ऑपरेशन शील्ड, सीकर में ब्लैकआउट:एसके मेडिकल कॉलेज में मॉकड्रिल; धमाकों के बाद सहमी बच्ची; पांचवीं मंजिल पर फंसे लोग, रस्सी के सहारे उतारा

ऑपरेशन शील्ड के तहत शनिवार को सीकर में दो चरणों में सुरक्षा अभ्यास किया गया। दिन में कल्याण मेडिकल कॉलेज में एयर स्ट्राइक की मॉकड्रिल की गई, जिसके बाद रात 9 बजे से 15 मिनट का ब्लैकआउट किया गया। मॉकड्रिल के दौरान मेडिकल कॉलेज में चार-पांच धमाके किए गए। धमाकों के बाद फायर ब्रिगेड, सिविल डिफेंस, एम्बुलेंस और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। कलेक्टर मुकुल शर्मा ने बताया कि हमले में करीब 30 लोग घायल हुए, जिन्हें एसके हॉस्पिटल ले जाया गया। तीन लोगों की काल्पनिक मौत हुई। रेस्क्यू टीम ने मेडिकल कॉलेज की पांचवीं मंजिल से एक छोटी बच्ची सहित कई लोगों को रस्सी के सहारे नीचे उतारा। धमाकों से सहमी बच्ची को महिला पुलिसकर्मियों और सिविल डिफेंस की महिला कर्मियों ने संभाला। रात 9 बजे से शुरू हुए ब्लैकआउट में कल्याण सर्किल पर डीजे बजाकर लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। प्रशासन सड़कों पर चल रहे वाहनों को रोककर उनकी लाइटें बंद करवा रहा है। मॉकड्रिल को फोटो में देखें- मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट एक्सरसाइज क्या है... मॉक ड्रिल यानी एक तरह की "प्रैक्टिस" जिसमें हम यह देखते हैं कि अगर कोई इमरजेंसी (जैसे एयर स्ट्राइक या बम हमला) हो जाए, तो आम लोग और प्रशासन कैसे और कितनी जल्दी रिएक्ट करता है।
ब्लैक आउट एक्सरसाइज का मतलब है कि एक तय समय के लिए पूरे इलाके की लाइटें बंद कर देना। इसका मकसद यह दिखाना होता है कि अगर दुश्मन देश हमला करे, तो इलाके को अंधेरे में कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। इससे दुश्मन को निशाना साधने में मुश्किल होती है। 7 मई को हुई मॉकड्रिल की खबर भी पढ़ें- सीकर में मॉकड्रिल- बायोस्कोप मॉल में बम फटा, 2 मरे:सुरक्षा टीम घायलों को कंधे पर उठाकर लेकर आई; ब्लैकआउट से पहले बजा सायरन केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद राजस्थान में जयपुर, अजमेर, कोटा, सीकर, अलवर समेत कई शहरों में मॉक ड्रिल की गई। सीकर शहर में बायो स्कोप मॉल में मॉक ड्रिल की गई। (पढ़ें पूरी खबर)