आसपुर में जैन मंदिर से शिखर चोरी करने वाले तीन चोर गिरफ्तार किए

आसपुर में जैन मंदिर से शिखर चोरी करने वाले तीन चोर गिरफ्तार किए
भास्कर संवाददाता। डूंगरपुर आसपुर के आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर से चोरी हुए स्वर्ण शिखर कलश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली। पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर 15 तोला सोने का कलश बरामद कर लिया। आसपुर थानाधिकारी ने बताया कि मंदिर अध्यक्ष लक्ष्मीचंद जैन ने 6 मई को रिपोर्ट दी थी। उन्होंने बताया कि मंदिर के शिखर पर 15 तोला सोने की परत वाला कलश लगा था, जो चोरी हो गया। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर विशेष टीम बनाई। टीम ने मुखबिर और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच की। जांच में सामने आया कि चोरी एक गैंग ने की। पुलिस ने गैंग के तीन आरोपियों को पकड़ा। इनमें राज पुत्र रामू वागरी, निवासी पावर हाउस के पीछे, अजय उर्फ संतोष पुत्र किशन वागरी, निवासी रेलवे स्टेशन के सामने वागरी बस्ती, उदयपुर और राहुल पुत्र नटू उर्फ नटवर भाई वागरी, निवासी तलोद, साबरकांठा, गुजरात शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने कलश को पाली जिले के सांडेराव में व्यापारियों को बेचने की कोशिश की थी। थानाधिकारी ने बताया कि गैंग का लीडर अरुण वागरी है। उसे मंदिर के शिखरों पर सोने की परत की जानकारी थी। उसने अपने साथियों राज, अजय और राहुल के साथ मंदिरों की रेकी शुरू की। गैंग ने 5 मई की रात आसपुर जैन मंदिर का कलश चुरा लिया। बेचने के लिए उसे काट दिया। मंदिर के शिखर तक सीढ़ियां लगी होने से चोरी कुछ ही मिनटों में हो गई। पुलिस अब आरोपियों से थाना सर्कल के अन्य मंदिरों में हुई चोरियों के बारे में पूछताछ कर रही है।