गहलोत बोले- राजस्थान में हेल्थ स्कीम को तहस-नहस कर दिया:कहा- यह अनुभवहीनता की बात, पहले अनुभव प्राप्त करें फिर कमेंट करें

राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत गुरुवार को उदयपुर पहुंचे। यहां डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। मीडिया से बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि- आरोप लगाया है- गहलोत-पायलट मिले तो आंदोलन शुरू हो गया। इस पर गहलोत ने कहा कि यह अनुभवहीनता की बात है। उनसे कहो कि पहले अनुभव प्राप्त करें ज्यादा, समस्या के तह में जाए उसके बाद कमेंट करें। यह इतना लचर कमेंट था कि बताओ इस पर क्या जवाब दें। पूर्व सीएम ने सरकार की हेल्थ स्कीम को लेकर कहा कि- राजस्थान में जनता के लिए चलाई हेल्थ स्कीम को तहस-नहस कर दिया। चिरंजीवी योजना को कमजोर कर दिया और RGHS योजना में नई-नई शर्तें डाल दी और परेशानियां बढ़ा दी है। गहलोत बोले- हमनें वसुंधरा सरकार के कामों को तीनों कार्यकाल में बढ़ाया लेकिन ये सब कामों को रोक देते हैं। दरअसल, पूर्व सीएम गहलोत गुरुवार से उदयपुर संभाग के तीन दिन दौरे पर है। चित्तौड़गढ़ रवाना होने से पहले उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं की ओर से उनका स्वागत किया गया। हमारे राज में भी आंदोलन हुए पर हमारी सुझबूझ थी पूर्व सीएम से जब पूछा गया कि र्जर आंदोलन भाजपा राज में ही होते हैं, कांग्रेस राज में क्यों नहीं होते। इस पर गहलोत ने कहा कि हमारे राज में भी हुए थे फर्क इतना है कि इन लोगों को अनुभव तो है नहीं राज करने का। एक बार, दो बार, तीन बार, छह बार फायरिंग हुई। टोंक में भी हुई और 74 गुर्जर मारे गए थे। हमारी सरकार आई तब भी पटरियों पर बैठे थे। एक बार नहीं कई बार। आंदोलन किए थे उन्होंने। हमारी सुझबूझ थी,समझाइश कराई। प्यार, मोहब्बत और भाईचारे से समझाया। कर्नल साहब को समझाया और उनसे लगातार सम्पर्क रखा। उनके वक्त में फायरिंग होती थी, हमारे वक्त फायरिंग तो छोड़िए लाठी चार्ज तक नहीं होने दिया इससे बड़ी बात क्या हो सकता है। हमने तीनों बार वसुंधरा सरकार के काम आए बढ़ाए बंद नहीं किए गहलोत ने कहा कि ये लोग नकारात्मक राजनीति करते है। कोई प्रोजेक्ट पहले से चल रहा है बंद कर दो, पेडिंग कर दो। बोला था कि ईआरसीपी में 90 प्रतिशत पैसा केंद्र से मिलेगा लेकिन आज तक उसके आदेश जारी नहीं हुए है। इनकी सोच ऐसी ही है, हम सत्ता में थे तब हमारी सोच ऐसी नहीं थी। पहले सरकार बदलने के बाद हम सरकार में आए लेकिन वसुंधरा सरकार के काम को तीनों कार्यकाल में हमने आगे बढ़ाया जबकि ये सब कामों को रोक देते है। इसका नुकसान जनता को होता है। चिरंजीवी योजना का नुकसान कर दिया गहलोत ने कहा कि चिरंजीवी योजना का बहुत फायदा मिला। दुनिया में कहीं फ्री नहीं है। हमने इस योजना को सफल कर बता दिया और अब अन्य राज्य नकल कर रहे है लेकिन यहां इन्होंने नुकसान कर दिया। योजनाओं के नाम बदल दीजिए लेकिन योजना को चालू तो रखना चाहिए लेकिन इन्होंने उसको कमजोर कर दिया है। सरकार की वर्किंग पर कांग्रेस से ज्यादा भाजपा के कमेंट आएंगे
सरकार कैसे चल रही है ये ग्राउंड पर जाकर पता कीजिए। कांग्रेस को नहीं बीजेपी के एमपी, एमएलए और भाजपा कार्यकर्ताओं को पूछ लीजिए। कांग्रेस से ज्यादा कमेंट बीजेपी के लोगों से मिलेंगे। गहलोत ने कहा कि ये भी मैं सीएम के हित में बोल रहा हूं। उनको चाहिए बाकी सब काम छोड़कर के सरकार में पारदर्शिता लाए। जमकर काम करें। पता चलेगा कहां-कहां कमियां हैं उसे ठीक करें। विपक्ष बोलता है तो मतलब वह जनभावना बता रहे हैं उस पर सुधार करना चाहिए। गहलोत ने केंद्र सरकार पर बोलते हुए कहा कि 11 वर्ष को तो पूरा देश देख रहा है। देश में धुव्रीकरण देश और समाज हित में नहीं है लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सभी धर्म और जाति साथ चले। देश में धीरे-धीरे लोकतंत्र की हत्या हो रही है। संविधान खतरे में है। ईडी, सीबीआई, आईटी सबके सामने है। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) जो महत्वपूर्ण था। अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के वक्त उसका भय था। आज देश उसका नाम जानता ही नहीं है। वे बोले कि विपक्ष का लोकतंत्र में महत्व होता है। बिना विपक्ष के सत्ता पक्ष क्या है। लोकतंत्र में। विपक्ष आवाज उठाता है जनता की और यहीं आवाज राहुल गांधी उठा रहे है। आपरेशन सिंदूर के समय पूरा देश सरकार के साथ रहा है। मोदी विश्वास में लेकर चलते तो देश में उनकी सरकार को फायदा होता। ये खबर भी पढ़ें... बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बोले- गुर्जर आंदोलन उग्र होना प्रायोजित था:3 दिन पहले गहलोत-पायलट मिले थे, यदि उनके मिलने से ऐसा हुआ है तो दुर्भाग्यपूर्ण है बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने गुर्जर आंदोलन के उग्र होने को प्रायोजित बताया। उन्होंने कहा- यह आंदोलन हमारे समय में ही उग्र क्यों होता है। पहली बार जब वसुंधरा राजे का शासन था, तब आंदोलन उग्र हुआ। कांग्रेस के समय में शांत बैठे रहे। (यहां पढ़ें पूरी खबर)