बायोपार्क में 3.50 करोड़ से निर्माण:4 माह पहले सीएम करते उद्‌घाटन, लेकिन टला, अब लॉयन सफारी की फेंसिंग गिरी, गनीमत-शेर नहीं थे

बायोपार्क में 3.50 करोड़ से निर्माण:4 माह पहले सीएम करते उद्‌घाटन, लेकिन टला, अब लॉयन सफारी की फेंसिंग गिरी, गनीमत-शेर नहीं थे
सज्जनगढ़ सेंचुरी में लॉयन सफारी के लिए तैयार की गई फेंसिंग थोड़ी सी तेज हवा में ही गिर गई। मामला 20 मई का है। विभाग ने इसे दबाए रखा। भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि यह फेंसिंग सफारी के क्लाउड-9 के पास करीब 100 मीटर लंबे हिस्से में गिरी है। चौंकाने वाली बात यह है कि वन विभाग इसी साल जनवरी माह में सीएम भजनलाल शर्मा से इसका उद्घाटन कराने वाला था, लेकिन कुछ कारणाें से यह कार्यक्रम टल गया। अगर ये कार्यक्रम होता और सफारी में शेर रख दिए जाते तो बड़ी दुर्घटना की भी आशंका थी। इस फेंसिंग के दूसरी ओर आबादी एरिया है। अब प्रोजेक्ट के तहत हुए निर्माण कार्यों पर भी सवाल उठ रहे हैं। प्रोजेक्ट के तहत 3.50 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इसके बावजूद भास्कर रिपोर्टर को मौके पर फेंसिंग के नीचे कई फीट का गेप भी मिला। इस गेप से बाहरी जानवर अंदर प्रवेश कर सकते हैं। शेर भी पंजे आदि से खुदाई के बाद यहां से निकल सकता है। अब भास्कर के सवाल उठाने के बाद सीसीएफ वन्यजीव सेडूराम यादव का कहना है कि मामले में जांच शुरू हो गई है। डीएफओ सुनील गुप्ता काे जांच अधिकारी बनाया गया है। पार्क से फरार पैंथर आज तक नहीं मिला कभी आग की घटना तो कभी वन्यजीवों की मौत के चलते सज्जनगढ़ बायो पार्क हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। 22 अक्टूबर 2024 को बायोपार्क से एक तेंदुआ पिंजरे से फरार हो गया था। उसे पकड़ने में विभाग को तीन-चार दिन का अभियान चलाना पड़ा था। हालांकि वह आज तक नहीं मिला है। सज्‍जनगढ़ सेंचुरी 5.19 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली है। इसमें 20 हेक्टेयर में लॉयन सफारी बनाई गई है। 24 जून 2023 को इसका शिलान्यास वन मंत्री संजय शर्मा और तत्कालीन राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने किया था। गड्ढ़े खोदकर लगाने थे पिलर, मिट्‌टी-आरसीसी का ढेर लगाकर खड़े किए वन विभाग के ही एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फेंसिंग के लिए लगाए गए लोहे के पिलर में गड़बड़ी की गई। पिलर एक मीटर तक जमीन खोदकर लगाए जाने थे। कई जगह इन्हें सतही लेवल पर मिट्टी और आरसीसी डालकर खड़ा कर दिया गया। इनकी नींव तो बनी ही नहीं। लोहे की जाली भी ठीक से नहीं बांधी गई। इसी कारण तेज हवा में ये गिर गए। हालांकि विभाग का दावा है कि अब ठेकेदार की ओर से उपयोग में ली गई सामग्री सहित मापदंडों के अनुसार काम होने या नहीं होने की जांच की जाएगी। गुजरात के एशियाटिक लॉयन रहेंगे सफारी के लिए गत वर्ष जुलाई में गुजरात के जूनागढ़ से एशियाटिक लॉयन (शेर) का जोड़ा लाया गया था। तब लॉयन सम्राट 7 साल और मादा सुनैना 3 साल की थी। दोनों की यहां ब्रीडिंग कराएंगे। इन्हें एनिमल एक्सचेंज प्राेग्राम के तहत लाया गया था। इनके बदले में बायाे पार्क से लोमड़ी के दो जोड़े, हायना का एक, जैकाल के दो, जंगली बिल्ली का एक जोड़ा व दो चिंकारा दिए थे। अभी बायो पार्क में 6 शेर हैं। इनमें 3 नर व 3 मादा हैं। बायो पार्क में पैंथर रेस्क्यू सेंटर भी बना है।