बनास हादसा-बच्चे नदी देखें, इसलिए बिना प्लान के टोंक गए:25-फीट ऊपर खाना बना रहे दोस्तों को सोशल मीडिया से मिली 8 मौतों की जानकारी

बनास हादसा-बच्चे नदी देखें, इसलिए बिना प्लान के टोंक गए:25-फीट ऊपर खाना बना रहे दोस्तों को सोशल मीडिया से मिली 8 मौतों की जानकारी
टोंक की बनास नदी में डूबने से 8 लोगों की मौत हो गई है। हादसा मंगलवार को हुआ। मरने वाले जयपुर के पानीपेच, घाटगेट, हसनपुर और कच्ची बस्ती इलाके के थे। इन्हीं के साथ गए तीन युवक सलमान, शाहरूख और समीर बच गए। समीर बात करने की मनोस्थिति में नहीं था। ऐसे में भास्कर ने सलमान और शाहरूख से बात कर जानने की कोशिश की कि हकीकत में हुआ क्या था… सलमान की जुबानी : तीन बार बदला प्लान, गाड़ी से सामान तक उतारा सलमान ने बताया कि वो शाहरुख और समीर के साथ नदी से करीब 25-30 फीट ऊपर गोठ का खाना बना रहा था। 'हमारा जयपुर से चाकसू तक का ही प्लान था। मेरे अलावा शाहरुख, समीर, रिजवान, कासिम, बाबू भाई और नवाब ने चाकसू जाकर दोपहर और शाम को गोठ कर वापस आने का प्रोग्राम बनाया था। हम तय समय पर 11 बजे चाकसू पहुंच गए। वहां हमने खाना बनाने की पूरी तैयारी कर ली थी। इस बीच हम लोगों के साथ आए रिजवान के जीजा नौशाद ने कहा कि अब यहां तक आ गए हैं तो आगे बनास तक भी चल चलते हैं। बच्चे भी पहली बार आए हैं नदी देख लेंगे। बार-बार कहने के बावजूद हमने उनकी टैक्सी में खाना बनाने का सामान तीन बार चढ़ाया और उतारा। आखिर में उनके कहने पर हमने बनास पहुंचकर गोठ करना तय किया और 12 बजे तक वहां पहुंच गए। हमने खाना बनाने की तैयारी शुरू कर दी। इस बीच ये आठ लोग नदी में नहाने के लिए नीचे उतर गए। करीब 15-20 मिनट बाद उन लोगों के डूबने की बात चली तो मैं और शाहरुख भाई नीचे दौड़े। वहां पहुंचने पर हमने नौशाद भाई के दोनों बच्चों फरहान और कैसफ के मुंह से झाग आते देखा। उनकी सांस नहीं चल रही थी। सीना दबाया, पानी निकालने के लिए उल्टा लिटाया लेकिन तब तक दोनों दम तोड़ चुके थे। हमने वहां मौजूद लोगों को बताया कि इनके अलावा छह लोग और थे तब लोकल तैराकों ने नदी में छलांग लगाई। नदी से निकाला तो कासिम और बाबू भाई की हल्की सांसें चल रही थी। समय रहते इलाज मिल जाता तो शायद उन्हें बचाया जा सकता था। शाहरूख की जुबानी : घरवालों का फोन आया बनास में कोई डूब रहा है ऐसी खबर सोशल मीडिया पर चल रही है हादसे में बचे शाहरुख ने बताया कि सलमान, कासिम और रिजवान के साथ उनकी अच्छी दोस्ती थी। बकरीद पर सभी ने एक दूसरे की दावत की थी। गौठ करने की योजना भी बकरीद के दो दिन बाद बनी थी। इरादा था कि चाकसू से वापस आ जाएंगे। रिजवान ने कहा कि उसके बहनोई भी अपने बच्चों के साथ पहली बार जाने की कह रहे हैं। इधर हमारे साथ गया कासिम तो अपने घर पर भी बताकर नहीं गया था कि वो हमारे साथ चाकसू या बनास गौठ में जा रहा है। उसका ये झूठ अब घरवालों को जिंदगी भर सालता रहेगा। हमें भी अफसोस रहेगा कि काश वो सच बताकर जाता तो किस्मत उसे मौत तक न ले जाती। बच्चे भी साथ जाएंगे सुनते ही मैंने