केंद्रीय मंत्री बोले- बंटवारे में पाकिस्तान को मिला 80% पानी:राजस्थान में डार्क जोन खत्म करने के लिए जिलों को सौंपा मास्टर प्लान

केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेहतरीन निर्णय लिया है। उन्होंने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी के 13 साल बाद जब पाकिस्तान के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भारत के हितों को हमेशा हमेशा के लिए पाकिस्तान के साथ गिरवी रख दिया था। देश के बंटवारे में 18 प्रतिशत भू भाग पाकिस्तान और 82 प्रतिशत भूभाग भारत के रूप में चिह्नित हुआ, लेकिन जब पानी का बंटवारा हुआ तो 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान को मिला और महज 20% पानी भारत को मिला। ऐसे में पाकिस्तान को जाने वाली पानी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने सही फैसला किया है। शेखावत मंगलवार को जोधपुर में थे। इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात की। उन्होंनें केंद्र सरकार की ओर से जल संरक्षण को लेकर किए जा रहे कार्यों को लेकर जानकारी दी। राजस्थान में डार्क जोन को सेफ जोन बना रहे हैं
उन्होंने कहा कि राजस्थान में कई जगहों पर डार्क जोन थे, जिन्हें तकनीक के जरिए सेफ जोन तक लाया गया। डार्क जोन समाप्त करने के लिए सभी जिलों को मास्टर प्लान दिया गया है। अमृत सरोवर अभियान के तहत राजस्थान में एक नई क्रांति का सूत्रपात हुआ। उन्होंने कहा कि भारत की सारी नदियों में सालभर में जो पानी बहता है उसका 80 प्रतिशत पानी मानसून के माह में बहता है। कई तरह की जलवायु परिस्थितियों के चलते भी जल को लेकर चुनौती सामने आने लगी है। इसको लेकर जल संरक्षण जरूरी है। 700 जिलों में जलशक्ति अभियान जारी
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे ज्यादा जमीन से पानी निकालने वाला देश है। इसके बाद अमेरिका और चाइना का नंबर है। हमारे ग्रामीण की पेयजल आपूर्ति भूगर्भ के जल पर आधारित है। खेती का 75 प्रतिशत हिस्सा भी भूगर्भ से आता है। इसके अत्यधिक दोहन के चलते देश में डार्क जोन बढ़ रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने वर्षा जल संरक्षण को लेकर व्यापक अभियान और कार्य हुए। देश के सभी 700 जिलों में जलशक्ति अभियान आयोजित किए जा रहे हैं। भू गर्भ के जल की मैपिंग करके रोडमैप बनाया गया। जोजरी नदी को करेंगे प्रदूषण मुक्त
राजस्थान में वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान से नई चेतना जागी है। गांव गांव में वर्षा जल संरक्षण की तैयारियों पर काम किया जा रहा है। राजस्थान भर में जल संरक्षण को लेकर एक जन आंदोलन खड़ा हुआ है, जिसमें 15 हजार से अधिक पारंपरिक जल स्रोतों का सुदृढ़ीकरण किया गया है। जोजरी नदी में बह रहे प्रदूषित पानी को लेकर उन्होंने कहा कि इसको लेकर राजस्थान सरकार काम कर रही है। आने वाले समय में नदी के 26 किलोमीटर के बहाव क्षेत्र में उद्योगों से निकलने वाला केमिकल पानी अलग लाइन से निकाला जाएगा। नदी को स्वच्छ किया जाएगा।