खुशियों का बैंक मुहिम; आपके पास जो अतिरिक्त चीजें हैं वो बैंक में जमा करते हैं, फिर जरूरतमंदों तक पहुंचाने का कर रहे हैं काम

‘देने वाले राम जी पाने वाले राम जी’ को आधार मानते हुए मानसरोवर में खुशियों का बैंक मुहिम चलाई जा रही है। खुशियों का बैंक में आप हर वह चीज जो आपके पास अतिरिक्त है वह जमा करवा सकते हैं। संस्थान की ओर से उसे जरूरतमंदों तक पहुंचा दिया जाता है। इसके अलावा पुण्यतिथि, जन्मदिवस व वैवाहिक वर्षगांठ के अवसर पर भी लोग खुशियों का बैंक के माध्यम से जरूरतमंद लोगों की मदद करते हैं। खुशियों का बैंक मुहिम सेवा सुख संस्थान की ओर से चलाई जा रही है। संस्थापक चंद्रेश ने बताया कि ‘सेवा ही सुख’ है को उद्देश्य मानते हुए वंचित वर्ग के बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा से जोड़ने के लिए घाट गेट क्षेत्र में निशुल्क कंप्यूटर शिक्षा भी दी जा रही है। इसके साथ ही रोजगार परक विषयों की शिक्षा देकर आत्मनिर्भर बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ भी अभियान चलाया सेवा सुख संस्थान के माध्यम से अब तक 18 रक्तदान शिविर लगाकर विभिन्न ब्लड सेंटर में 814 यूनिट रक्त संग्रहण करवा चुके हैं। निशुल्क लेंस प्रत्यारोपण शिविर के माध्यम से आठ निशुल्क मोतियाबिंद के ऑपरेशन करवाएं जा चुके हैं। इनके अलावा कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ भी अभियान चलाया जाता है। समाज में सामाजिक समरसता लाने के लिए विभिन्न सामाजिक विषयों पर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। - संस्थान द्वारा कच्ची बस्तियों के बच्चों को तराशने एवं मंच प्रदान करने के लिए गुदडी का लाल प्रकल्प शुरू किया गया है। जिसकी पात्रता आर्थिक रूप से पिछड़ा व शारीरिक रूप से विकलांग वर्ग है। जिसके लिए कच्ची बस्तियों, अनाथ आश्रम एवं सरकारी विद्यालयों में गायन के क्षेत्र में प्रतिभाओं की खोज की जाती है। प्रतिभाओं के लिए प्रतियोगिता आयोजित करवाई जाती है।