मना कर दिया था कि गर्मी बहुत है, परेशान हो जाएंगे। लेकिन बाबू भाई के कहने पर हम बच्चों को ले जाने को राजी हुए। शाहरुख ने बताया कि मैं प्रोफेशनल खानसामा हूं। ऐसे प्रोग्राम में मैं ही खाना बनाता हूं। समीर के पांव में रॉड डाली हुई है। इस वजह से उसे नीचे न भेजकर मैंने अपने साथ ही लगा लिया। सलमान भी हमारे साथ काम करवाने के लिए रुक गया। बीच में ये लोग नहाने के लिए नीचे उतर गए। करीब 15-20 मिनट बाद हमारे पास रिजवान के घरवालों का कॉल आया कि तुम लोग कहां हो? बाकी सब कहां है? हमने कहा वो तो नीचे नहाने गए हैं। तब उन्होंने बताया कि बनास में कोई डूब रहा है ऐसी खबर सोशल मीडिया पर चल रही है। जाकर देखो कौन है डूबने वालों में। तब मैं और सलमान नदी की तरफ दौड़े। हादसे वाली जगह तक पहुंचने में हमें 10 मिनट लग गए। तब तक अनहोनी हो चुकी थी। हमें जिंदगी भर अफसोस रहेगा कि हमसे कुछ दूरी पर ये सब हुआ लेकिन हमें मालूम ही न चला। पता चलता तो शायद हम उनमें से किसी को बचा सकते थे। सलमान, शाहरुख और समीर का कहना है कि हादसे के बाद से ही हमें ठीक से नींद नहीं आ रही है। वहीं हादसा और दोस्तों की लाशें आंखों के सामने आ जाती हैं। जिस जगह उन आठों के शव रखे थे वहीं हमें भी बिठाया गया था। परिवार वालों के आने तक रुलाई रुक नहीं रही थी। जिंदगी भर के लिए यह हादसा हमारी याददाश्त में खौफनाक मंजर की तरह बस गया है। समीर और सलमान सदमे में, फैमिली से भी बात नहीं कर रहे हादसे का तीनों में से सबसे गहरा असर समीर और सलमान पर पड़ा है। समीर और सलमान ने टोंक से आने के बाद अपने परिवार से भी ढंग से बात नहीं की है। न ही वो हादसे के बारे में कोई बात कर रहे हैं। समीर को बेचैनी, सर दर्द और उलटी जैसा महसूस हो रहा है। वह अपने कमरे में आंख मूंदे गुमसुम लेटा रहता है। परिवार भी उससे हादसे कोई बात नहीं कर रहा है। सलमान के चाचा मुहम्मद शफ़ीक़ परिजनों में सबसे पहले पहुंचने वालों में से थे। उन्होंने बताया कि सआदत अस्पताल में भी तीनों बच्चों को ढूंढने में काफी वक़्त लगा। जब वो तीनों से मिले तो वो होशोहवास में नहीं थे। बहुत मुश्किल से उन्हें संभाला और बयान करवाने के बाद शाम पांच बजे टोंक से जयपुर के लिए निकले। .... बनास नदी में हुए हादसे से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... 1. 8 मौतों के बाद भी नहीं रुका अवैध खनन:बेखौफ दौड़ रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली, बंद नहीं किया बनास तक जाने का कच्चा रास्ता ऊपर नजर आ रही अवैध खनन की ये तस्वीर उसी बनास नदी की है, जहां मंगलवार को 8 युवक डूब गए थे। हादसे में 8 की मौत से भी पुलिस–प्रशासन ने सबक नहीं लिया है। पूरी खबर पढ़िए... 2. 'मना किया था नदी में मत जाना, नहीं माने':पत्नी बोली- डेढ़ साल की बच्ची को कैसे पालूंगी, बनास नदी में हुई थी 8 की मौत टोंक की बनास नदी पर पिकनिक मनाने गए जयपुर के 11 युवाओं में से 8 की डूबने से मौत हो गई। महज 3 लोग ही जिंदा बच पाए। मरने वाले रिश्तेदार थे। पूरी खबर पढ़िए...