बेंगलुरु भगदड़- RCB की कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका:आपराधिक मामला रद्द करने की मांग, आज ही सुनवाई हो सकती है

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ में अपने खिलाफ आपराधिक मामला रद्द करने के लिए सोमवार को कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका लगाई। भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई थी और 75 घायल हुए थे। आज ही मामले की सुनवाई हो सकती है। RCB ने ने तर्क दिया है कि उसे इस मामले में झूठा फंसाया गया है। सोशल मीडिया पर साफ बताया गया था कि पास लिमिटेड हैं। स्टेडियम के गेट दोपहर 1:45 बजे खुलने वाले थे लेकिन दोपहर 3 बजे ही खुले, जिससे भीड़ बढ़ गई। इवेंट आयोजक डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स प्राइवेट लिमिटेड ने भी अपने खिलाफ FIR को चुनौती देते हुए एक अलग याचिका दायर की है। कंपनी का कहना है कि पुलिस भीड़ संभाल नहीं पाई। इस वजह से भगदड़ हुई। RCB के मार्केटिंग हेड 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में दावा- पुलिस अफसर ने एक्स्ट्रा फोर्स मांगी थी
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, DCP एमएन करिबासवना गौड़ा ने 4 जून को विक्ट्री परेड से पहले राज्य सरकार को चिट्ठी लिखकर चेतावनी दी थी। उन्होंने लिखा था- RCB की फैन फॉलोइंग पूरे देश में है। चिन्नास्वामी स्टेडियम में लाखों लोग पहुंच सकते हैं। हमारे पास पर्याप्त पुलिस बल नहीं है। सुरक्षा इंतजाम करना मुश्किल होगा। चिट्ठी सामने आने के बाद सरकार पर सवाल उठ रहे हैं कि जब पहले से ही खतरे की जानकारी थी, तो इतने बड़े आयोजन की इजाजत क्यों दी गई। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से 9 सवाल पूछे
कर्नाटक हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस वी कामेश्वर राव और जस्टिस सीएम जोशी की बेंच ने 5 जून को सुओमोटो (स्वतः संज्ञान) रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए कुछ सवाल उठाए थे। कोर्ट ने पूछा था कि RCB को जीत का जश्न मनाने के लिए परमिशन किसने दी? यह फैसला कब और कैसे लिया गया? क्या आयोजकों ने जरूरी परमिशन ली थी? कर्नाटक सरकार को 10 जून तक हाईकोर्ट में जवाब दाखिल करना है। कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों का इस्तीफा
कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ई एस जयराम ने इस्तीफा दे दिया है। दोनों ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के विक्ट्री सेलिब्रेशन के दौरान मची भगदड़ की नैतिक जिम्मेदारी ली है। शंकर और जयराम ने संयुक्त बयान में कहा;- पिछले दो दिनों में हुई अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की वजह से हम यह बताना चाहते हैं कि हमने KSCA के सचिव और कोषाध्यक्ष के रूप में अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, हमारी भूमिका बहुत सीमित थी। बेटे की कब्र से लिपट गया पिता, बोला- मुझे यहीं रहना है कर्नाटक भाजपा ने 7 जून को X पर एक ऐसा ही वीडियो शेयर किया। इसमें एक व्यक्ति अपने बेटे की कब्र से लिपटकर रोता दिख रहा है। व्यक्ति का नाम बीटी लक्ष्मण है। भगदड़ में उसके 21 साल के बेटे भौमिक लक्ष्मण की मौत हो गई थी। वीडियो में बीटी लक्ष्मण अपने बेटे के शव के पास जोर-जोर से रोते हुए कह रहे हैं, 'मैंने उसके लिए जो जमीन खरीदी, वहीं पर उसे दफना दिया। मुझे अब कहीं नहीं जाना। मैं भी यहीं रहना चाहता हूं।' कर्नाटक के हसन जिले का रहने वाला भौमिक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा और इंजीनियरिंग के फाइनल ईयर का स्टूडेंट था। वह उन 11 लोगों में शामिल था, जिनकी बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर RCB के विक्ट्री परेड के दौरान भगदड़ मचने से मौत हो गई थी। पूरी खबर पढ़ें... बेंगलुरु भगदड़ की 3 फोटो... KSCA बोला- भीड़ संभालने की जिम्मेदारी इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की थी
कर्नाटक सरकार ने KSCA, RCB और DNA एंटरटेनमेंट नेटवर्क के खिलाफ FIR दर्ज करने के बाद गुरुवार को अधिकारियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रघुराम भट, सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ई एस जयराम ने भगदड़ मामले में अपने खिलाफ FIR रद्द करने की मांग की थी। इस पर कर्नाटक हाईकोर्ट ने KSCA के अफसरों को 16 जून को अगली सुनवाई तक गिरफ्तारी से राहत दे दी थी। KSCA ने इससे पहले हाईकोर्ट में अपनी याचिका में कहा था कि चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर गेट पर भीड़ को मैनेज करने की जिम्मेदारी RCB और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की थी। -------------------------------------------------- मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... RCB की जीत के जश्न में भगदड़, 11 मौतें; कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया बोले- स्टेडियम के बाहर 3 लाख लोग पहुंचे बेंगलुरु में 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की विक्ट्री परेड में भगदड़ मच गई। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि भगदड़ के दौरान 11 लोग मारे गए हैं। 33 लोग घायल हुए हैं, जो खतरे से बाहर हैं। पूरी खबर पढ़ें... RCB के सेलिब्रेशन में 11 की मौत; 10 दिन में तीसरी भगदड़, इंडोनेशिया में 3 साल पहले 174 जानें गईं RCB की IPL जीत का जश्न मौत के जुलूस में बदल गया। अहमदाबाद में 3 जून को टीम ने पंजाब को फाइनल हराया। अगले दिन टीम बेंगलुरु में विक्ट्री परेड करने पहुंची। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई। स्पोर्ट्स जगत में पिछले 10 दिन में यह तीसरा हादसा रहा, जब जीत का जश्न मातम में बदल गया। पूरी खबर पढ़ें...