कुत्तो ने दो हिरण व एक गाय को मारा, आए दिन हो रही घटनाओं से नहीं ले रहे हैं सबक

कुत्तो ने दो हिरण व एक गाय को मारा, आए दिन हो रही घटनाओं से नहीं ले रहे हैं सबक
भास्कर न्यूज| लाठी क्षेत्र में भीषण गर्मी का दौर शुरू होते ही जंगल के पेयजल स्थलों पर घात लगाकर बेठे कुत्ते प्यासे वन्यजीवों व गोवंश को मौत के घाट उतार रहे हैं। बुधवार को भी खेतोलाई व‌ धोलिया गांव में अलग-अलग स्थानों पर दो हिरणों व एक गोवंश को मौत के घाट उतार दिया। वहीं एक गोवंश को गंभीर रूप से घायल कर दिया। गर्मी में तालाब पर प्यास बुझाने आने वाले वन्यजीवों के लिए शिकारी कुत्ते मौत का कारण बन रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार गश्त करने की बजाए कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। लाठी क्षेत्र के धोलिया व खेतोलाई गांव में बुधवार को सुबह कुत्ते हिरणों के लिए काल साबित हुए तथा उन्होंने हमला कर दो हिरणों व एक गोवंश को मौत के घाट उतार दिया। जबकि एक गोवंश गंभीर रूप से घायल हो गया। धौलिया व खेतोलाई गांव के पास स्थित पानी के कुंड पर बुधवार को सुबह हिरणों व गोवंश का झुंड पानी पीने के लिए आया था। इस दौरान यहां बैठे कुत्ते उन पर हमला कर दिया। बुरी तरह से नोच व काट देने से धौलिया गांव के पास दो हिरणों व खेतोलाई गांव के पास एक गोवंश की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक गोवंश गंभीर रूप से घायल हो गया। हिरणों के चिल्लाने की आवाज सुनकर गौरीशंकर पूनिया, हनुमान गोदारा, बाबूलाल स्नेही, अमृत पूनिया, सत्तूराम गोदारा, महिपाल गोदारा, सुखराम जाजूदा, श्याम पूनिया, शिव पूनिया, विक्रम पूनिया, वर्षा पूनिया तथा कामधेनु सेना के खेतोलाई ग्राम प्रभारी नींबाराम विश्नोई तत्काल मौके पर पहुंचे तथा पत्थर मारकर कुत्तो को भगाया एवं हिरणों को छुड़ाया। ग्रामीणों ने यहां पहुंचकर देखा, तो दो हिरणों व एक गोवंश की मौत हो चुकी थी तथा एक गोवंश गंभीर रूप से घायल तड़प रहा था। उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग लाठी को दी। उन्होंने मृत हिरणों का विश्नोई परंपरा के अनुसार अंतिम संस्कार किया। वहीं घायल गोवंश को भादरिया गौशाला भिजवाया। खेतोलाई व धौलिया गांव सहित आसपास के क्षेत्र में बड़ी संख्या में आवारा श्वानों का आतंक पिछले लंबे समय से देखने को मिल रहा है। आवारा श्वानों को पकड़ने को लेकर पिछले लंबे समय से मांग कि जा रही है। इसके बावजूद जिम्मेदारों की ओर से किसी भी प्रकार कि कार्रवाई नहीं कि जा रहीं हैं। -नींबाराम विश्नोई, ग्राम प्रभारी, कामधेनु सेना खेतोलाई लाठी, धौलिया, गंगाराम कि ढाणी व खेतोलाई के आसपास आए दिन किसी न किसी दुर्घटना के चलते वन्यजीवों व पक्षियों की मौत हो रही है, जो चिंता का विषय है। हिरण, बाज, गोडावण, गिद्ध जैसे दुर्लभ प्रजाति के पशु पक्षी गांव के आसपास स्थित पशु खेलियों में पानी पीने के लिए आते है। हिरण सहित अन्य पशुओं को जानवर शिकार बना लेते है। वन विभाग से वन्यजीवों की रक्षा के लिए कई बार मांग भी की गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए । -गौरीशंकर पूनिया, तहसील अध्यक्ष, अखिल भारतीय जीवरक्षा विश्नोई सभा