गांव में चल रही महापंचायत में आंदोलन की घोषणा की जा सकती है। खोहरा मुल्ला मंत्री किरोड़ी का पैतृक गांव है, जिसे हाल ही में पंचायत समिति बनाने की घोषणा की गई। ऐसे में इसी गांव से करीब 4 किलोमीटर दूर खेड़ला बुजुर्ग उपतहसील के लोग विरोध में उतर आए। उनका कहना है कि खोहरा मुल्ला की जगह खेड़ला बुजुर्ग को पंचायत समिति का दर्ज दिया जाए। इसे लेकर शुक्रवार को खेड़ला के भौंणा बाबा मंदिर परिसर में महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इसे लेकर लोगों की भीड़ जुटना शुरू हो चुकी है। ये था पूरा मामला राज्य सरकार द्वारा जारी पंचायत पुनर्गठन की अधिसूचना में खेड़ला बुजुर्ग को पंचायत समिति बनाना प्रस्तावित था। इसके बाद 6 अप्रैल को प्रकाशित सूचना में कृषि मंत्री के गांव खोहरा मुल्ला को नई पंचायत समिति बनाया जाना प्रस्तावित किया गया। इसके बाद खेड़ला क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त हो गया। जिन्होंने पिछले दिनों बैठक आयोजित कर रैली निकालते हुए विधायक सेवा केन्द्र का घेराव भी किया था। इसे लेकर पूर्व जिला प्रमुख अजीतसिंह का कहना है कि खेड़ला बुजुर्ग की जगह खोहरा मुल्ला को पंचायत समिति बनाया जाना, इसमें शामिल ग्राम पंचायतों की जन भावनाओं के खिलाफ और जनहित में नहीं है। आरोप है कि प्रशासन ने राजनीतिक दबाव में प्रस्ताव बदल दिया, ऐसे में जन भावनाओं के खिलाफ निर्णय स्वीकार नहीं किया जाएगा। वहीं भाजपा नेता महेन्द्र सिंह खेडला ने बताया कि खेड़ला बुजुर्ग पंचायत समिति बनाने के सभी मापदंडों को पूरा करता है। इसके बावजूद प्रशासन ने एक गांव को पंचायत समिति बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवा दिया। दो राजनीतिक दिग्गजों के गांवों को लेकर कशमकश महवा विधानसभा क्षेत्र का खेडला बुजुर्ग गांव पूर्व मुख्य सचेतक स्वर्गीय हरिसिंह महुवा का पैतृक गांव है, जबकि खोहरा मुल्ला कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और विधायक राजेन्द्र मीणा का गांव का पैतृक गांव हैं। ऐसे में दो राजनीतिक दिग्गजों के गांवों को पंचायत समिति बनाने को लेकर कशमकश जारी है। खेड़ला बुजुर्ग के समर्थन में आंदोलन की कमान पूर्व जिला प्रमुख अजीतसिंह ने संभाल रखी है तो वहीं खोहरा मुल्ला को पंचायत समिति बनाने के लिए कृषि मंत्री और स्थानीय विधायक पुरजोर तरीके से पैरवी कर रहे हैं। ताजा अपडेट के लिए ब्लॉग देखें...